Masik Shivratri 2025: हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिवरात्रि का दिन भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है। हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी यानी 14वें दिन पर मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस प्रकार यह प्रत्येक माह में एक बार आती है। शिव पुराण में भी मासिक शिवरात्रि के महत्व के बारे में बताया गया है। मासिक शिवरात्रि पर रात को जागकर सभी भक्त भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-उपासना करते हैं। मासिक शिवरात्रि (Masik shivratri 2025) का व्रत करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और भगवान शिव के आशीर्वाद से आपके घर में सुख-समृद्धि आती है।
इस व्रत को महिलाएं और पुरुष दोनों रख सकते हैं। हालांकि आमतौर पर विवाहित और अविवाहित महिलाएं मासिक शिवरात्रि का व्रत जरूर रखती हैं। यहां एस्ट्रोयोगी साल 2025 के लिए मासिक शिवरात्रि व्रत लिस्ट (Masik Shivratri Vrat dates 2025) लेकर आया है। तो चलिए जानते हैं कि मासिक शिवरात्रि कब-कब पड़ेगी, मासिक शिवरात्रि का महत्व और पूजा विधि क्या है?
मासिक शिवरात्रि एक साल में कुल 12 बार आती है. तो चलिए जानते हैं कि मासिक शिवरात्रि 2025 में कब है? (Masik Shivratri 2025 mein kab hai)
27 जनवरी 2025, सोमवार
माघ, कृष्ण चतुर्दशी
मासिक शिवरात्रि तिथि प्रारम्भ - 27 जनवरी, रात 08:34 बजे
मासिक शिवरात्रि तिथि समाप्त - 28 जनवरी, रात 07:35 बजे
26 फरवरी 2025, बुधवार
फाल्गुन, कृष्ण चतुर्दशी
मासिक शिवरात्रि तिथि प्रारम्भ - 26 फरवरी, सुबह 11:08 बजे
मासिक शिवरात्रि तिथि समाप्त - 27 फरवरी, सुबह 08:54 बजे
27 मार्च 2025, बृहस्पतिवार
चैत्र, कृष्ण चतुर्दशी
मासिक शिवरात्रि तिथि प्रारम्भ - 27 मार्च, रात 11:03 बजे
मासिक शिवरात्रि तिथि समाप्त - 28 मार्च, रात 07:55 बजे
26 अप्रैल 2025, शनिवार
वैशाख, कृष्ण चतुर्दशी
मासिक शिवरात्रि तिथि प्रारम्भ - 26 अप्रैल, सुबह 08:27 बजे
मासिक शिवरात्रि तिथि समाप्त - 27 अप्रैल, सुबह 04:49 बजे
25 मई 2025, रविवार
ज्येष्ठ, कृष्ण चतुर्दशी
मासिक शिवरात्रि तिथि प्रारम्भ - दोपहर 25 मई, दोपहर 03:51 बजे
मासिक शिवरात्रि तिथि समाप्त - दोपहर 26 मई, दोपहर 12:11 बजे
23 जून 2025, सोमवार
आषाढ़, कृष्ण चतुर्दशी
मासिक शिवरात्रि तिथि प्रारम्भ - 23 जून, रात 10:09 बजे
मासिक शिवरात्रि तिथि समाप्त - 24 जून, शाम 06:59 बजे
23 जुलाई 2025, बुधवार
श्रावण, कृष्ण चतुर्दशी
मासिक शिवरात्रि तिथि प्रारम्भ - 23 जुलाई, सुबह 04:39 बजे
मासिक शिवरात्रि तिथि समाप्त - 24 जुलाई, रात 02:28 बजे
21 अगस्त 2025, बृहस्पतिवार
भाद्रपद, कृष्ण चतुर्दशी
मासिक शिवरात्रि तिथि प्रारम्भ - 21 अगस्त, दोपहर 12:44 बजे
मासिक शिवरात्रि तिथि समाप्त - 22 अगस्त, सुबह 11:55 बजे
19 सितम्बर 2025, शुक्रवार
आश्विन, कृष्ण चतुर्दशी
मासिक शिवरात्रि तिथि प्रारम्भ - 19 सितम्बर, रात 11:36 बजे
मासिक शिवरात्रि तिथि समाप्त - 21 सितम्बर, रात 12:16 बजे
19 अक्टूबर 2025, रविवार
कार्तिक, कृष्ण चतुर्दशी
मासिक शिवरात्रि तिथि प्रारम्भ - 19 अक्टूबर, दोपहर 01:51 बजे
मासिक शिवरात्रि तिथि समाप्त - 20 अक्टूबर, दोपहर 03:44 बजे
18 नवम्बर 2025, मंगलवार
मार्गशीर्ष, कृष्ण चतुर्दशी
मासिक शिवरात्रि तिथि प्रारम्भ - 18 नवम्बर, सुबह 07:12 बजे
मासिक शिवरात्रि तिथि समाप्त - 19 नवम्बर, सुबह 09:43 बजे
