
वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को देवताओं का गुरु, ज्ञान, भाग्य, समृद्धि और सम्मान का कारक माना जाता है। आमतौर पर यह ग्रह एक राशि में लगभग एक वर्ष तक रहता है, लेकिन साल 2025 में यह अपनी सामान्य गति से दोगुनी रफ्तार से चलेगा और मिथुन राशि में 15 मई 2025 को प्रवेश कर 19 अक्टूबर 2025 तक रहेगा। इस दौरान 9 जून 2025 से 9 जुलाई 2025 तक बृहस्पति अस्त (combust) अवस्था में रहेंगे, यानी सूर्य के अत्यधिक समीप होने के कारण इसकी शुभता कुछ हद तक कम हो जाएगी।
ज्योतिष में जब कोई ग्रह अस्त होता है, तो वह सूर्य के अत्यधिक निकट आ जाता है, जिससे उसकी प्राकृतिक शुभता और प्रभाव कम हो जाते हैं। गुरु के अस्त होने पर ज्ञान, शिक्षा, धन, संतान, धार्मिकता और सामाजिक सम्मान से जुड़े मामलों में कुछ चुनौतियां आ सकती हैं, लेकिन कुछ राशियों के लिए यह समय विशेष लाभकारी भी सिद्ध हो सकता है।
इस समय गुरु का तीसरे भाव में अस्त होना सामान्यतः शुभ नहीं माना जाता, लेकिन मेष राशि के जातकों के लिए यह स्थिति कुछ सकारात्मक संकेत लेकर आ रही है। जीवन में जो तनाव और नकारात्मक ऊर्जा लंबे समय से बनी हुई थी, उसमें अब कमी आएगी। भाई-बहनों के साथ रिश्तों में भी सुधार की संभावना है, जिससे पारिवारिक सहयोग और भावनात्मक स्थिरता मिलेगी। मानसिक रूप से आप पहले से ज्यादा मजबूत महसूस करेंगे और आशावादी दृष्टिकोण अपनाएंगे। यही मानसिक दृढ़ता आपको नए अवसरों की ओर ले जाएगी और कई क्षेत्रों में सफलता दिला सकती है। भाग्य भी आपका साथ देगा, जिससे आप पुराने मुश्किल समय से धीरे-धीरे उबरते नजर आएंगे।
सलाह: आत्मविश्वास बनाए रखें और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें — यह समय आपके व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास का बेहतरीन दौर साबित हो सकता है।
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इस समय गुरु का छठे भाव में अस्त होना मकर राशि के जातकों के लिए कई मामलों में लाभदायक सिद्ध हो सकता है, खासकर आर्थिक और स्वास्थ्य से जुड़ी परिस्थितियों में। आय के नए स्रोत सामने आ सकते हैं, जिससे वित्तीय स्थिरता में सुधार होगा। पुराने समय से चला आ रहा कर्ज या आर्थिक बोझ अब हल्का पड़ सकता है। सरकारी या कानूनी मामलों में जो अड़चनें बनी हुई थीं, वे धीरे-धीरे दूर होंगी और अटके हुए कार्यों में प्रगति देखने को मिलेगी। संतान को लेकर मन में जो भी चिंता थी, उसमें भी कमी आएगी और उनके भविष्य को लेकर सकारात्मक संकेत मिल सकते हैं। साथ ही, स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा और कोई महत्वपूर्ण यात्रा आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है।
सलाह: आत्मविश्वास बनाए रखें और पूरी निष्ठा से अपने लक्ष्यों पर काम करें — सफलता आपके कदम चूमेगी।
इस समय कुंभ राशि के जातकों के लिए परिस्थितियाँ कुछ मिश्रित परिणाम लेकर आ सकती हैं। एक ओर शिक्षा और अध्ययन के क्षेत्र में लाभ के संकेत हैं — यदि आप किसी प्रतियोगी परीक्षा या शोध कार्य में लगे हैं तो सकारात्मक प्रगति होगी। लेकिन दूसरी ओर, कुछ चुनौतियां भी सामने आ सकती हैं, जिनका समाधान धैर्य और समझदारी से करना होगा। आर्थिक मामलों में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। खासकर निवेश, शेयर बाजार या किसी बड़े वित्तीय निर्णय में जल्दबाजी से बचें, अन्यथा नुकसान उठाना पड़ सकता है। अनावश्यक खर्चों को नियंत्रित करें और उधार लेन-देन में सावधानी रखें। संतान को लेकर मन में थोड़ी चिंता बनी रह सकती है, लेकिन आपके प्रयासों से स्थितियां बेहतर हो सकती हैं।
सलाह: इस समय संयम और समझदारी से हर निर्णय लें — लाभ की संभावनाएं तभी बने रहेंगी।
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गुरु के अस्त होने का समय: 9 जून 2025, शाम 04:12 बजे से 9 जुलाई 2025 तक।
मिथुन में गुरु का अस्त होना: इस दौरान ज्यादातर राशियों के लिए गुरु की शुभता कम हो सकती है, लेकिन कुछ के लिए यह समय अचानक लाभ, नई शुरुआत, और पुरानी समस्याओं से मुक्ति का संकेत भी है
आर्थिक और पारिवारिक मामलों में विशेष लाभ: विशेषकर मकर, मेष और कुंभ राशि के जातकों को इस अवधि में लाभ के संकेत मिल सकते हैं
बृहस्पति का मिथुन राशि में अस्त होना 2025 में एक दुर्लभ और महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है। यह समय कुछ राशियों के लिए नई संभावनाओं और लाभ के द्वार खोल सकता है, वहीं अन्य के लिए सतर्कता और धैर्य की आवश्यकता है। इस दौरान सकारात्मक सोच, आत्मविश्वास और समझदारी से लिए गए निर्णय आपको आगे बढ़ने में मदद करेंगे।
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