आपके जीवन का उद्देश्य क्या है या आप जीवन में क्या हासिल करना चाहते हैं यह प्रश्न सुनते ही अधिकतर लोगों का जवाब होता है, “यार अभी कुछ तय नहीं किया है, पता नहीं यार क्या करना है? इस बारे में कभी सोचा नहीं”। लेकिन ये प्रश्न हमें कुछ देर के लिए ही सही, परंतु यह सोचने पर विवश कर देते हैं कि वास्तव में जीवन में करना क्या है? हासिल क्या करें या क्या बनें और कुछ समय बाद इसे भूला कर हम अपनी भाग- दौड़ भरी ज़िदगी में आगे बढ़ जाते हैं। लेकिन आप अपने जीवन में कुछ न कुछ जरूर करना चाहते हैं। एक लक्ष्य तक पहुंचना चाहते हैं। व्यक्ति की महत्वाकांक्षा कुछ भी हो सकती है। उसका उद्देश्य कुछ भी हो सकता है। लेकिन जब वह उसे प्राप्त करने में सफल होता है तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं होता। अपने लक्ष्य से बढ़कर उसके लिए कुछ भी महत्व नहीं रखता है। इस लेख में हम ऐसी पांच बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जो किसी भी उद्देश्य तक पहुंचने में मायने रखती हैं। तो आइए जानते हैं जीवन उद्देश्य को प्राप्त करने के पांच मूल सूत्र।
उद्देश्य की ओर बढ़ने के क्रम में यह पहला और बहुत ही जरूरी पड़ाव है। इस पड़ाव को पार करने के लिए व्यक्ति को अपना उद्देश्य निर्धारित करना होगा। चाहे वह किसी भी क्षेत्र में हो जैसे- प्यार, व्यापार, पद या कोई वस्तु। यदि आपको लगता है कि आपने उद्देश्य को तय करने में विचलित हो रहे हैं तो ऐसे में आप ज्योतिषाचार्यों की सहायता ले सकते हैं। क्योंकि ज्योतिषाचार्य आपकी कुंडली का आकलन कर आपको गाइड करते हैं। इनकी गाइडेंस से आप जीवन के लक्ष्य को तय करने में सक्षम होगें। यह सलाह इसलिए दी जा रही है क्योंकि हम पर हमारे ग्रहों की दशाओं का बहुत प्रभाव होता है। यही ग्रह जातक के उद्देश्यों को तय करने में उनकी सहायता करते हैं।
उद्देश्यों की सूची तैयार करने के बाद अब बारी आती है इन उद्देश्यों की प्राथमिकता तय करना। लेकिन कई बार हम इसे तय करने में असमर्थ होते हैं। क्योंकि हमारे मन में कई तरह की बातें चल रही होती हैं। इस मुश्किल से निकलने के लिए आप ज्योतिषाचार्यों से सहायता ले सकते हैं। ज्योतिषाचार्य आपको आपकी कुंडली के हिसाब से बताएंगे कि आपको सबसे पहले किस उद्देश्य को प्राथमिकता देनी चाहिए। जानकारी के लिए आप एस्ट्रोयोगी एस्ट्रोलॉजर से बात कर सकते हैं जो आपकी सहायता के लिए यहां हमेशा उपस्थित हैं।
उद्देश्य की प्राथमिकता तय करने के बाद आप उद्देश्य के साथ स्वयं का आकलन करें। उद्देश्य की वास्तविकता पर ध्यान दें। साथ ही अपने वास्तविक क्षमता को पहचानें। ऐसा न हो की जो उद्देश्य आपने तय किया है वह आपके सामर्थ्य के परे हो। यदि आपने जो उद्देश्य निर्धारित किया है वह आपके सामर्थ्य से ज्यादा दूर नहीं है तो आप उसे प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं। इसके लिए आप योजना बनाएं और थोड़ा अधिक परिश्रम करें।
वास्तविकता को जानकर अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए योजना तैयार कर परिश्रम करना तो ठीक है किन्तु आपको योजना के संबंध में सही समय पर फैसला लेना होगा। कहा जाता है कि लोहा जब गरम हो तभी उस पर हथोड़ा मारना चाहिए जिससे उस पर अधिक प्रभाव पड़े। इसी तरह सही समय पर फैसला लेने पर आप 99 प्रतिशत तक अपने उद्देश्य को प्राप्त करने में सफल हो जाएंगे। बचा एक प्रतिशत आपके भाग्य पर निर्भर करता है। सही समय पर निर्णय लेने में कोई कठिनाई आ रही है तो आप इसमें ज्योतिषाचार्य की सहायता ले सकते हैं। एस्ट्रोयोगी पर देश के जाने माने ज्योतिषाचार्य आपकी सहायता करने के लिए उपलब्ध हैं। जिनकी गाइडेंस से आप उचित समय पर निर्णय लेकर अपने उद्देश्य को प्राप्त करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ पाएंगे।
उचित समय पर निर्णय लेने से आप अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के एक और पड़ाव को पूरा कर लेंगे। इसके बाद आपको अपने बनाये गए योजना पर पूरी निष्ठा के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। क्योंकि किसी भी उद्देश्य को हासिल करने के लिए व्यक्ति को कर्म करना जरूरी है। कर्म के बिना भाग्य भी व्यक्ति का साथ नहीं देता है। अगर आप सही दिशा में कार्य करेंगे तो आपने उद्देश्य को प्राप्त करने सफल होंगे।