नवाब खानदान से ताल्लुक रखने वाले सैफ अली खान अपने नवाबी अंदाज के लिए जाने जाते हैं। सैफ को आज छोटे नवाब के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दी फिल्मों में इनका करियर ‘परंपरा’ फ़िल्म से शुरू हुआ। इनकी अगली फ़िल्म ‘आशिक आवारा’ के लिए इन्हें फिल्मफेयर की तरफ से सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता का पुरस्कार प्राप्त हुआ। सैफ अली खान को अब तक कई सम्मानों से नवाज़ा जा चुका है जिसमें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और 6 बार फिल्मफेयर सम्मान अहम है। भारत सरकार भी इनको ‘पद्मश्री अवार्ड’ से सम्मानित कर चुकी है।
आगामी 16 अगस्त को सैफ़ अली खान अपना 45 वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। इस अवसर पर आइये देखते हैं कि इनका आगामी समय इनके लिए कैसा रहेगा-
नाम- सैफ़ अली ख़ान
जन्म तिथि- 16 अगस्त 1970
जन्म स्थान- नई दिल्ली
जन्म समय- ज्ञात नहीं
लग्न- कर्क, चन्द्र राशि- मकर, महादशा- ब्रहस्पति, अंतरदशा- चन्द्रमा, प्रत्यांतर- राहू, नक्षत्र- श्रवण नक्षत्र का पहला चरण।
कर्क लग्न वाले हल्के उतार-चढ़ाव के बाद, प्रसिद्धी को प्राप्त करते हैं। कर्क लग्न के जातक किसी भी स्थिति में हार नहीं मानते हैं। अच्छे विचार, सबके प्रति अच्छी सोच व भावुकता, इस लग्न के मुख्य गुण होते हैं।
अभिनेता सैफ़ अली ख़ान की कुंडली की अगर बात करें तो अभी इनकी कुंडली में ब्रहस्पति की महादशा चल रही है जो कर्क लग्न के जातकों के लिए योगकारी मानी जाती है। ऐसे समय अगर कोई व्यक्ति, छोटा कार्य भी करता है तो उसका नाम हो जाता है। भागेश का और लग्नेश का दशाओं में चलना भी शुभ माना जाता है।
लग्न में सूर्य और मंगल का भी योग बन रहा है। इस ‘मंगल योग’ वाले व्यक्ति के पास धन, प्रचुर मात्रा में होता है। छोटे नुकसानों को छोड़ दें तो अन्य बड़े नुकसान होने की इनको संभावनायें कम ही होती हैं।
इनकी कुंडली में चन्द्र और मंगल का भी योग बन रहा है जोकि ज्योतिष दृष्टि से लक्ष्मी नारायण योग बनाता है। कामेश और लग्नेश के अच्छे योग की वजह से इस प्रकार के जातकों को काम, मान-सम्मान, प्रॉपर्टी और फाइनेंस में लाभ प्राप्त होता है।
एस्ट्रोयोगी की सैफ़ अली ख़ान के लिए सलाह है कि अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। ब्रहस्पति चौथे घर में विराजमान है और कुंडली का चौथा घर सुख का घर माना जाता है। ब्रहस्पति की दृष्टि अष्ठम स्थान पर पड़ने से स्वास्थ्य संबंधित कुछ दिक्कतों का सामना इनको करना पड़ सकता है।
अगर सैफ के आगामी वर्ष की बात करें तो इनकी कुंडली में ब्रहस्पति भाग्य के स्थान में चन्द्रमा के साथ आ जायेगा और यह बहुत शुभ माना जाता है। लग्नेश का भाग्य स्थान में आना व चंद्रमा के साथ बैठना, एक गजकेसरी योग बना देता है। इस योग को राजा-महाराजाओं का योग भी कहते हैं। इस लिहाज से आने वाला समय भी इनके लिए अच्छा साबित हो सकता है।
एस्ट्रोयोगी सैफ़ अली ख़ान को इनके जन्मदिवस की बधाई देता है और उम्मीद करता है कि आगामी समय इनके लिए अच्छा रहेगा।