इस महामारी के दौर में घर से काम करना बहुत सामान्य सा हो गया है। वहीं कई घर आधारित पेशेवर और उद्यमी पाते हैं कि घर पर काम करने से उन्हें अधिक उत्पादक होने में मदद मिलती है। अधिकांश लोग वर्क फ्रॉम होम के दौरान अपने बेडरूम के कोने में, डाइनिंग टेब पर, बालकनी में या गेस्ट रूम को अपना वर्कप्लेस बना लेते हैं।
हालांकि एक संतुलित वातावरण बनाए रखने और प्रोडक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए अपने घर के कार्यालय में अच्छी वाइब्स और सकारात्मकता को आकर्षित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण वास्तु दिशानिर्देशों का पालन करना अनिवार्य है। आज हम इस लेख में आपको वर्क फ्रॉम होम के दौरान किस तरह से वास्तु टिप्स का पालन करना चाहिए इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में एक घर का कार्यालय स्थापित किया जाना चाहिए क्योंकि यह व्यवसाय के लिए अनुकूल है और एक स्थिर करियर प्रदान करता है।
आपके घर के कार्यालय में क्रीम, हल्का पीला, हल्का हरा या सुनहरा रंग शामिल होना चाहिए। घर में एक संतुलित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए क्रीम जैसा तटस्थ रंग आपको काम के प्रति जुड़ाव और मेहनत करने में मदद करेगा।
हल्का पाली पैलेट अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करेगा। हल्का हरा मन, शरीर और आत्मा को शांत रखने में मदद करेगा। हल्का सुनहरा रंग उत्पादकता और लाभ को सुनिश्चित करता है।
वास्तु के अनुसार, घर के कार्यालय में कुर्सी आरामदायक और मजबूत होनी चाहिए ताकि उस पर बैठा व्यक्ति आराम से सिर रख सके, क्योंकि यह जीवन का समर्थन करता है।
वर्क डेस्क दक्षिण-पश्चिम दिशा में होनी चाहिए, जबकि आपका मुंह उत्तर पूर्व की दिशा में होना चाहिए। यह किसी व्यक्ति की एकाग्रता को बढ़ाता है।
महत्वपूर्ण दस्तावेजों वाले दराज और वार्डरोब को घर के पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखा जाना चाहिए। साथ ही सुनिश्चित करें कि वे उत्तर, पूर्व या उत्तर पूर्व दिशा में खुलने चाहिए।
वास्तु के अनुसार एक सिट्रीन क्लस्टर( citrine cluster) या एक सोने का पायराइट क्रिस्टल अपने दराज के अंदर रखने से धन आकर्षित होता है।
अंतरराष्ट्रीय काम के अवसरों को आकर्षित करने के लिए हमेशा अपनी वर्क डेस्क के उत्तर-पश्चिम की तरफ एक छोटा सा ग्लोब रखें। इसके अलावा अधिक सफलता के लिए उत्तर-पूर्व कोने के पास एक पानी का पिरामिड रखें।
दूर्भाग्य से बचने के लिए अवांछित कागजात और पेन को त्याग दें।
वास्तु के मुताबिक, कभी भी घर के केंद्र को कार्यालय न बनाएं, क्योंकि इससे व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में कभी संतुलन नहीं रहता है।
मान लीजिए कि आप डाइनिंग टेबल पर काम कर रहे हैं तो सुनिश्चित करें कि जिसमें ग्लास नहीं होना चाहिए। दरअसल कांच का प्रतिबिंब नकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है जो आपके काम में बाधा उत्पन्न करेगा। इसलिए कांच को किसी बेडशीट, कपड़ा या कवर से ढक दें।
एक महत्वपूर्ण बिंदु है कि कभी भी किसी दरवाजे के सामने, किसी बालकानी के दरवाजे के सामने या किसी भी खिड़की के सामने न बैठें।
यदि आपके पास एक पानी का फव्वारा है तो इसे घर के कार्यालय के उत्तर-पूर्व दिशा में रखें। अगर फव्वारा नहीं है तो पानी की बोतल, गिलास या जग को भी रख सकते हैं।
अगर आपके पास एक टेबल लैंप है तो आप उसे कमरे के दक्षिण-पूर्व में रखें क्योंकि यह आपको ऊर्जा प्रदान करता है।
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