आज का युवा वर्ग अपने करियर को लेकर काफी असुरक्षित महसूस करते हैं। इसलिए ज्यादातर लोग सरकारी नौकरी (govt jobs) पाने लिए परिश्रम करते हैं। क्या आप भी हैं सरकारी नौकरी के रेस में? अब तक कर चुके हैं कई प्रयास पर सफलता नहीं लगी है हाथ तो इसके कई कारण हो सकते हैं। यदि आप परिश्रम कर हैं और फिर भी आपको सफलता नहीं मिल रही है तो इसमें आपका दोष नहीं बल्कि आपकी कुंडली में दोष हो सकता है। जी हां आप सही पढ़ रहे हैं, यदि आपकी कुंडली में ग्रह दोष है तो आप कितना भी प्रयास कर लें आपको सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। इसी बात को ध्यान में रखकर आज हम इस लेख के जरिए आप को बताएंगें कि कुंडली में कौन से ग्रहों के दोष या पीड़ित होने पर सरकारी नौकरी में रूतावटे आती हैं। इस दोष को दूर करने के लिए क्या उपाय अपनाया जा सकता है। जानने के लिए बात करें देश के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यों से।
ज्योतिषियों की माने तो हम पर सभी ग्रहों का किसी न किसी तरह प्रभाव पड़ता ही है। इसी तरह ये सभी ग्रह हमारे जीवन में किसी न किसी चीज को प्रभावित करते हैं। जिस तरह कुंडली में शुक्र का उचित स्थान में होना व्यक्ति के जीवन में सुख शांति लाता है उसी तरह सरकारी नौकरी (govt jobs) के कारक ग्रहों का भी उनके सही स्थान पर होना आवश्यक है साथ ही इनका मजबूत होना भी। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सरकारी नौकरी के कारक ग्रह सूर्य गुरू व शनि हैं। इनका कुंडली में प्रभावी व सही स्थान पर होने से जातक को सरकारी नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाती है। ये ग्रह सरकारी नौकरी के योग बनाते हैं। परंतु यदि इनकी दिशा व दशा बदल जाए तो ये योग के बजाय दोष बना देते हैं।
आम कारणों की बात करें तो सरकारी नौकरी न मिलने का कारण उचित तैयारी न करना है। परंतु जब बात आती है ज्योतिषीय कारणों की तो इसके लिए कुंडली में ग्रहों के योग को देखा जाता है। जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं कि सरकारी नौकरी के कारक ग्रहों का सही स्थान पर न होना भी सरकारी नौकरी में समस्याएं खड़ी करता है। इसके साथ ही कारक ग्रह पर किसी पाप ग्रह की दृष्टि पड़ने से भी इसका प्रभाव समाप्त हो जाता है। साथ ही कुंडली में दोष भी बनता है।
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में सूर्य राहु या चंद्र केतु का ग्रहण योग बना हो तो ऐसी स्थिति में सरकारी नौकरी का योग समाप्त हो जाता है। तो वहीं कुंडली में बृहस्पति की स्थिति मजबूत अवस्था में न हो तो भी सरकारी नौकरी मिलने में परेशानी आती है। दसवें, छठे व ग्यारहवें भाव के स्वामी अच्छी हालत में ना हो तो भी सरकारी नौकरी मिलने में समस्याएं खड़ी होती है। इसके अलावा नौकरी का कारक ग्रह सूर्य व शनि पीड़ित होने पर भी सरकारी नौकरी नहीं मिलती है। चाहे आप कितनी ही कोशिश क्यों न कर लें। आपको सफलता नहीं मिलेगी।
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में केंद्र का होकर गुरू बृहस्पति का विराजमान होना सरकारी नौकरी का योग बनाता है। इससे व्यक्ति सरकारी नौकरी में उच्च पद दिलाने का कारक बनता है। कुंडली के पहले, नौवें व दसवें भाव में किसी शुभ ग्रह का होना भी सरकारी नौकरी का योग बनाता है। इनके अलावा भी कुंडली में ग्रहों के अन्य संयोग से सरकारी नौकरी के योग बनते हैं।
यहां हम सरकारी नौकरी के लिए कुछ सरल व सामान्य उपाय दे रहे हैं। जिससे आपको फायदा हो सकता है। परंतु ये सभी ग्रहों के अनुसार हैं। यदि आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर हैं तो आपको उदय होते हुए सूर्य को जल देना चाहिए और आदित्यह्रदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। इससे कुंडली में सूर्य मजबूत होंगे। तो वहीं बृहस्पति ग्रह कमजोर हैं तो भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें। पीले वस्त्र का दान करना भी फलदायी होगा। शनि उपाय की बात करें तो शनिवार के दिन काला कपड़ा दान करें। साथ ही शनिदेव को तेल चढ़ाएं। इसके अलावा कुंडली दिखाकर ग्रह के मुताबिक रत्न धारण करना भी ठीक रहेगा।
ध्यान रहे यह सब सामान्य उपाय हैं। आपकी कुंडली के अनुसार ये बदल भी सकते हैं। इसलिए यहां सलाह दी जाती है कि कुंडली के मुताबिक ही उपाय अपनाएं। जिससे आपको उचित परिणाम मिल सके।