चंद्र ग्रहण 2025: वर्ष 2025 में कुल चार ग्रहण होंगे—दो चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण। इनमें पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च 2025, शुक्रवार को पड़ेगा। यह ग्रहण सुबह 10:41 बजे से शुरू होकर दोपहर 2:18 बजे तक रहेगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण सिंह राशि और फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष में पड़ेगा।
यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसे अमेरिका, अंटार्कटिका, अलास्का और आसपास के इलाकों में देखा जा सकेगा। उस रात पूर्णिमा होगी, और चंद्रमा सिंह राशि में प्रवेश करेगा। वर्ष का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 को होगा।
चंद्रमा केवल रात में चमकने वाला उपग्रह नहीं है, यह हमारी भावनाओं, विचारों और मानसिक स्थिति को गहराई से प्रभावित करता है। इसे वैदिक ज्योतिष में "मन का कारक" माना गया है। चंद्रमा हमारी माँ, रचनात्मकता, और संवेदनशीलता का भी प्रतीक है।
चंद्र ग्रहण के दौरान, चंद्रमा की ऊर्जा बाधित होती है, जिससे मानसिक और भावनात्मक उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। इस समय कुछ लोग उदासी, निराशा या बेचैनी महसूस कर सकते हैं।
चंद्र ग्रहण के समय ध्यान और साधना करना बेहद लाभकारी माना जाता है। यह समय आत्ममंथन और सकारात्मक ऊर्जा के आह्वान के लिए उपयुक्त है। लेकिन अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर है, तो ग्रहण के प्रभाव से मानसिक और भावनात्मक अस्थिरता हो सकती है।
हर व्यक्ति की चंद्र राशि और कुंडली अलग होती है, इसलिए ग्रहण का प्रभाव भी अलग-अलग हो सकता है। अगर आप अपने जीवन पर ग्रहण के प्रभाव को लेकर चिंतित हैं, तो किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श करें।
इस ग्रहण के बारे में सही जानकारी और उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में संतुलन और शांति ला सकते हैं।
प्रिय मेष राशि के जातक, 14 मार्च 2025 को लगने वाला चंद्र ग्रहण आपके पंचम भाव में होगा। यह भाव आपके प्रेम जीवन, रचनात्मकता और संतान से जुड़ा होता है। इस ग्रहण के दौरान आपके प्रेम संबंधों में कुछ गलतफहमियां या झगड़े हो सकते हैं, जिससे आपका निजी जीवन थोड़ा अस्थिर महसूस हो सकता है। ऐसे में अपने साथी के साथ धैर्य और समझदारी से संवाद करना बेहद जरूरी है।
वित्तीय मामलों में यह समय सावधानी बरतने का है। शेयर बाजार में किसी भी नई योजना में निवेश करने से बचें और अपने मौजूदा निवेश को स्थिर रखें। इसके अलावा, यदि यात्रा करने की योजना है, तो इसे टालने की कोशिश करें जब तक कि यह अत्यंत आवश्यक न हो।
उपाय: आप रोजाना चंद्र मूल मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे आपके मन को शांति मिलेगी और चंद्र ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव कम होंगे।
प्रिय वृषभ राशि के जातक, साल 2025 में लगने वाला पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण आपके चौथे भाव में होगा। यह भाव आपकी चल-अचल संपत्ति, घर और परिवार से संबंधित है। इस ग्रहण का प्रभाव आपकी संपत्तियों पर पड़ सकता है, इसलिए नई कार या किसी अन्य वाहन को खरीदने से बचें।
इसके अलावा, नए घर में स्थानांतरण या घर के किसी नवीनीकरण कार्य को इस समय टालना बेहतर रहेगा। यह समय सोच-समझकर और धैर्य के साथ निर्णय लेने का है, ताकि अनावश्यक परेशानियों से बचा जा सके।