18 दिसम्बर 2025, बृहस्पतिवार
पौष, कृष्ण चतुर्दशी
मासिक शिवरात्रि तिथि प्रारम्भ - 18 दिसम्बर, रात 02:32 बजे
मासिक शिवरात्रि तिथि समाप्त - 19 दिसम्बर, सुबह 04:59 बजे
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मासिक शिवरात्रि पर पूजा करने के लिए विशेष विधि का पालन किया जाता है. इससे भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। जानें कि मासिक शिवरात्रि व्रत कैसे करें।
मासिक शिवरात्रि पर सूर्योदय से पहले सुबह उठकर भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करें।
अपनी दैनिक क्रियाओं से निपटने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें और व्रत का संकल्प लें।
इसके बाद समस्त शिव परिवार की पूजा करें। यह पूजा आप अपने घर या पास के किसी मंदिर में भी कर सकते हैं।
पूजा में सबसे पहले शहद, दही, कच्चे दूध, गंगाजल और जल से शिवलिंग का अभिषेक करें।
शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, भांग और श्रीफल आदि अर्पित करें।
धूप-अगरबत्ती दिखाकर आरती करें। पूजा में शिव चालीसा और शिव मन्त्रों का जाप अवश्य करें।
मासिक शिवरात्रि प्रत्येक माह में एक बार आती है। इस व्रत को शिव भक्त बहुत श्रद्धा-भाव से रखते हैं और अपने आराध्य का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। मासिक शिवरात्रि के व्रत को बहुत प्रभावी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह पर्व बेहद खास होता है, इस दिन पूजा अर्चना करने से आपको अपनी इन्द्रियों को नियंत्रण में रखने में मदद मिलती है। जो शिव भक्त इस दिन पूरी श्रद्धा से उपवास रखते हैं और भगवान शिव व माता पार्वती की आराधना करते हैं उनकी हर मनोकामना पूरी होती है। अगर अविवाहित कन्याएं मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri in Hindi) का व्रत रखती हैं तो उन्हें अच्छा और गुणी वर प्राप्त होता है। इसके साथ ही विवाह में आ रही अड़चनें भी समाप्त हो जाती हैं। वहीं विवाहित महिलाओं का वैवाहिक जीवन खुशियों से भर जाता है। इस व्रत का उचित ढंग से पालन करने से आपको आर्थिक रूप से मजबूत होने का अवसर भी प्राप्त हो सकता है।
इन नियमों का रखें ध्यान
धार्मिक दृष्टि से मासिक शिवरात्रि एक बहुत ही पवित्र दिन होता है। इसलिए अपने घर और मंदिर की सफाई अच्छे से करें।
अपने घर में सात्विक भोजन खाएं और पकाएं। तामसिक भोजन जैसे प्याज़, लहसुन, और मास-मच्छी का सेवन बिलकुल न करें।
अगर आप मासिक शिवरात्रि पर व्रत रख रहे हैं तो अपने वस्त्रों का विशेष ध्यान रखें। गहरे रंग के कपड़े न पहनें। ऐसा इसलिए है किसी भी धार्मिक कार्य में काले कपड़े पहनना शुभ नहीं माना जाता है।
इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना जरूरी होता है। मासिक शिवरात्रि पर आपको तन और मन दोनों से पवित्र रहने की जरूरत होती है।
मासिक शिवरात्रि व्रत के दौरान अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना महत्वपूर्ण होता है। मासिक शिवरात्रि के दिन किसी को बुरा बोलने या अपशब्दों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। अपने मन में गलत विचार न आने दें और अच्छे लोगों के साथ समय बिताएं।
यहां मासिक शिवरात्रि से जुड़ी सामान्य जानकारी दी गई है, अगर आप मासिक शिवरात्रि के उपाय या पूजा विधि जानना चाहते हैं तो आप एस्ट्रोयोगी के विशेषज्ञ ज्योतिषियों से संपर्क कर सकते हैं।