शनि ग्रह को ज्योतिषशास्त्र में बहुत ही शक्तिशाली ग्रह माना जाता है। राशिचक्र की कुंभ व मीन राशियों के स्वामी शनि न्याय के देवता भी माने जाते हैं। इन्हें दंडाधिकारी भी माना जाता है हालांकि अपनी तरफ से शनि कुछ भी नहीं करते बल्कि जो जैसा कर्म करता है उसी के अनुसार उसका फैसला शनिदेव करते हैं। शनि के गोचर में हल्की सी फेरबदल जातकों के जीवन में बहुत कुछ बदल कर रख देती हैं ऐसे में उनकी हर गतिविधि बहुत ही अहम मानी जाती है। साल 2017 में शनि के परिवर्तन से लेकर शनि के वक्री फिर वक्र होकर राशि परिवर्तन फिर शनि का मार्गी होना और उसके बाद पुन: राशि परिवर्तन होना है। अगस्त माह की 25 तारीख को शनि वक्री से मार्गी हुए हैं। ऐसे में शनि की चाल में आया यह बदलाव आपके लिये कैसा रहेगा। आइये जानते हैं क्या कहते हैं एस्ट्रोयोगी ज्योतिषाचार्य-
मेष – मेष राशि से शनि अष्टम स्थान में मार्गी हुए हैं। आपके लिये शनि की चाल में आये इस बदलाव को सकारात्मक कहा जा सकता है। यदि पिछले कुछ समय से आप शारीरिक रूप कमजोरी या किसी रोग की चपेट में हैं तो इस समय आपका स्वास्थ्य बेहतर होने के प्रबल आसार है। मानसिक तौर पर भी आप स्वयं को काफी अच्छा महसूस कर सकते हैं। कामकाज के मामले में भी आपको अपनी मेहनत का अपेक्षित परिणाम मिलने के पूरे आसार हैं।
वृषभ – आपकी राशि से शनि सप्तम स्थान में मार्गी हुए हैं। शनि के मार्गी होने से आप अपने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सकारात्मक बदलावों को महसूस कर सकते हैं। विशेषकर सप्तम स्थान में शनि के मार्गी होने से दापंत्य जीवन में आपको भरपूर सुख मिल सकता है। अविवाहित जातकों के लिये इस समय विवाह के योग भी बन सकते हैं। जो जातक नई नौकरी, नये कार्य, नये व्यवसाय की शुरुआत करना चाहते हैं उनके लिये भी समय अनुकूल रहेगा। जिन जातकों को नौकरी मिलने में किसी तरह की अड़चन आड़े आ रही थी उनकी बाधाएं दूर होने के आसार भी हैं। कुल मिलाकर शनि का मार्गी होने आपके बिगड़े कार्यों को बनाने का काम कर सकता है।
मिथुन – मिथुन राशि के जातकों के लिये शनि छठे स्थान में मार्गी हुए हैं जो कि आपके लिये रोग व शत्रु का स्थान है। इस समय आप अपने प्रतिद्वंदियों, विरोधियों, विपक्षियों पर हावि हो सकते हैं। न्यायालय संबंधी मामलों में सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं विशेषकर ज़मीन-जायदाद संबंधी किसी मामले में परिणाम अपेक्षित है तो फैसला आपके हित में हो सकता है।
कर्क – आपकी राशि से शनि का पंचम स्थान में मार्गी होना आपके लिये शुभ समय आने के संकेत कर रहा है। जो जातक शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिये तो समय और भी अच्छा रहने के आसार हैं। इस समय आपको विभिन्न क्षेत्रों से धन की प्राप्ति हो सकती है। दफ्तर से लेकर घर तक आपकी प्रतिष्ठा बढ़ सकती है। सामाजिक रूप से भी आपके मान-सम्मान में वृद्धि होने के आसार हैं। जो विवाहित जातक संतान प्राप्ति की कामना रखते हैं उन्हें भी सफलता मिल सकती है।
सिंह - सिंह जातकों के लिये शनि सुख भाव यानि चतुर्थ स्थान में मार्गी हुए हैं। शनि की बदली चाल आपके जीवन में कुछ बेहतर बदलाव लेकर आ सकती है। पिछले कुछ समय से जो घरेलू कार्य लंबित चल रहे थे या उनके सिरे चढ़ने में किसी तरह की बाधाएं महसूस कर रहे थे तो वे दूर हो सकती हैं और आपके कार्य बन सकते हैं। नया वाहन खरीदने के इच्छुक जातकों की इच्छा भी पूरी हो सकती है। भूमि संबंधि मामलों में लाभ प्राप्त हो सकता है। कुल मिलाकर शनि के मार्गी होने से आपका जीवन सुख-सुविधाओं से समृद्ध हो सकता है।
