साल 2016 का आगमन हुआ तो ज्योतिष शास्त्र के विद्वान भी ज्योतिष की अलग-अलग विद्याओं से इस साल के भविष्य का अनुमान लगाने लगे। ज्योतिष शास्त्र का ही एक संभाग है, अंक ज्योतिष। इसके अनुसार जिस प्रकार हम वर्ष को लिखते हैं, उसी प्रकार उसके अंकों की गणना कर मूलांक ज्ञात किया जाता है। मूलांक के अनुसार ही ग्रहों की दशा पर विचार कर भविष्य के अनुमान लगाए जाते हैं। 2016 का भी अंक ज्योतिष के अनुसार विद्वानों ने अनुमान लगाया है, लेकिन मूलांक पर ज्योतिष शास्त्रियों में मतभेद हैं। कुछ ज्योतिष विद्वानों ने 2016 को 2016=9 के रुप में गणना कर मूलांक 9 माना है, तो कुछ ने सिर्फ 2016 के सिर्फ अंतिम 16 अंकों का योग कर मूलांक 7 मानकर वर्ष के भविष्य को बताया है। आइए एक नजर डालते हैं अंक 9 व 7 पर, क्या है ज्योतिषाचार्यों की राय ? भारत के प्रतिष्ठित ज्योतिषाचार्यों से बातचीत कर अपनी शंकाओं का समाधान जानें। आज ही डाऊनलोड करें एस्ट्रोयोगी एप्प
कुछ ज्योतिष शास्त्रियों ने माना है कि 2016 का मूलांक 9 ही शुभ है। 9 का स्वामी मंगल है, जिसका इस साल अच्छा असर रहेगा। चूंकि मंगल का रंग लाल है और यह अत्यधिक उर्जा पैदा करने वाला ग्रह है, ऐसे में इस वर्ष गुस्से पर काबू रखने की सलाह दी जाती है। मूलांक 9 मानने वाले विद्वानों ने हिदायत भी दी है कि 2016 को 2016 ही लिखें, सिर्फ 16 लिखने का महत्व अच्छा नहीं है, बल्कि यह दुर्घटना एवं आपदाओं का सूचक है।
वहीं 2016=9 की बजाय 16=7 मूलांक मानने वाले विद्वानों ने 7 अंक को कल्याणकारी बताते हुए कहा है कि 7 अंक केतू का है। चूंकि केतू छाया ग्रह है, इसलिए यह जिस भी ग्रह से साथ होता है उसी के अनुसार फल देता है।
हालांकि मंगल का केतु के साथ सैद्धांतिक रुप से शत्रुता का संबंध होता है। लेकिन अंक ज्योतिष के कुछ विद्वान नव वर्ष की कुंडली के अनुसार केतू को उच्च राशि मीन में और मंगल शुक्र की राशि तुला में गोचर बताए हैं, जिससे 2016 में मूलांक 9 स्वामी मंगल का केतू से षडाष्टक संबंध बनता है।
फिर भी अधिकतर विद्वानों ने इस साल को मंगल का साल माना है। 9 अंक वालों के लिए यह बहुत ही शुभ, उत्साह और उर्जा से भरपूर साल रहने वाला है। लेकिन अपने क्रोध पर नियंत्रण व अपनी उर्जा को सकारात्मक एवं रचनात्मक कार्यों में इस्तेमाल कर, आप अपने कार्यों को मुकाम तक पंहुचा सकते हैं। राष्ट्रीय स्तर पर 2016 में हमें दुर्घटनाओं एवं विस्फोटों के प्रति सचेत रहते हुए अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना होगा। इस पर क्लिक कर आप एस्ट्रोयोगी के अन्य लेख भी पढ़ सकते हैं।