बोर्ड परीक्षाओं को दौर शुरू हो चुका है। ऐसे में सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं जल्द शुरू होने वाली हैं। जैसे जैसे परीक्षा की तारीख नजदीक आती है स्टूडेंट्स में प्रेशर बढ़ने लगता है कई बार तो एग्जाम स्ट्रेस की वजह से बच्चे खाना-पीना और सोना तक छोड़ देते हैं। उन्हें 24 घंटे एग्जाम का स्ट्रेस रहता है ऐसे में कई बार उनका पेपर भी इस वजह से खराब हो जाता है। ऐसे में स्टूडेंट्स के माता-पिता को ध्यान देने की जरूरत होती है। साथ ही वास्तु शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र के जरिए भी आप अपने बच्चेों को तनावमुक्त रख सकते हैं क्योंकि ये काफी मददगार होते हैं। तो आइए जानते हैं कि परीक्षा के दौरान किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
परीक्षार्थियों को प्रात:काल उठकर स्नानादि के बाद सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
परीक्षा देते वक्त विद्यार्थियों को अपने पास कपूर और फिटकरी रखनी चाहिए इससे एकाग्रता बनी रहती है।
एक थाली में केसर और गंगाजल मिलाकर बनी स्याही से स्वास्तिक बनाएं और उस पर नैवेद्य़ चढ़ाएं। इसके बाद थाली में जल मिलाकर गिलास में डालकर पी लें। ऐसा करने से शिक्षा के क्षेत्र में पूर्ण सफलता मिलती है।
जिन परीक्षार्थी को भूलने की आदत होती है उन्हें तुलसी के 11 पत्ते और मिश्री का सेवन करना चाहिए। इससे यादादश्त तेज होती है।
परीक्षार्थियों को अपने स्टडीरूम में मां सरस्वती का चित्र लगाना चाहिए और पढ़ाई शुरू करने से पहले मां सरस्वती के सामने दीपक जलाना चाहिए और रोजाना पढ़ते समय ऊँ ऐं सरस्वत्यै नमः मंत्र का तीन बार उच्चारण करना चाहिए।
रोजाना परीक्षार्थियों को मस्तक, कंठ और नाभि पर केसर का तिलक लगाना चाहिए। इससे एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ती है।
विद्यार्थियों को गणेश रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
विद्यार्थियों को गणेश चालीसा का पाठ करना चाहिए और बुधवार को गणपति जी को बेसन के लड्डू और दूर्वा अर्पित करना चाहिए।
यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चा परीक्षा में अच्छे अंक लाए तो आपको अपने घर का वातावरण सकारात्मक रखना होगा और बच्चों का स्टडीरूम वास्तु के हिसाब से व्यवस्थित करना चाहिए ताकि आपके बच्चे का मन पढ़ाई में लग सके और वह तनावरहित रह सके।
स्टडीरूम में विद्य़ार्थियों के पढ़ाई की टेबल ईशान कोण( उत्तर-पूर्व का कोना) की तरफ होनी चाहिए। इससे सूर्य, बुध और गुरु ग्रह की कृपा बनी रहती है और सफलता प्राप्त होती है।
स्टडी रूम में पूर्व-उत्तर की ओर खिड़की होगी तो यह श्रेष्ठ रहता है।
यदि अध्ययन कक्ष की छत पिरामिड के आकार वाली हो तो सर्वश्रेष्ठ रहता है। ऐसे कमरे में पढ़ाई करने से आपको लंबे वक्त तक याद रहता है।
यदि आपके अध्ययन कक्ष में सूर्य की रोशनी आती हो तो आपको पढ़ते वक्त खिड़की खोलकर पढ़ाई करनी चाहिए। इससे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा रहती है।
यदि परीक्षार्थियों को पढ़ाई के वक्त नींद या आलस्य आता हो तो उन्हें अपने स्टडी रूम को हरे रंग से पेंट करवाना चाहिए ताकि आपके अंदर एनर्जी बनी रहे।
यदि बच्चों का अध्ययन कक्ष पश्चिम दिशा की ओर है तो विद्यार्थियों को पूर्व दिशा की ओर मुंह करके पढ़ाई करनी चाहिए। इससे चीजें ज्यादा याद रहती हैं ओर अच्छे नंबर आते हैं।
विद्यार्थियों को हमेशा दक्षिण या पश्चिम की ओर सिर करके सोना चाहिए, क्योंकि पश्चिम की ओर सिर करके सोने से पढ़ाई में मन लगा रहता है और दक्षिण में सिर करके सोने से सेहत बेहतर बनी रहती है।
बच्चों की स्टडी टेबल पर तुलसी का पौधा भी लगा सकते हैं। इसके अलावा ईशान कोण में एक कांच के बाउल में पानी भरकर उसमें गुलाब जल डालकर रखना चाहिए।
जिस दिन आपकी परीक्षा हो उस दिन आपको क्या करना चाहिए इसके बारे में हम आपको बताते हैं...
सोमवार के दिन यदि परीक्षा है तो आपको शिवलिंग पर पान का पत्ता चढ़ाना चाहिए।
यदि मंगलवार को परीक्षा है तो आपको हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग अर्पित करना चाहिए।
बुधवार को बुद्धि के देवता गणपति जी को हरा धनिया चढ़ाएं और थोड़ा से प्रसाद के रूप में सेवन करें।
गुरुवार को मस्तक पर केसर का तिलक लगाएं और जेब में पीला रुमाल रखकर परीक्षा देने जाएं।
अगर आपका पेपर शुक्रवार को है तो आपको लक्ष्मी मां को खीर अर्पित करनी चाहिए और प्रसाद खाकर जाना चाहिए।
शनिवार को शनिदेव के दर्शन करके और जेब में थोड़ी राई के दाने रखकर परीक्षा देने जाना चाहिए।
संबंधित लेख
फ्लैट खरीदते वक्त वास्तु का रखें ख्याल नहीं आएगी वैभव में कोई कमी । घर में सुख-समृद्धि के लिए, करें वास्तु के ये उपाय । सकारात्मकता के लिये अपनाएं ये वास्तु उपाय