हिंदू धर्म में मोर पंख घर में रखना शुभ माना जाता है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि भले वैश्विक स्तर पर लोगों का यह मानना हो कि मोर पंख नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखता है लेकिन मोर पंख की जितनी महत्ता भारत के लोगों के लिए है शायद ही वह किसी अन्य देश के लोगों के लिए हो। समस्त शास्त्रों, ग्रंथों, वास्तु एवं ज्योतिष शास्त्र में मोर पंख को महत्त्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। घर में मोर पंख ऐसे स्थान पर लगाएं जहां से वह आसानी से सभी को दिखाई देता रहे। मोर के पंख को भवन में रखने का बहुत ही महत्त्व है। इसका धार्मिक कार्यों में भी प्रयोग किया जाता है। आइए जानते हैं....
प्रचलित पौराणिक कथा
एक समय में संध्या नामक एक असुर हुआ करता था। जिसने घोर तप करके भगवान शिव को प्रसन्न कर कई तरह की शक्तियां वरदान स्वरूप प्राप्त करके भगवान विष्णु के भक्तों पर अत्याचार करने लगा। एक दिन वह स्वर्ग पर भी अपना आधिपत्य कर सभी देवी- देवताओं को बंदी बना लिया। जिसे परास्त करने के लिए सभी देवी और देवता मोर पंख में विराजित हो गए जिसके बाद इस असुर का वध हो सका। तभी से मोर पंख को पूजनीय माना जाने लगा और इसे मंदिर में स्थान मिला।
मोर पंख की जितनी महत्ता भारत के लोगों के लिए है शायद ही किसी अन्य देश के लोगों के लिए हो। हमारे यहां माना जाता है कि मोर नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में सबसे प्रभावी है। हालांकि 20वीं शताब्दी में पश्चिमी देशों के लोग मोर के पंख को दुर्भाग्य का सूचक मानते थे। लेकिन बाद में मोर पंख की शुभता का आभास होने के बाद इसे शुभ चिन्ह के रूप में स्वीकार कर लिए।
मोर के पंख से जुड़ी वैश्विक पौराणिक मान्यताएं
हिंदू धर्म में मोर के पंख को धन की देवी मां लक्ष्मी और विद्या की देवी सरस्वती से जोड़कर देखा जाता है। लक्ष्मी सौभाग्य, खुशहाली और धन धान्य व संपन्नता के लिए पूजी जाती हैं। मोर के पंखों का प्रयोग लक्ष्मी की इन्हीं विशेषताओं को हासिल करने के लिए किया जाता है। मोर विद्या की देवी सरस्वती मां का प्रिय होने से विद्यार्थी वर्ग में अपनी पुस्तकों के भीतर मोर पंख रखने की प्रथा है। मोर के पंख को बांसुरी के साथ घर में रखने से रिश्तों में मीठास घुलता है। मोर पंख बहुत से देवताओं का प्रिय आभूषण है जैसे भगवान श्री कृष्ण, श्री गणेश और कार्तिकेय जी का।
ग्रीक के पौराणिक मान्यताओं में मोर को ‘हेरा’ (ग्रीक शक्तिशाली देवी) के साथ जोड़ा जाता है। मान्यता के अनुसार आर्गस, जिसकी सौ आंखें थीं, उसके द्वारा हेरा ने मोर की रचना की थी। यही वजह है कि ग्रीक लोग मोर के पंखों को स्वर्ग और सितारों की निगाहों के साथ जोड़ते हैं।
नवग्रहों की शांति व धन लाभ के लिए करें मोर पंख का उपयोग
मोर के पंख का प्रयोग नवग्रहों की शांति के लिए किया जाता है। घर के उत्तर या उत्तर-पूर्वी कोने में मोर पंख रखने से नवग्रह की पीड़ा कम होती है। मोर पंख को मां लक्ष्मी से भी जोड़ा जाता है। इसलिए मोर पंख धन को आकर्षित करता है और लोग इसे अपने घर की तिजोरी में रखते हैं। इसके अलावा आप घर और ऑफिस में मोर की सुंदर सी तस्वीर और शोपीस भी रख सकते हैं।
मन को शांत करता है मोर पंख
यदि बच्चा जिद्दी है और आपकी कोई बात नहीं मानता, तो उसे रोजाना मोर के पंखे से बने पंखे से हवा करें अथवा अपने सीलिंग फैन पर ही मोर पंख चिपका दें। बच्चे का जिद्दी स्वभाव कुछ ही दिनों में अपने आप ठीक हो जाएगा। नवजात शिशु के सिरहाने पर चांदी के ताबीज में एक मोर पंख भरकर रखने से बच्चे को नजर नहीं लगेगी और उसे सपने नहीं आतें और डर नहीं लगता।
मोर पंख से करें भवन व व्यापारिक प्रतिष्ठान के वास्तु दोष दूर
वास्तु शास्त्र के अनुसार मोर पंख वास्तु दोष में चमत्कारिक असर दिखाता है। यह घर, दुकान या व्यापारिक प्रतिष्ठान का वास्तु दोष दूर करने में सक्षम है। यदि इमारत में वास्तु दोष है और बिना तोड़फोड़ किए उसे ठीक करना संभव नहीं है तो मोर पंख का उपयोग कर दोष दूर किया जा सकता है। इसके लिए बस आपको अपने भवन या दुकान के मुख्य द्वार पर मोर के तीन पंख को लगाना है। ध्यान रहे द्वार पर यह ऐसी जगह लगाया जाए, जिसके नीचे से परिवार के सदस्य होकर गुजरते हो। इससे वास्तु दोष दूर होगा और संपत्ति में वृद्धि होगी।
मोर पंख के अन्य लाभ जानने के लिए, परामर्श करें देश के जाने-माने ज्योतिषाचार्योंं से।