पूरे देश में मनाए जाने वाले भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव यानि जन्माष्टमी के पर्व को लेकर इस बार भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। वैसे तो हर साल जन्माष्टमी भाद्रपद महीने की अष्टमी तिथि को मनाई जाती हैं इस बार भी 18 अगस्त 2022 को जन्माष्टमी है। ज्योतिष की माने तो कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व 18 अगस्त को पड़ रहा है। इसका शुभ मुहुर्त रात को 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 44 मिनट तक यानि करीब 45 मिनट का है और इसका पारण 31 अगस्त को होगा। पिछले कई सालों से जन्माष्टमी देशभर में 2 दिनों तक मनाई जाने लगी है। आमतौर पर मान्यता है कि पहले दिन स्मार्त संप्रदाय व साधु-सन्यासी और फिर अगले दिन वैष्णव संप्रदाय को मानने वाले लोग श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को मनाते हैं।
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क्या आपको हमेशा आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ता है? क्या आपके घर में हमेशा लड़ाई-झगड़े होते हैं? आपके घर में कोई न कोई बीमार ही बना रहता है? आप पर लक्ष्मी की कृपा नहीं बरस रही है, तो आपको इन सब परेशानियों का हल जन्माष्टमी के दिन मिल सकता है। यदि आप राशि के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना और उन्हें भोग अर्पित करते है, तो आपके सभी कष्ट दूर हो सकते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि राशिनुसार विशेष पूजा करने से आपको कैसे कृपा प्राप्त होगी...
मेष राशि: इस राशि के जातक यदि कार्य में सफलता पाना चाहते हैं तो इस बार जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण का गंगाजल से अभिषेक करें। इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण को दूध से बनी मिठाई, नारियल का लड्डू और माखन-मिश्री का भोग अर्पित करें और तुलसी की माला से," ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम:" मंत्र का जाप करें।
वृषभ राशि: वृषभ राशि के लोग भगवान बांकेबिहारी का पंचामृत से अभिषेक करें और उन्हें छेने की मिठाई, रसगुल्ला, पंजीरी और मखाने का भोग लगाएं। इस राशि के जातक को कमल गट्टे की माला से," श्रीराधाकृष्ण शरणम् मम" मंत्र का 11 बार जाप करना चाहिए।
मिथुन राशि: यश की प्राप्ति के लिए इन राशि के लोगों को भगवान कृष्ण का दूध से अभिषेक करना चाहिए और भगवान को पंचमेवा, काजू की मिठाई और केले का भोग लगाना चाहिए। इन जातकों को स्फटिक की माला से," श्रीराधायै स्वाहा" मंत्र का 11 बार जाप करना चाहिए।
कर्क राशि: पारिवारिक सुख-शांति बनाए रखने के लिए भगवान श्रीकृष्ण का घी से अभिषेक करें और उन्हें प्रसाद के रुप में केसर या खोये की बर्फी और कच्चा नारियल अर्पित करें। इस राशि के लोगों को "श्रीराधावल्लभाय नम:" मंत्र का 5 बार जाप करना चाहिए।
सिंह राशि: शत्रु को परास्त करने के लिए कृष्ण जन्मोत्सव के दिन सिंह राशि वालों को गंगाजल में शहद मिलाकर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करना चाहिए। श्रीकृष्ण को लाल पेड़े, अनार और गुड़ का भोग अर्पित करना चाहिए। साथ ही इन जातकों को "ऊँ वैष्णवे नम:" मंत्र का जाप करना चाहिए।
कन्या राशि: जीवन में मान-सम्मान और ऐश्वर्य पाने के लिए इन जातकों को जन्माष्टमी के दिन दूध में घी मिलाकर भगवान मुरलीधर का अभिषेक करना चाहिए। इसके अलावा उन्हें मेवे, दूध की मिठाई, अमरुद और नाशपति जैसे फल का भोग लगाना चाहिए। कन्या राशि वालों को "श्री राधायै स्वाहा" मंत्र का 11 बार जाप करना चाहिए।
तुला राशि: ला राशि के जातकों को दूध में शक्कर मिलाकर लड्डू गोपाल का अभिषेक करना चाहिए। इसके बाद उन्हें खोये की बर्फी, माखन-मिश्री, केले और कलाकंद का भोग अर्पित करना चाहिए। जीवन में परेशानियों से बचने के लिए इन जातकों को "र्ली कृष्ण र्ली" मंत्रों का 11 बारी जाप करना चाहिए।
वृश्चिक राशि: जन्माष्टमी के दिन इन जातकों द्वारा भगवान श्रीकृ्ष्ण को पंचामृत से अभिषेक कराना चाहिए। वहीं लड्डू गोपाल को प्रसन्न करने के लिए गुलाब जामुन, गुड़ की मिठाई, नारियल का प्रसाद अर्पित करना श्रेष्ठ है। बिगड़े कामों को बनाने के लिए वृश्चिक राशि के लोगों को "श्रीवृंदावनेश्वरी राधायै नम:" मंत्र का 11 बारी जाप करना चाहिए।
धनु राशि: भाग्य को प्रबल बनाए रखने के लिए जन्माष्टमी के दिन धनु राशि वालों का दूध और शहद से भगवान कृष्ण का अभिषेक करना शुभ माना जाता है। वहीं श्रीकृष्ण को बेसन की मिठाई और कोई पीला फल अर्पित करना भी शुभ माना जाता है। इन जातकों को "ऊँ नमो नारायणाय" मंत्र का 5 बार जाप करना चाहिए।
मकर राशि: इस राशि के जातकों को कृष्ण जन्मोत्सव के दिन भगवान कृष्ण को गंगाजल से अभिषेक कराना चाहिए। इसके बाद गोविंद को लाल पेड़े, गुलाब जामुन और अंगूर का भोग लगाना चाहिए। यदि आप व्यापार या कार्यक्षेत्र में लाभ पाना चाहते हैं तो जन्माष्टमी के दिन "ऊँ र्ली गोपीजनवल्लभाय नम:" मंत्र का जाप करना चाहिए।
कुंभ राशि: मनवांछित फल पाने के लिए इन जातकों को जन्माष्टमी के दिन नंदगोपाल का पंचामृत से अभिषेक कराना चाहिए। इसके बाद श्रीकृष्ण को भूरे रंग की मिठाई, पंचमेवे और चीकू का भोग लगाना चाहिए। इसके बाद "ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम:" मंत्र का 11 बार जाप करना चाहिए।
मीन राशि: जन्माष्टमी के दिन इन राशि के लोगों को लड्डू गोपाल का पंचामृत से अभिषेक करके मेवे की मिठाई, इलायची और पानी वाला नारियल अर्पित करना चाहिए। कार्य की बाधा को दूर करने के लिए मीन राशि के जातकों को "ऊँ र्ली गोकुलनाथाय नम:" मंत्र का जाप करना चाहिए।
यह उपाय सामान्य ज्योतिषीय आकलन के आधार पर लिखे गए हैं। अपनी कुंडली और ग्रहों के अनुसार शुभ फल प्राप्त करने के लिए आप अनुभवी ज्योतिषाचार्यों से परामर्श ले सकते हैं। अभी बात करने के लिये इस लिंक पर क्लिक करें।
✍️ By- टीम एस्ट्रोयोगी