राहु और शनि हैं, ईशांत शर्मा के गुस्से का मुख्य कारण

Wed, Sep 02, 2015
टीम एस्ट्रोयोगी
 टीम एस्ट्रोयोगी के द्वारा
Wed, Sep 02, 2015
Team Astroyogi
 टीम एस्ट्रोयोगी के द्वारा
article view
480
राहु और शनि हैं, ईशांत शर्मा के गुस्से का मुख्य कारण

सबसे लम्बे भारतीय क्रिकेटरों में से एक तेज गेंदबाज ‘ईशांत शर्मा’ आज अपना 27वां जन्मदिन मना रहे हैं। जहाँ एक तरफ भारतीय क्रिकेट टीम 22 सालों बाद श्रीलंका में टेस्ट सीरीज जितने में कामयाब हुई है वहीँ दूसरी तरफ ईशांत शर्मा को अंतिम टेस्ट के दौरान लगातार विरोधी खिलाडिय़ों से उलझने के कारण आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन के लिए एक टेस्ट के लिए निलंबित भी कर दिया गया है।


अभी तक अपने टेस्ट करियर में ईशांत 200  विकेट ले चुके हैं और ऐसा करने वाले वह भारत के सातवें खिलाड़ी हैं। ईशांत शर्मा ने सात बार एक पारी में पांच विकेट और एक बार टेस्ट मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा भी किया है।


लंबे कद और लंबे बालों वाले ईशांत शर्मा का जन्म 02 सितम्बर 1988 को दिल्ली में हुआ था। पिछले कुछ साल ईशांत के लिए बिल्कुल भी सही नहीं गये हैं। कभी फिटनेस की समस्या तो कभी अपने खराब प्रदर्शन की वजह से इनको टीम से बाहर भी रहना पड़ा है। लेकिन वर्तमान समय इनके लिए काफी अच्छा चल रहा है। ईशांत शर्मा के जन्मदिन के मौके पर, आइये एक नजर डालते हैं कि इनका आने वाला समय इनके लिए कैसा रहेगा-

नाम- ईशांत शर्मा

जन्म तिथि- 2 सितंबर 1988

जन्म स्थान- दिल्ली

जन्म समय- ज्ञात नहीं।

लग्न- वृश्चिक, चन्द्र राशि- वृष, महादशा- राहु, अंतरदशा- शनि, प्रत्यांतर दशा- ब्रहस्पति, नक्षत्र- कृत्रिका तीसरा चरण।



वृश्चिक लग्न वाले गर्म स्वभाव के व्यक्ति होते हैं। बात-बात पर आने वाला इनका गुस्सा, इनके लिए एक बड़ी समस्या होती है। इस लग्न का स्वामी मंगल है और मंगल ग्रह का स्वभाव गर्म होता है। अभी ईशांत की कुंडली में मंगल नीच का चल रहा है और साथ ही साथ इनकी कुंडली में मंगल वक्री भी है तो छोटी-छोटी बातों पर इनको बहुत जल्दी गुस्सा आ रहा है।


वृश्चिक लग्न में अगर राहु और शनि चल रहे होते हैं तो यह दोनों ग्रह आदमी को नियंत्रण से बाहर कर देते हैं। अभी ईशांत की कुंडली में राहु की महादशा और शनि की अंतर दशा चल रही है। यह भी इनके लिए सही योग नहीं बना रहे हैं।


हाल ही में श्रीलंका सीरीज में इनका गुस्सा बार-बार देखा गया है और अंत में गुस्से की वजह से ही इनको अगली टेस्ट सीरीज में 1 टेस्ट ना खेल पाने की सजा भी मिली है।


इनकी कुंडली में 15 सितम्बर तक मंगल नीच का ही रहने वाला है उस समय तक ईशांत शर्मा को काफी दिक्कतों का सामना, मात्र अपने गुस्से के कारण हो सकता है।


स्वास्थ्य के लिहाज से जरूर कुछ समस्याओं का सामना, ईशांत को उठाना पड़ सकता है। 25 सितम्बर तक राहु और शनि एक साथ महादशा और अन्तरदशा में चल रहे हैं। तो इस समय में हो सकता है कुछ स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याए उभर कर आ सकती हैं। लेकिन 25 सितम्बर के बाद राहु के साथ बुध आ जायेगा जो इनके लिए समय साबित हो सकता है।


इनके करियर की बात करें तो पिछला कुछ समय भले ही इनके लिए सही नहीं गया हो किन्तु अभी आने वाला एक साल इनके करियर के लिहाज से काफी अच्छा हो सकता है। कुंडली में बन रहा गजकेसरी योग इनको अभी से शुभ फल प्रदान कर रहा है। चंद्रमा और ब्रहस्पति का सप्तम(केंद्र) में एक साथ होने से इस योग का निर्माण होता है। इस योग के कारण आगामी सीरीज में भी इनका हरफनमौला प्रदर्शन जारी रह सकता है।


एस्ट्रोयोगी की ईशांत शर्मा को सलाह है कि अपने गुस्से पर काबू रखें। उपाय के लिए मंगल को लाल चीजों का दान व हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ, इनकी पीड़ा कम कर सकता है। साथ ही साथ ॐ हमं हनुमते नमः मन्त्र का कम से कम 108 बार प्रतिदिन जप, बेहद उपयोगी साबित हो सकता है।



एस्ट्रोयोगी ईशांत शर्मा को इनके जन्मदिवस की बधाई देता है और उम्मीद करता है कि आगामी समय इनके लिए अच्छा रहेगा।


article tag
Celebrity
article tag
Celebrity
नये लेख

आपके पसंदीदा लेख

अपनी रुचि का अन्वेषण करें
आपका एक्सपीरियंस कैसा रहा?
facebook whatsapp twitter
ट्रेंडिंग लेख

ट्रेंडिंग लेख

और देखें

यह भी देखें!