राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने रामनाथ कोविंद को अपना उम्मीद्वार बनाकर विपक्ष को दुविधा में डाल दिया। विपक्ष भी सत्ता पक्ष से राष्ट्रपति उम्मीद्वार के चुनाव में सत्तापक्ष द्वारा प्रत्याशी के नाम को लेकर सुझाव न मांगने पर खुद को उपेक्षित महसूस करने लगा। दलित प्रत्याशी होने से कुछ विपक्षी दल तो सत्ता पक्ष के साथ भी खड़े हो गये तो बसपा ने विपक्ष को दलित उम्मीद्वार ही खड़ा करने की चेतावनी दी। कुल मिलाकर विपक्ष मीरा कुमार को अपना प्रत्याशी बनाकर इस दुविधा से उबर पाया। भारतीय राजनीति खासकर दलित राजनीति में मीरा कुमार के पिता जगजीवन राम का बड़ा नाम रहा है। बिहार के सासाराम से संसद का सफर आरंभ करने वाली मीरा कुमार लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन हुईं हैं तो उनके कद को भी कम करके नहीं आंका जा सकता है लेकिन राष्ट्रपति उम्मीद्वार के रूप में अपने प्रतिद्वंदी को पराजित करना इनके लिये आसान नहीं हैं। इनकी कुंडली के अनुसार एस्ट्रोयोगी ज्योतिषाचार्य राष्ट्रपति चुनाव में इनकी जीत की कितनी संभावनाएं जता रहे हैं आइये जानते हैं।
नाम – मीरा कुमार
जन्मतिथि – 31 मार्च 1945
जन्म समय – 09:00
जन्म स्थान – पटना, बिहार, भारत
मेष लग्न की कुंडलिका तुला राशि है, इनका जन्म स्वाति नक्षत्र में हुआ है। वर्तमान में इन पर शुक्र की महादशा और सूर्य का अंतर चंद्रमा का प्रत्यंतर चल रहा है।
लग्न में शुक्र और बुध की लक्ष्मी नारायण युति इनकी कुंडली में राजयोग तो बनाते हैं जिसका प्रभाव पूर्व देखा भी जा चुका है इसी की बदौलत इन्होंने संसद सदस्य से लेकर लोकसभा अध्यक्ष तक का सफर भी तय किया है।
वर्तमान में शुक्र इनकी कुंडलिका में स्वराशिगत होकर द्वितीय स्थान पर बैठा हुआ है जो कि वक्र शनि से दृष्टित है। भाग्य स्थान का स्वामी बृहस्पति छठे घर में विराजमान है जिससे भाग्य का साथ इन्हें कम मिलने के आसार हैं।
कुंडली में राजयोग के कारण ये राष्ट्रपति के उम्मीद्वार के रूप में तो घोषित हो चुकी हैं लेकिन आगे के पथ का प्रदर्शन ग्रह इनके लिये करें ज्योतिषाचार्यों इसकी संभावना कम ही जता रहे हैं।