आज की दुनिया में हम सफल तो हो जाते हैं, पर हमारे जीवन में जिस इंसान की जरूरत होती है वह हमारे जीवन में नहीं होता है। आप बस, मेट्रो और एरोप्लेन में सफर कर रहे होते हैं उस समय अगर आपको भी लगता है कि आपको भी एक साथी की जरूरत है।आपको भी तलाश है एक सच्चे साथी की आपने सोचा है वास्तविक्ता में इसका क्या कारण है कि आप व्यवहार में इतने अच्छे, स्मार्ट और एक अच्छी जॉब वाले इंसान हैं फिर भी आपके साथ कोई ऐसा साथी नहीं है जो आपको प्यार कर सके। जो आपकी देखभाल कर सके।
क्या आपने अपनी कुंडली के बारे में सोचा है कि कहीं उसमें तो कोई दोष नहीं है? क्या आप जानते हैं प्यार का असली मतलब? क्या आप प्यार और सच्चे प्यार के अंतर को बारीकी से समझना चाहते हैं? आपके अनुसार सच्चा प्यार क्या होता है?
प्यार एक ऐसा एहसास है जो हमें अंदर से ख़ुशी देता है यह किसी के प्रति दया, अच्छी भावना, और स्नेह व्यक्त करने का तरीका होता है। प्यार एक ऐसा मजबूत आकर्षण (attraction) है जो किसी से भी हो सकता है। जिसे देखकर यह लगे कि यही है वो साथी जिसकी हमें तलाश थी। जब हम प्यार में होते हैं तब प्यार की फीलिंग्स कुछ ख़ास ही होती हैं।
जिससे हम सच्चा प्यार करते हैं उसे हम कभी भी दुखी नहीं देख सकते हैं, वो इंसान दूर रहकर भी हमारी यादों में हमेशा रहता है। सच्चा प्यार एक आत्मिक(Spiritual) समर्पण है जिसमें व्यक्ति दूसरे की रजा (delights) में हमेशा खुश रहता है। सच्चे प्यार में इतनी ताकत होती है कि बिगड़े से बिगड़ा इंसान आसानी से सुधर जाता है। पर यहां एक बात और भी आती है। ऐसा नहीं कि अगर आप किसी से सच्चा प्रेम करते है तो वो भी इंसान आपसे उतना ही प्रेम करे। सच्चा प्यार एक तरफा भी हो सकता है। चाहे दूसरा इंसान आपसे नफरत करे पर आपके दिल में उसके लिए फिर भी प्यार आना ही सच्चा प्रेम है।
अगर आप भी किसी से प्रेम करते हैं और वो आपको नहीं मिल पा रहा है तो उसके कई कारण हो सकते है। अगर आपने हर सम्भव कोशिश कर ली है और तब भी आपको आपका प्यार नहीं मिल रहा है तब हम यहाँ आपको ज्योतिष शास्त्र (astrology) में दिये गये कारण बताएंगेम जिसकी वजह से आपको अपना मनचाहा सच्चा प्यार (true love) मिल जायेगा क्योंकि सच्चे प्यार की तलाश हर किसी को होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म कुंडली का भाव खराब होने की वजह से ऐसा हो सकता है।
सच्चा प्यार न मिलने के पांच कारण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह का प्रेम से गहरा संबंध है। शुक्र को प्रेम का कारक ग्रह कहा जाता है। शुक्र ही प्रेम को चरम तक पहुंचाता है और बात शादी तक पहुंच जाती है। जन्म कुंडली में शरीर भाव का स्वामी और जीवनसाथी के भाव का स्वामी छठे और आठवें भाव में हो तो प्यार मिलने में अड़चन आ सकती है।
सच्चे प्यार के लिए जरूरी है कि व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह की दशा मजबूत हो। शुक्र के अस्त रहने पर या उस पर पाप ग्रहों(Sin Planetes) की दृष्टि होने से प्यार में रुकावट आने लग सकती है। साथ ही कुंडली के सातवें भाव पर भी पाप ग्रहों(Sin Planetes) की दृष्टि नहीं होनी चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म कुंडली का भाव खराब होने की वजह से भी ऐसा हो सकता है। जी हां, ज्योतिष में जन्म कुंडली के पांचवें भाव को प्रेम का कारक माना गया है। कई बार कुंडली का पांचवां भाव किसी दुसरे ग्रह से पीड़ित हो जाता है। ऐसी दशा में व्यक्ति को