ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह का काफी महत्व है। इन्हें न्याय के देव के नाम से भी जाना जाता है। शनिदेव को महादेव द्वारा व्यक्ति कर्म के हिसाब से फल देने का अधिकार प्राप्त है। शनि का नाम सुनते ही लोगों के मन में भय आ जाता है। अधिकतर लोग शनिदेव को कष्ट देने वाले देव मानते हैं। परंतु ऐसा नहीं है। यदि शनि की कृपा हो जाए तो व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि की कमी नहीं रहती। व्यक्ति अर्स से फर्श पर देखते देखते ही पहुंच जाता है। लेकिन यहां अव सवाल यह उठता है कि शनि के कृपा पात्र कैसे बना जा सकता है? या कैसे बन सकते हैं? इसका समाधान है ज्योतिषातार्यों का कहना है कि राशि अनुसार शनि पूजा करने से शनि की कृपा प्राप्त की जा सकती है। तो आइये जानते हैं राशिनुसार कैसे करें शनि पूजा –
मेष राशि
मेष राशि के जातक शनि देव की पूजा के लिए सबसे पहले शुद्ध हो लें। इसके बाद पीपल के वृक्ष को जल दें। शनि देव की मूर्ति या शिला के सामने तील के तेल का दीपक जालाएं। इसके बाद शनि चालिसा का पाठ करें। हो सके तो शनि मंत्र ओम खां खीं खूं स:मन्दाय स्वाहा: का जाप करें। इसके अलावा मेष राशि वाले काला तील एवं तेल दान करें।
वृषभ राशि
वृष राशि के जातक सुबह स्नान कर शुद्ध हो जाएं। इसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर शनिदेव की मुर्ति या शिला पर तील का तेल चढ़ाये। साथ ही शनिदेव का बीज मंत्र का जाप करना और भी लाभकारी हो जाएगा। शनि चालिसा का पाठ कर कंबल व तील दान करें। इससे आप पर शनिदेव की कृपा होगी।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वाले प्रातः स्नान कर शनि देव के मंदिर या घर पर ही उन्हें तील का तेल अर्पित करें। इसके बाद शनि चालिसा का पाठ कर काले कपडे़ का दान करें एवं मंत्र ओम शं शनैश्चराय नम: का जाप करें। इससे आपके रूके हुए काम पूरे होंगे। शनि की कृपा होगाी।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातक प्रातः उठकर शुद्ध हो लें इसके बाद तेल, तिल, उड़द एवं काले फूल का दान दें एवं ओम मन्दचेष्टाय नम:मंत्र का जाप करें। फिर शनिदेव की मुर्ति या शिला पर तील का तेल चढ़ाएं। शनि चालिसा का पाठ कर काली गाय को बूंदी के बने लड्डू खिलाएं। इससे आप भाग्य जगेगा और समाज में आपका गौरव बढ़ेगा।
सिंह राशि
इस राशि के जातक शनिवार के दिन मोची को सवा किलो उड़द की दाल व कुछ रूपये दान में दें। इसके बाद शनि मंदिर या गर पर शनिदेव की आराधना करें और 121 बार ओम वरेण्याय नम:मंत्र का जाप करें। इससे आपकी परेशानियां कम होंगी। कर्ज की समस्या भी दूर होगी।
कन्या राशि
प्रातः उठकर स्नान कर स्वच्छ कपड़े धारण कर लें। इसके बाद शनिदेव के स्थान जाकर या घर में शनि मुर्ति व शिला पर तील का तेल अर्पण करें। इसके बाद शनि देव की आरती कर प्रसाद लोगों में बांट दें। फिर किसी गरीब को चप्पल दान में दे और ओम छाया-पुत्राय नम: मंत्र का जाप करें।
तुला राशि
तुला राशि के जातक शनिवार के दिन हनुमान, शनि मंदिर या घर पर ही इनकी आराधना करें। तेल चढ़ाने के बाद काली गाय को रोटी खिलाएं। इससे आप पर शनिदेव की कृपा होगी। ओम शर्वाय नम: मंत्र का जाप करना आपके लिए हितकर है। रोज एक माला जाप करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातक शनिवार के दिन सुबह पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाकर गुड़ का भोग लागाएं और शनि चालीसा का पाठ करें। इसके बाद पुष्प अर्पित कर शनिदेव के मंत्र शं ओम शं नमः का 101 बार जाप करें। इससे आपको आर्थिक परेशानियों से निजात मिलेगा।
धनु राशि
वहीं जो लोग अपने प्रमोशन को लेकर परेशान हैं, वो जातक शनिवार के दिन कीकर (बबूल) के पेड़ के नीचे तील के तेल के दीपक में एक-दो केसर के रेशे डालकर दीपक जलाएं और ओम सर्वाभीष्ट-प्रदायिने नम: मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से प्रमोशन को लेकर आपकी परेशानी जल्द ही दूर होगी। करियर में ग्रोथ होगा।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों को किसी भी शनिवार के दिन गौदान करना चाहिए। इसके साथ ही प्रातः उठकर स्नान कर शनि चालीसा का पाठ करें और शं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः मंत्र का 51 बार रोज जाप करें। कार्य व व्यापार में आपको लाभ होगा।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातक शनिवार को प्रातः उठकर स्नान कर शनिदेव के मंत्र ओम सुन्दराय नम: का जाप 101 बार करें। इसके बाद शनिदेव को तील का तेल चढ़ाकर उनकी आरती कर प्रसाद सब में बांट दें। काला उडद व चप्पल दान करें।
मीन राशि
मीन राशि के जातक शनिदेव का अभिषेक कर स्वयं ओम सौम्याय नम: मंत्र का जाप करें। आरती करने के बाद काला रंग का कपड़ा किसी गरीब को दान में दें। इससे आप पर शनिदेव की कृपा होगी।
यह जानकारी सामान्य है। जो आपकी कुंडली में शनि के स्थिति के साथ बदल भी सकता है। इसलिए सटीक व अधिक फल प्राप्त करने के लिए कुंडली का आकलन करवाकर ज्योतिषाचार्य से शनि पूजा विधि जानें। देश के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यों से बात करने के लिए यहां क्लिक करें।