उपाय: आप चंद्रमा को प्रसन्न करने के लिए कन्याओं को दूध का दान करें।
प्रिय मिथुन राशि के जातक, मार्च 2025 को पहला चंद्र ग्रहण आपके तीसरे भाव में होगा। यह भाव आपके सामुदायिक जुड़ाव, संचार और छोटे भाई-बहनों से जुड़ा होता है। इस दौरान आपके सार्वजनिक व्यवहार और लोगों के साथ बातचीत में गलतफहमियां हो सकती हैं। बेहतर होगा कि आप इस समय सीमित दायरे में रहें और बातचीत में अधिक संवेदनशीलता और सावधानी बरतें।
यह समय अति-प्रतिक्रिया देने या किसी बहस में उलझने का नहीं है। संयमित रहकर और सोच-समझकर अपने शब्दों का चयन करें, ताकि रिश्तों में मधुरता बनी रहे।
उपाय: आप किसी एनजीओ को सफेद चावल का दान करें।
प्रिय कर्क राशि के जातक, मार्च 2025 का चंद्र ग्रहण आपके दूसरे भाव में होगा। यह भाव आपके कुटुंब, धन और संचार से संबंधित है। इस दौरान परिवार में कुछ कलह या तनाव उत्पन्न हो सकता है, इसलिए बातचीत में संयम और धैर्य बनाए रखें।
आर्थिक दृष्टि से भी यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आपके निवेश उम्मीद के अनुसार लाभप्रद नहीं हो सकते, इसलिए कोई नया निवेश करने से पहले गहन विचार करें।
उपाय: आप नियमित रूप से ध्यान करने के लिए समय निकालें। ध्यान न केवल चंद्र ग्रहण के प्रभाव को शांत करने में मदद करेगा, बल्कि आपकी ऊर्जा और मानसिक शांति को भी बढ़ाएगा।
प्रिय सिंह राशि के जातक, साल 2025 का चंद्र ग्रहण आपके प्रथम भाव में होगा। यह भाव आपके व्यक्तित्व, विचारधारा और मानसिक स्थिति से जुड़ा होता है। इस दौरान आपके विचारों और सोचने की प्रक्रिया में अस्थिरता आ सकती है। ऐसे में सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखना और आत्मविश्वास को बरकरार रखना बेहद जरूरी है। चुनौतियां आएंगी, लेकिन आप उन्हें साहस के साथ पार कर सकते हैं।
उपाय: आप अपनी ऊर्जा को संतुलित और शांत रखने के लिए सेलेनाइट का ब्रेसलेट पहनें या इसे अपने पास रखें।
प्रिय कन्या राशि के जातक, साल 2025 का पूर्ण चंद्र ग्रहण आपके बारहवें भाव में होगा। यह भाव खर्चों, विदेश यात्रा, और आत्मनिरीक्षण से जुड़ा है। इस दौरान आपके खर्चे काफी बढ़ सकते हैं, और आपको अनावश्यक चीजों पर पैसे खर्च करने का मन करेगा। इसलिए अपने खर्चों पर नियंत्रण रखें और सोच-समझकर निर्णय लें। भावनात्मक रूप से आप थोड़ा थकावट और तनाव महसूस कर सकते हैं, लेकिन याद रखें कि यह चरण भी बीत जाएगा।
उपाय: आपका चंद्रमा ऊर्जावान बना रहे, इसके लिए नियमित रूप से ध्यान और आध्यात्मिक अभ्यास करें।
प्रिय तुला राशि के जातक, साल 2025 में पहला चंद्र ग्रहण आपके ग्यारहवें भाव में होगा। यह भाव आपके लाभ, आकांक्षाओं, और सामाजिक जीवन से जुड़ा है। इस समय आपके वित्तीय लाभ या किसी परियोजना के परिणामों पर असर पड़ सकता है। सामाजिक रूप से सक्रिय रहना अच्छा है, लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि इस दौरान कम प्रोफ़ाइल रखें। अधिक पार्टियों और गपशप से बचें, क्योंकि इससे आपका समय बर्बाद हो सकता है और अनचाही राजनीति में उलझ सकते हैं।
उपाय: आप प्रतिदिन "ॐ नमः शिवाय" का 108 बार जाप करें।
प्रिय वृश्चिक राशि के जातक, 14 मार्च 2025 में चंद्र ग्रहण आपके दसवें घर, यानी कर्म भाव में होगा। यह भाव आपके करियर और काम से जुड़ा है। इस समय आपको अपने काम में समझदारी से काम करना होगा और सिर्फ कड़ी मेहनत ही नहीं, बल्कि रणनीति भी बनानी होगी। इस दौरान आपको अपने दुश्मनों और उन लोगों से सावधान रहना होगा जो आपके काम या सफलता से जलते हैं। यह समय आपको आत्मविश्वास और धैर्य के साथ अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने का है।