सच्चा प्यार नहीं मिल पाता है। साथ ही उसे प्यार में धोखे मिलने लगते हैं। कुंडली का सातवां भाव विवाह का कारक माना जाता है। कुंडली में जब पांचवे और सातवें भाव का प्रबल योग बनता है तो प्रेम विवाह होता है। जब तक कुंडली में पांचवें और सातवें भाव का योग नहीं बनता तब तक प्रेमी जोड़े अपनी शादी को लेकर असमंजस में रहते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म कुंडली में कालसर्प दोष की उपस्थिति होने पर भी आपको आपका सच्चा प्यार मिलने में दिक्कत का सामना हो सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्मपत्री में मंगल दोष होने के कारण भी आपके रिश्ते में रुकावट आ सकती है।
आप के जीवन में जो भी समस्या है उस सब के लिए एस्ट्रोयोगी (Astroyogi) लाया है कुछ ऐसे समाधान जिनसे आप अपने सच्चे प्यार को पा सकते हैं। यहाँ कुछ उपाय बताए गए हैं उन्हें जरूर अपनाएं।
सच्चा प्यार पाने के लिए कुंडली में स्थित शुक्र को मजबूत करना बेहद जरूरी होता है। इसी के साथ कुंडली में पंचम भाव में इसके स्वामी को अधिक बलवान करने के लिए उपाय जरुर करने चाहिए। साथ ही सप्तम भाव और सप्तमेश में से ग्रह की शांति अवश्य करवानी चाहिए।
मंगल (mars) ग्रह ऊर्जा प्रदान करने वाला ग्रह है। जातक के जीवन में किसी भी कार्य को करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। जब आप किसी को पसंद करते हैं, तो आपके लिए जरूरी है कि आप उससे अपने दिल की बात कहें। मंगल आपको ऐसा करने का साहस प्रदान करता है। वरना आप सोच सकते हैं कि प्यार का इजहार किए बिना या इकरार किए बिना, जीवन में प्यार का कोई महत्व नहीं रह जाता है। इसलिए मंगल ग्रह का भी बहुत बड़ा योगदान है।
कुंडली में छठे भाव में शुक्र, मंगल और राहु हों, तो व्यक्ति का ब्रेकअप होने की अधिक संभावना होती है। इसके अलावा, यदि अष्टम भाव में कोई ग्रह है, तो यह रिश्ते के लिए कुछ बड़ी परेशानी का कारण बनता है। इससे ब्रेकअप हो सकता है, स्वार्थ, गलतफहमी( Misunderstanding) और संचार में बाधा हो सकती है। इसके अलावा, जब पंचम भाव में केतु हो, तो प्रेम संबंध (love relationship) के टूटने की संभावना कम ही होती है इसलिए ऐस्ट्रोलॉजिस्ट की सहायता लेकर उपाय करना चाहिए।
भगवान कृष्ण को प्रेम का देवता माना जाता है, इसीलिए सच्चा प्यार पाने के लिए भगवान श्री कृष्ण के मंदिर में बांसुरी के साथ पान अर्पित करना चाहिए। ऐसा तब तक करना चाहिए जब तक कि प्रेमी आपके प्रेम को स्वीकार ना कर लें। इसी के साथ भगवान श्री कृष्ण के साथ राधा जी की तस्वीर का ध्यान करना चाहिए और " ॐ हुं ह्रीं सः कृष्णाय नमः" इस मंत्र का जाप बार बार करना चाहिए। इस मंत्र का जाप करने के उपरांत भगवान श्री कृष्ण के ऊपर शहद आदि छिड़कना चाहिए। इस उपाय से आपको अवश्य लाभ होगा।
भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी की तीन माह तक पूजा करें। इस पूजा को शुक्ल पक्ष में गुरुवार के दिन से प्रारंभ करें। पूजन के बाद ‘ओम लक्ष्मी नारायण नमः’ मंत्र का तीन माला जाप करें। साथ ही इन तीन माह तक प्रत्येक गुरुवार को मंदिर में प्रसाद चढ़ाएँ। ऐसा करने से आपको आपका सच्चा प्यार अवश्य मिलेगा।
कुछ अन्य उपाय भी कर सकते है।
शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी जी की पूजा करें।
गौरी-शंकर रुद्राक्ष धारण करें।
हीरा रत्न धारण करें।
महिलाएं सौलह सोमवार का उपवास करें।
शुक्रवार को अपने पार्टनर को गुलाबी वस्तुएं (Gift) दें।