बिहार विधानसभा चुनाव2015 के लिए सभी पार्टियाँ अपनी कमर कस चुकी हैं और बिहार एक राज्य से एक युद्ध के मैदान में परिवर्तित हो चुका है। बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टी जहाँ, अपने जीत के क्रम को फिर से शुरू करना चाहती हैं वहीँ जेडीयू और राजद अपने घर में हारना कतई नहीं चाहते हैं। एस्ट्रोयोगी.कॉम, इसी क्रम में, इन चुनावों के प्रमुख नामों की कुंडली का विश्लेषण, आपके सामने लेकर आया है तो आइये एक नजर डालते हैं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार जी की कुंडली पर और देखते हैं कि इन चुनावों में क्या कहते हैं इन नेताओं के सितारे-
बीजेपी - नरेद्र दामोंदर दास मोदी
जन्मतिथि- 17 सितम्बर 1950
जन्म समय – 11:00:00
जन्म स्थान- मेहसाना(गुजरात)
लग्न- वृश्चिक, चन्द्र राशि- वृश्चिक, नक्षत्र- अनुराधा का दूसरा चरण, महादशा- चन्द्रमा, अंतरदशा- ब्रहस्पति, प्रत्यांतर- सूर्य।
वृश्चिक लग्न में चन्द्रमा योग कारक माना जाता है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की कुंडली में अभी चन्द्रमा भाग्य का स्वामी होकर, लग्न में लग्नेश के साथ बैठा हुआ है। इस स्थिति के कारण अभी इनकी कुंडली में लक्ष्मी नारायण या केंद्र त्रिकोंण राज योग बन रहा है। साथ ही साथ अभी दशाओं में चन्द्रमा के साथ ब्रहस्पति चल रहा है जो किसी भी कार्य के लिए उत्तम महादशा कही जा सकती है, ब्रहस्पति की दृष्टि अभी कुंडली के दसम घर पर है और यह कार्यक्षेत्र का घर होता है तो यह भी सफलता का एक प्रबल योग बना रहा है। तो इस लिहाज से आगामी बिहार चुनावों में अभी नरेन्द्र मोदी जी को ग्रहों का पूरा-पूरा साथ मिलता साफ दिख रहा है। अब क्योकि मंगल राजनीति का कारक माना जाता है तो मंगल पर नज़र डालें तो यह अपने घर, लग्न में विराजमान है और यह योग भी पार्टी की सफलता की उम्मीदें बिहार चुनाव में बढ़ा रहा है।
जदयू - नीतीश कुमार
जन्मतिथि- 1 मार्च 1951
जन्म समय – 13:20:00
जन्म स्थान- बख्तियारपुर
लग्न- मिथुन, चन्द्र राशि- वृश्चिक, नक्षत्र- ज्येष्ठा का दूसरा चरण, महादशा- राहू, अंतरदशा- ब्रहस्पति, प्रत्यांतर दशा- शुक्र।
जदयू प्रमुख नीतीश कुमार, एक बार फिर से बिहार चुनाव जीतना चाहते हैं. इनकी कुंडली में मिथुन लग्न में राहू का ब्रहस्पति के साथ चलना, कुछ ज्यादा शुभ नहीं है। इस लग्न में व्यक्ति को अपने काम पर और नाम पर ज्यादा भरोसा तो हो जाता है लेकिन यह भरोसा कुछ बहुत अच्छा फल नहीं दिला पाता है। नीतीश कुमार की मिथुन लग्न की कुंडली में इस समय गुरु की महा-दशा चल रही है, जो की राहु के साथ 'गुरु-चांडाल' योग भी बना रहा है और यह इनको सफलता से दूर कर सकता है। अभी अक्टूबर 2015 से लेकर फरवरी 2016 तक का समय नीतीश कुमार जी के लिए बहुत अच्छा नहीं बताया जा सकता है।
आरजेडी - लालू यादव
जन्मतिथि- 11 जून 1947
जन्म समय – ज्ञात नहीं
जन्म स्थान- गोपाल गंज
लग्न-सिंह, चन्द्र राशि-कुंभ, नक्षत्र- शतमिषा का चौथा चरण, महादशा- शुक्र, अंतर दशा- राहू, प्रत्यांतर दशा- राहू।
1990 से 1997 तक बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके, लालू प्रसाद यादव, बेशक इस बार चुनावी मैदान में नहीं हैं किन्तु इस बार चुनाव में अपनी और पार्टी की शाख़ बचाने के लिए लड़ाई जरूर लड़ रहे हैं। इनकी कुंडली पर नजर डालें तो सिंह लग्न में शुक्र का रिजल्ट बहुत अच्छा तो नहीं मिलता है लेकिन लालू प्रसाद यादव जी की कुंडली में शुक्र, कार्यक्षेत्र का स्वामी होकर अपने घर में विराजमान है जो उलटफेर करने वाला ग्रह बन जाता है। लेकिन किसी भी व्यक्ति की कुंडली में राजनैतिक जीवन को सफल बनाने वाले दो ही ग्रह होते हैं एक सूर्य और दूसरा मंगल। लालू प्रसाद यादव जी की कुंडली में दोनों ही ग्रह पीड़ित हैं। सूर्य राहू के साथ बैठा हुआ है जिस पर ग्रहण लगा हुआ है और मंगल को शनि देख रहा है जिसे भी अच्छा नहीं कहा जा सकता है। तो इनकी कुंडली में शुक्र ही एक ऐसा ग्रह है जो उलटफेर करने की कोशिश तो जरूर करेगा, लेकिन फिर भी कामयाबी का योग नहीं बन पा रहा है।
तो अंत में सितारों की चाल को देखकर अगर बिहार चुनाव की भविष्यवाणी करें तो एस्ट्रोयोगी ज्योतिषाचार्यों को बिहार में बीजेपी के जीत के आसार ज्यादा नजर आ रहे हैं। बिहार चुनाव बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी के लिए साख की लड़ाई है। ऐसे में पीएम मोदी जीत के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहते हैं। दूसरी तरफ लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार, बीजेपी को इन विधानसभा चुनावों में हराकर, बीजेपी के विकास के एजेंडे की हवा निकाल देना चाहते हैं। लेकिन अगर दिनों ही प्रमुख पार्टियों के प्रमुखों पर नजर डालें तो इस हिसाब से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की कुंडली के सितारे सबसे ज्यादा मजबूत नजर आ रहे हैं। यह तो आने वाला वक़्त ही बतायेगा किन्तु अभी सितारों के अनुसार बीजेपी, राजद और जदयू से आगे नजर आ रही है।