कन्या – आपकी राशि से शनि पराक्रम भाव में मार्गी हुए हैं। शनि की चाल में आया यह बदलाव आपके लिये लाभदायक कहा जा सकता है। परिजनों विशेषकर छोटे भाई-बहनों से आपके संबंध मधुर बन सकते हैं। उनके जीवन में चल रही किसी समस्या का समाधान करने में आपकी भूमिका अहम हो सकती है। इस समय आपके लिये छोटी-मोटी यात्राओं के योग भी बन सकते हैं। कामकाज के सिलसिले में की गई यात्राएं सफल रह सकती हैं।
तुला – तुला जातकों के लिये शनि राशि से द्वितीय भाव में मार्गी हुए हैं। आपके लिये समय बहुत ही सुनहरा रहने के आसार हैं। भविष्य के लिये धन संचित करने के इच्छुक हैं तो इस समय आप बचत की योजना पर काम कर सकते हैं। यदि स्वास्थ्य संबंधी किसी परेशानी का सामना कर रहे हैं तो उसमें भी आपको राहत मिलने के आसार हैं।
वृश्चिक – शनि आपकी ही राशि में वक्री होकर गोचररत थे जो कि अब मार्गी हो चुके हैं। शनि के मार्गी होने से पिछले समय में जो कष्ट आप झेल रहे थे उनमें कमी आने के आसार हैं जिससे आपको राहत महसूस हो सकती है। आपके कार्यों में आ रही अड़चनें भी धीरे-धीरे कम हो सकती हैं। इस समय आप शनि की साढ़ेसाती के अंतिम चरण से गुजर रहे हैं। इसलिये शनि आपको धीरे-धीरे लाभ देने वाले भी रहेंगे।
धनु – धनु राशि वालों के लिये शनि 12वें स्थान में मार्गी हुए हैं। यह समय आर्थिक तौर पर आपके लिये मिलाजुला रहने के आसार हैं। इसका कारण है कि 12वें शनि जहां आपके खर्चों में बढ़ोतरी करेंगें वहीं आपके लिये आय के स्त्रोत भी बनायेंगें। विशेषकर विवाहोत्सव अथवा किसी मांगलिक कार्य में आपको धन खर्च करना पड़ सकता है। साथ ही शनि की चाल मे आये इस बदलाव से आपके जीवन में भी काफी नये व सुखद परिवर्तन आ सकते हैं। कह सकते हैं कि यह समय आपके लिये एक नया सूर्योदय हो सकता है।
मकर – एकादश भाव में शनि का मार्गी होना मकर जातकों के लिये अच्छा कहा जा सकता है। शनि की बदली चाल आपके लिये धनलाभ के संकेत कर रही है। इस समय अपने जीवन को सुख-सुविधाओं से संपन्न करने के लिये धन खर्च भी आप कर सकते हैं। साथ ही धन प्राप्ति के भी नये-नये विचार आपके ज़हन में उत्पन्न हो सकते हैं।
कुंभ – शनि आपकी राशि से दशम स्थान में वक्री से मार्गी हुए हैं जो कि आपका कर्मक्षेत्र माना जाता है। कर्म भाव में शनि के मार्गी होने से आपके लिये रोजगार के नये मार्ग खुल सकते हैं। जो जातक पहले से नौकरीशुदा हैं उनके लिये करियर में तरक्की के योग भी शनि बना रहे हैं। जो जातक वर्तमान नौकरी से असंतुष्ट हैं उन्हें नौकरी परिवर्तन के भी बेहतर अवसर उपलब्ध हो सकते हैं।
मीन – आपकी राशि से शनि भाग्य स्थान में गोचर कर रहे हैं। भाग्य स्थान में ही शनि के वक्री से मार्गी होने के कारण आप अपने भाग्य को उदय होते हुए महसूस कर सकते हैं। इस समय धार्मिक कार्यों की ओर भी आपका रूझान बढ़ेगा। किसी धार्मिक भवन के निर्माण भी आप अपना सहयोग दे सकते हैं। कुल मिलाकर आपके लिये शनि का मार्गी होना सौभाग्यशाली कहा जा सकता है।
उपरोक्त भविष्यकथन वैदिक ज्योतिष के अनुसार सामान्य राशिफल हैं लेकिन आपकी कुंडली के अनुसार अन्य ग्रहों का साथ या दृष्टि भी आपके वर्तमान एवं भविष्य को प्रभावित करती है। ऐसे में शनि की बदली चाल आपकी कुंडली के अनुसार आपके लिये कैसी रहेगी जानने के लिये एस्ट्रोयोगी पर ज्योतिषाचार्यों से परामर्श करें। अभी बात करने के लिये यहां क्लिक करें।