आई.आई.टी. मुंबई से प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण इंजिनियर, डॉ.अविनाश देशपांडे ने भारतीय और चीनी ज्योतिष शास्त्र में विद्या अर्जित की है| उन्होंने वैदिक ज्योतिषशास्त्र, के.पी. ज्योतिषशास्त्र, भावनामंश ज्योतिष शास्त्र इत्यादि में गहन अध्ययन किया है| डॉ.देशपांडे विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिषी समूहों के साथ भी जुड़े है| उन्होंने चीनी एवं भारतीय ज्योतिष विद्या पर कईं किताबें भी लिखी है| भारतीय ज्योतिष विद्या पर उनकी लिखी किताब बहुत ही रोचक है और उसमें 18 ग्रहों के बारे में विस्तार में लिखा हुआ है| अपने ज्योतिषी विश्लेषण में चिरोन, पलस, जूनो, वेस्ता और सेरेस जैसे क्षुद्रग्रहों का प्रयोग करने वाले पहले भारतीय ज्योतिषी है| वास्तुशास्त्र और ज्योतिष विद्या में उनका योगदान अंतर्राष्ट्रीय स्तर में प्रशंसनीय है और इसलिए उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया जा चुका है| देश-विदेश में उन्होंने 5000 से अधिक यजमानों को अपनी विद्या से सहायता की है और उन्हें ज्योतिषी परामर्श दिया है| उनके ज्योतिषी लेख टाइम्स ऑफ़ इंडिया, इंडियन एक्सप्रेस जैसे समाचार पत्रों में प्रकशित हुए हैं| ईटीवी और दूरदर्शन के कार्यक्रमों में भी उनके साक्षात्कार प्रसारित हो चुके हैं| डॉ.अविनाश देशपांडे के यजमानों की सूची में फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज, फिनोलेक्स केबल्स, के.के.नाग इंडस्ट्रीज, भुजबल बिल्डर्स, समल बिल्डर्स, डॉ.अविनाश ईनामदार और डॉ.मिलिंद गड़करी जैसे हृदयरोग विशेषज्ञ, निर्मिती सावंत और मकरंद देशपांडे जैसे मराठी कलाकार इत्यादि शामिल है| डॉ.अविनाश देशपांडे को राजीव गाँधी उत्कृष्टता पुरस्कार और प्रतिष्ठित वास्तु एवं फेंगशुई परामर्शदाता से सम्मानित किया गया है|