Chhath Puja 2025: कब किया जाएगा उषा अर्घ्य? जानें महत्व और पूजा-विधि।

Wed, Oct 22, 2025
टीम एस्ट्रोयोगी
 टीम एस्ट्रोयोगी के द्वारा
Wed, Oct 22, 2025
Team Astroyogi
 टीम एस्ट्रोयोगी के द्वारा
article view
480
Chhath Puja 2025: कब किया जाएगा उषा अर्घ्य? जानें महत्व और पूजा-विधि।

Chhath Puja 2025: चार दिन मनाए जाने वाली छठ पूजा का आखिरी दिन, उषा अर्घ्य  के नाम से जाना जाता है। इस दिन को आस्था, शुद्धता और समर्पण के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। छठी मैया की उपासना का यह सबसे अंतिम और महत्वपूर्ण चरण होता है। इस दिन सुबह-सुबह सभी भक्त उगते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं और हाथ जोड़कर सूर्य को प्रणाम करते हैं। 

इस दौरान चारों ओर भक्तों के बीच “ॐ सूर्याय नमः” की गूंज फैली होती है। यह केवल एक पूजा नहीं, बल्कि जीवन, नई शुरुआत और आशा का प्रतीक माना जाता है। तो चलिए जानते हैं साल 2025 में छठ पूजा के दौरान उषा अर्घ्य (Usha Arghya) कब किया जाएगा और इसके लिए शुभ पूजा विधि क्या रहेगी।  

यदि आप अपना व्यक्तिगत जीवन और भविष्य विस्तार से जानना चाहते हैं तो एस्ट्रोयोगी पर ऑनलाइन जन्म कुंडली देखें।

साल 2025 में उषा अर्घ्य का मुहूर्त (Usha Arghya 2025 Date)

साल 2025 में, छठ पूजा का चौथा और अंतिम दिन, उषा अर्घ्य 28 अक्टूबर, मंगलवार, को मनाया जाएगा। इस दिन भक्तगण उगते सूरज को जल अर्पित कर अपने चार दिवसीय उत्सव को पूर्ण करते हैं। यह पल न केवल पूजा का समापन है, बल्कि आभार प्रकट करने का भी प्रतीक है।

अधिकतर क्षेत्रों में सूर्योदय का समय लगभग 6:30 बजे होता है, और इसी समय भक्त जल अर्पित करते हैं। इस अर्पण के बाद, श्रद्धालु अपने कड़े 36 घंटे के व्रत को तोड़ते हैं और प्रसाद का वितरण करते हैं। यह क्रिया न केवल स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए शुभ मानी जाती है, बल्कि परिवार और प्रियजनों की सुरक्षा और कल्याण के लिए भी इसका महत्व है।

उषा अर्घ्य की पूजा विधि (Chhath Puja Usha Arghya Vidhi)

  • नदी या तालाब किनारे रहें: छठ पूजा के चौथे दिन, श्रद्धालु सुबह-सुबह सूर्योदय से पहले भक्त नदियों, तालाबों या अन्य जल स्रोतों के किनारे पहुंचते हैं। इस समय वातावरण शांत और पवित्र होता है।

  • सूप तैयार करें: भक्त अपनी बांस की टोकरी (सूप) को सजाते हैं और सूप में ठेकुआ, केले, गन्ना, नारियल, हल्दी की जड़ और दीपक सजाए जाते हैं। 

  • जल में प्रवेश करें: इसके बाद भक्त जल में प्रवेश करते हैं और उगते सूरज की दिशा की ओर खड़े होते हैं। 

  • सूर्य देव को अर्घ्य दें: जैसे ही सूरज की पहली किरणें दिखाई देते ही धीरे-धीरे जल अर्पित किया जाता है। 

  • मंत्र उच्चारण करें: इस दौरान सूर्य देव और छठी मईया की स्तुति में भजन और मंत्र पढ़े जाते हैं।

  • उपवास खोलें: पूजा समाप्त होने के बाद भक्त अपने 36 घंटे के व्रत को तोड़ते हैं।

  • प्रसाद बांटें: ग्रहण किए गए प्रसाद को परिवार और समुदाय में बांटा जाता है, जिससे आस्था, साझा खुशी और एकता का संदेश फैलता है।

छठ पूजा में उषा अर्घ्य का महत्व 

उषा अर्घ्य छठ पूजा का ऐसा क्षण है जो केवल पूजा तक सीमित नहीं रहता, बल्कि जीवन में नई शुरुआत और आशा का प्रतीक बन जाता है। जैसे सूरज हर दिन फिर से उगता है, वैसे ही यह दिन भी आपको उजाले, ऊर्जा और अंधकार पर विजय का संदेश देता है। यह आपको याद दिलाता है कि जीवन में निरंतरता, धैर्य और संतुलन बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है।

इस दिन भक्त अपने 36 घंटे के कड़े व्रत को पूरी निष्ठा और संयम के साथ निभाते हैं, जिससे उनका मन और शरीर शुद्ध होता है। उषा अर्घ्य के माध्यम से केवल सूर्य देव और छठी मईया की पूजा नहीं होती, बल्कि यह आपको प्रकृति के साथ सामंजस्य, समुदाय के साथ मिलकर भक्ति और आभार प्रकट करने की सीख भी देता है।

व्रत तोड़ने और प्रसाद बांटने का कार्य क्षमा, साझा खुशी और आध्यात्मिक नवीनीकरण की भावना को बढ़ाता है। इस तरह, उषा अर्घ्य केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि मानव और प्रकृति, परिवार और आस्था, परंपरा और नवीनीकरण के बीच गहरी कड़ी का अनुभव भी है।

उषा अर्घ्य केवल छठ पूजा का अंतिम अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह भक्ति, आस्था और प्रकृति के साथ जुड़ाव का प्रतीक भी है। यह दिन आपको जीवन में नई उम्मीदें और सकारात्मक ऊर्जा अपनाने की प्रेरणा देता है। सूरज की पहली किरण के साथ जल अर्पित करना, 36 घंटे का व्रत निभाना और प्रसाद का वितरण करना, ये सभी कर्म केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आभार, संयम और साझा खुशी की भावनाओं को प्रकट करते हैं।

जानिए आपका छठ पूजा 2025 में भाग्य और स्वास्थ्य कैसा रहेगा! अपने व्यक्तिगत भविष्य और परिवार की खुशहाली के लिए एस्ट्रोयोगी के अनुभवी ज्योतिषी से अभी कॉल या चैट करें और पाएं सटीक मार्गदर्शन।

article tag
Festival
article tag
Festival
नये लेख

आपके पसंदीदा लेख

अपनी रुचि का अन्वेषण करें
आपका एक्सपीरियंस कैसा रहा?
facebook whatsapp twitter
ट्रेंडिंग लेख

ट्रेंडिंग लेख

और देखें

यह भी देखें!