उपाय: अपने घर में आक का पौधा लगाएं। इस पौधे की शुभता आपके जीवन में आशीर्वाद और समृद्धि लेकर आएगी।
प्रिय धनु राशि के जातकों, मार्च 2025 में चंद्र ग्रहण आपके नौवें घर, यानी नवम भाव में होगा। यह भाव आपके भाग्य, यात्रा और आध्यात्मिक विकास से जुड़ा है। इस समय आपको लंबी यात्राओं से बचने की सलाह दी जाती है, जब तक कि यात्रा अत्यंत महत्वपूर्ण और समयबद्ध न हो। यह समय आपके आध्यात्मिक विकास में अधिक समय व्यतीत करने का है। आप अपनी आत्मा की शांति और मानसिक संतुलन को बढ़ाने के लिए ध्यान और साधना में ज्यादा समय दे सकते हैं।
उपाय: तुलसी माता की पूजा करें और प्रतिदिन घी का दीपक जलाएं। साथ ही रामा और श्यामा तुलसी को एक साथ लगाना बहुत शुभ माना जाता है। यह उपाय आपको मानसिक शांति और आशीर्वाद देगा।
प्रिय मकर राशि के जातकों, 14 मार्च 2025 में चंद्र ग्रहण आपके आठवें घर, यानी अष्टम भाव में होगा। यह ग्रहण आपके जीवन में कुछ अप्रत्याशित घटनाओं को लेकर आ सकता है। अचानक से कुछ घटनाएं घटित हो सकती हैं, जो आपको चकित कर सकती हैं। यह समय आपके आंतरिक विकास और मानसिक परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित करने का है। यह ग्रहण आपके आत्मज्ञान और व्यक्तिगत परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला सकता है।
उपाय: सोमवार के दिन किसी मंदिर या धार्मिक स्थान पर जाएं और शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं। यह उपाय चंद्र ग्रहण के प्रभाव को कम करने में मदद करेगा, क्योंकि सोमवार को चंद्रमा को समर्पित माना जाता है।
प्रिय कुम्भ राशि के जातकों, मार्च 2025 में चंद्र ग्रहण आपके सातवें घर, यानी सप्तम भाव में होगा। यह ग्रहण आपके जीवनसाथी के साथ रिश्तों में कुछ गलतफहमियों को जन्म दे सकता है, खासकर आपके शयनकक्ष में। ऐसे में, यह बेहतर होगा कि आप इस समय धैर्य रखें और किसी भी विवाद को बढ़ने से रोकने की कोशिश करें। इसके अलावा, व्यावसायिक साझेदारी या सहयोग के लिए यह समय बहुत शुभ नहीं है, इसलिए इस दौरान किसी नए व्यवसायिक संबंध में न पड़ें।
उपाय: भगवान शिव की कृपा और आपके चंद्रमा को मजबूत बनाने के लिए प्रतिदिन शिव चालीसा का जाप करें।
प्रिय मीन राशि के जातकों, मार्च में चंद्र ग्रहण आपके छठे घर, यानी षष्टम भाव में होगा, जो आपके छिपे हुए शत्रुओं को थोड़ी बढ़त देगा। इस समय आपको अपनी आँखें और कान खुले रखने होंगे, क्योंकि इस दौरान आपके आसपास कुछ लोग आपकी पीठ पीछे कार्य कर सकते हैं। किसी पर भी आँख मूंदकर विश्वास करने से बचें। अपने निजी और गोपनीय रहस्यों को केवल अपने तक ही सीमित रखें, क्योंकि इनका दुरुपयोग लंबे समय में आपके खिलाफ हो सकता है। किसी भी गोपनीय जानकारी को साझा करने से बचें, खासकर इस दौरान।
उपाय: अपनी व्यक्तिगत कुंडली का विश्लेषण करवाने के बाद, अगर यह आपके लिए उपयुक्त हो, तो अपनी छोटी उंगली में चांदी में मोती की अंगूठी पहनें।
यहां चंद्रग्रहण 2025 की सामान्य भविष्यवाणियां दी गई हैं। अगर आप व्यक्तिगत प्रभाव जानना चाहते हैं तो एस्ट्रोयोगी के विशेषज्ञ ज्योतिषी टैरो सोनिया से संपर्क कर सकते हैं। आपके लिए पहली कॉल या चैट बिलकुल फ्री है।