एक रत्न जो आपके कई सारे परेशानियों को दूर करने का सामर्थ्य रखता है। आज हम उसी रत्न के बारे में बात करेंगे। मोती आपने तो सुना ही होगा। इसे ज्योतिष में भी चंद्रमा का रत्न माना जाता है। जिसका ज्योतिष शास्त्र में काफी महत्व है। इस लेख में मोती धारण कर आप किस तरह अपने परेशानियों दूर कर सकते हैं। इसके बारे में हम विस्तार से जानेंगे। लेख में हम मोती के बारे में इसका ज्योतिषीय महत्व है? इसे जातक करने से क्या लाभ मिलता है? इसे किस तरह से धारण कर सकते है धारण करने की विधि क्या है? तो आइये जानते हैं मोती धारण कर कैसे हम अपने परेशानियों से निपट सकते हैं।
वैदिक ज्योतिष में मोती चंद्रमा का रत्न माना जाता है। ज्योतिषियों का कहना है कि मोती धारण करने से चंद्रमा मजबूत व प्रभावी होता है। चूंकि चंद्रमा मन का कारक ग्रह है यानी की मन को प्रभावित करता है। मन यदि अस्तिर हो तो जीवन में जातक किसी भी काम में मन नहीं लगा पाता, काम ही नहीं किसी भी चीज में वह अधिक रूचि नहीं ले पाता जिसके चलते वह उसे छोड़ आगे निकलने की कोशिश करता है। यहां तक की यह वैवाहिक जीवन को भी प्रभावित कर देता है। इसके साथ ही मन में नकारात्मक बातें आती है। साथी के साथ अन बन भी होता। कार्यालय में भी मन नहीं लगता है। जिसके चलते काम में देरी होती है और आपको काम के प्रति लापरवाह समझ लिया जाता है। आपकी छवि खराब होती है। केवल आपका मन अस्थिर होने से तो क्या हम इसे शांत नहीं कर सकते हैं? सकते हैं ज्योतिषाचार्यों का कहना है बस मोती धारण करने से आप अपने इस अस्थिर मन से निजात पा सकते हैं। क्योंकि मन के कारक का रत्न है मोती। मोती धारण करने के कई फायदे हैं। परंतु ज्योतिषा के परामर्श के बाद इसे धारण करें अन्यथा आपको हानि हो सकता है। ज्योतिषाचार्यों से अभी बात करने के लिए यहां क्लिक करें।
ज्योतिष शास्त्र में अनुसार अलग लग्नों में जन्मे जातक अलग तत्वों में मोती पहन सकते हैं। आमतौर पर मोती को चांदी में धारण किया जाता है। लेकिन ज्योतिषीय परामर्श पर इसके आप ज्योतिष द्वारा सुझाएं गए धातु में धारण कर सकते हैं। मोती को मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन लग्न के जातकों को धारण करना उत्तम है। इसके इतर वृष, मिथुन, कन्या, मकर और कुम्भ लग्न के जातकों के लिए मोती धारण करना हानिकारक माना जाता है। लेकिन आप ज्योतिषीय पारमर्श लेकर मोती धारण कर सकते हो।
मोती धारण के कई लाभ हैं जिनमें से हम आपके लिए कुछ उपयोगी व महत्वपूर्ण लाभों के बारे में यहां आपको बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं मोती धारण करने फायदे –
मन को करता है शांत
मोती धारण करने का सबसे अधिक लाभ मानसिक के रूप में मिलता है। मन के कारक ग्रह चंद्रमा हैं। मोती चंद्रमा का रत्न है। जिसे धारण करने से मन को शांति मिलती है। साथ ही आपकी मानसिक स्थिति भी अच्छी होती है। आपका मनोबल मजबूत होता है। जिससे आप अपने जरूरी फैसलों को आसानी ले सकेंगे।
गुस्से को काबू में करता है मोती
मोती धारण करने का एक और लाभ है कि यह क्रोध को शांत करता है। मोती शातल रत्न है और अपने गुणों से ये धारक के गुस्से को शांत करता है और उसे अपने गुस्से पर नियंत्रण रखने का सामर्थ्य भी देता है।
वैवाहिक जीवन में खुशियां लाती है मोती
ज्योतिषाचार्यों की माने तो मोती धारण करने से पारिवारिक समस्याओं से निजात पाया जा सकता है। अगर आप पारिवारिक कलह से परेशान हैं तो मोती धारण कर आप अपने इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आपके इस कदम से आपका जीवन बदल जाएगा। साथी के साथ तनाव व मनमुटाव है तो आप अपने साथी को व स्वयं भी ज्योतिषीय परामर्श लेकर मोती धारण करवा के देखे निश्चित तौर पर आपको लाभ होगा। घर में सुख और समृद्धि आएगी।
यहां दी गई जानकारी सामान्य है। मोती धारण करने से पूर्व एक बार ज्योतिषीय परामर्श जरूर लें। इसके बाद ही मोती धारण करें। ज्योतिषाचार्य से परामर्श करने के लिए यहां क्लिक करें।