अपने आप को स्वच्छ करने के लिये हम नहाते हैं, स्वच्छ वस्त्र पहनते हैं, अक्सर खाने से पहले और खाने के बाद हाथ भी धोते हैं और यह हमें स्वच्छ रहने के लिये अनिवार्य भी लगता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ कार्य ऐसे भी हैं जिन्हें करने से पहले यदि हम अपने हाथ मुंह के साथ अपने पैर भी धोते हैं इसके बहुत लाभ मिलते हैं। पैर धोने के पिछे केवल स्वच्छ रहने का उद्देश्य नहीं है बल्कि इसके पिछे बहुत सारी धार्मिक मान्यताएं और शिक्षाएं भी जुड़ी हैं। भगवान श्री कृष्ण अपने मित्र सुदामा के पैर धोते हैं। लेकिन श्री मद भागवत में लिखा है कि भगवान श्री कृष्ण तो अपने सभी अतिथियों के पैर पखारते थे। कई धार्मिक स्थलों में प्रवेश करने से पहले ही हमें अपने पैर धोने पड़ते हैं। गुरुद्वारों में तो अक्सर आपने ऐसा देखा होगा। तो आइये जानते हैं उन प्रमुख कार्यों के बारे में जिन्हें करने से पहले हमें अपने पैर अवश्य धोने चाहियें साथ ही जानेंगें कि पैर धोने से हमें लाभ क्या मिलता है।
अक्सर धार्मिक स्थलों पर विशेषकर गुरुद्वारे और कुछ मंदिरों में पैर धोने के पश्चात ही आप अंदर जाते हैं। इसके पिछे की मान्यता है कि इससे आपके साथ आने वाली सारी अशुद्धियां धुल जाती हैं। हालांकि इसका वैज्ञानिक कारण भी मिलता जुलता ही है इसके पिछे यही धारणा होती है कि आप अपने पैरों के साथ लाने वाली गंदगी को धार्मिक स्थल के अंदर न लेकर जायें। उसे पहले ही धो डालें। ताकि दूषित किटाणु अन्य लोगों को प्रभावित करें और आप भी स्वस्थ रहें। हालांकि यह नियम सिर्फ धार्मिक स्थलों पर ही नहीं बल्कि घर पर भी आपको अपनाना चाहिये और किसी भी धार्मिक कार्य को करने से पहले स्नानादि अवश्य करना चाहिये यदि स्नान किये हुए कुछ समय हो चुका हो तो हाथ मुंह और पैर जरूर धो लेने चाहियें। आरंभ में तो परंपरानुसार अतिथियों तक के पांव पखारे जाते थे क्योंकि अतिथि देवो भव: की परंपरा हमारे यहां रही हैं और मान्यता है कि जो अतिथियों के पांव धुलवाने से हमें देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसलिये इस भी आप आजमा सकते हैं और देवताओं के कृपापात्र बन सकते हैं।
यदि आप सारा दिन बाहर रहे हैं चाहे खेल कूद में व्यस्त रहे हों या फिर अध्ययन में व्यस्त रहें। दफ्तर से घर आयें हों या फिर बाज़ार से खरीददारी कर लायें हों। कहने का तात्पर्य है कि यदि आप घर से बाहर कुछ समय रहे हैं तो घर आते ही सबसे पहले आपको अपने पैर अवश्य धोने चाहिये। इससे लाभ यह होता है कि बिमारी को घर से बाहर आप निकाल ही देंगें साथ ही आपके पैरों के साथ चल कर आने वाली नकारात्मक ऊर्जा भी घर में प्रवेश नहीं करेगी। इसलिये घर आने के तुरंत बाद अपने पैर अवश्य धोयें और इसके अचूक लाभ भी प्राप्त करें।
खाना खाने से पहले भी अपने पैर जरूर धोने चाहिये। इसके पिछे जो कारण माना जाता है वह यह है कि इससे शरीर में रक्त का संचार बढ़ता है जिससे आपको भूख भी अच्छी लगती है। हां सिर्फ पैर धोकर ही मुक्त नहीं हो जाना है अपने हाथ मुंह भी धोने चाहिये।
ध्यान करने की क्रिया भी एक प्रकार की साधना मानी जाती है। जिस प्रकार भगवद् भक्ति से हमें आध्यात्मिक शांति मिलती है उसी प्रकार ध्यान से भी हमारा मन भगवान की ओर उन्मुख होता है। इसलिये इस क्रिया से पहले हमारा स्वच्छ होना जरूरी है और स्वच्छ होने के लिये जरूरी है अपने पैरों को धोना ताकि ध्यान के समय हमारे आस-पास नकारात्मकता का कोई स्त्रोत न हो।
सोने के लिये बिस्तर पर जाने से पहले अपने पैर धोना बहुत ही शुभ माना जाता है मान्यता है कि सोने से पहले यदि हमारे पैरों को धोकर उन्हें अच्छे से सुखा लिया जाये तो इससे काफी गहरी नींद आती है और हां सोते समय बूरे सपने भी आपको परेशान नहीं करते। आजमा कर देखें। उसमें तो कोई हर्ज नहीं होना चाहिये।