Mars Transit In Sagittarius 2025: मंगल ग्रह 7 दिसंबर 2025, रविवार रात 08:27 बजे धनु राशि में गोचर करने जा रहे हैं। यह परिवर्तन केवल ग्रहों की चाल भर नहीं है, बल्कि ऊर्जा, साहस, कर्म, जोश और जीवन की गति से जुड़ा एक अत्यंत प्रभावशाली बदलाव है। मंगल को नवग्रहों में सबसे अधिक पुरुषत्व और शक्ति वाला ग्रह माना जाता है, जो क्रिया, पराक्रम, इच्छाशक्ति, निर्णय क्षमता, कामकाज और वीरता का कारक होता है। मंगल का गोचर जीवन की गति को तेज करता है और कुछ मामलों में नए अवसर भी प्रदान करता है।
धनु, जो गुरु की अग्नि तत्व वाली राशि है, उसमें मंगल का प्रवेश एक ऐसा समय पैदा करता है जब व्यक्ति निर्णायक, उद्देश्यपूर्ण और अत्यधिक सक्रिय हो जाता है। यह परिवर्तन जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों में नई ऊर्जा का संचार लाता है—कभी संघर्ष, कभी सफलता, कभी चुनौती, कभी प्रगति।
मंगल का धनु राशि में गोचर 7 दिसंबर 2025 को रविवार रात 08:27 बजे होगा। लगभग 45 दिनों तक मंगल इसी राशि में रहकर सभी 12 राशियों पर गहरा प्रभाव डालेंगे।
अब जानते हैं कि यह मंगल गोचर जब धनु राशि में होगा, तो इसका बारहों राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और कौन-से सरल, प्रभावी और उपयोगी उपाय इससे लाभ बढ़ा सकते हैं।
मंगल ग्रह को अनेक संस्कृतियों में अलग-अलग नामों और प्रतीकों से जाना जाता है। यूनानियों ने इसे खेती का देवता माना है, जबकि रोमन सभ्यता में मंगल को युद्ध और संघर्ष का देवता कहा गया है।
मंगल का प्रभाव केवल ऊर्जा और कर्म पर ही नहीं पड़ता, बल्कि यह स्वास्थ्य, दुर्घटनाओं और शारीरिक बल का भी महत्वपूर्ण कारक है। यह मेष और वृश्चिक राशियों का स्वामी ग्रह है। सूर्य और चंद्रमा के साथ मंगल की मित्रता मानी जाती है, जबकि बुध और केतु के साथ इसका संबंध अनुकूल नहीं माना जाता।
जन्म कुंडली में मंगल कई बार मंगल दोष भी बनाता है, जिसे मंगलीक दोष कहा जाता है। यह दोष तब बनता है जब मंगल ग्रह व्यक्ति की कुंडली के 1st, 4th, 7th, 8th या 12th भाव में स्थित हो। विवाह के समय आज भी कुंडली मिलान में सबसे पहले यही देखा जाता है कि लड़की या लड़का मंगलीक है या नहीं। कई बार बेहद अच्छे रिश्ते केवल मंगल दोष के कारण अस्वीकार भी कर दिए जाते हैं।
आम तौर पर माना जाता है कि मंगलीक लड़का केवल मंगलीक लड़की से विवाह करे और इसी प्रकार मंगलीक लड़की को मंगलीक वर चुनना चाहिए। फिर भी, कुछ विशेष पूजाओं, अनुष्ठानों और उपायों के जरिए इस दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है, ताकि विवाह सुखद और स्थायी बन सके।
तो आइए जानते हैं कि 7 दिसंबर 2025 से होने वाला मंगल का धनु राशि में गोचर सभी 12 राशियों को करियर, आर्थिक स्थिति, शिक्षा, परिवार और जीवन की दिशा में कैसे प्रभावित करेगा।
प्रिय मेष राशि के जातको, धनु राशि में मंगल का यह गोचर आपके नवम भाव, अर्थात् भाग्य, धर्म, उच्च शिक्षा और गुरु के घर में हो रहा है। इस अवधि में आप अपनी सोच, नैतिकता और जीवन दर्शन के प्रति अधिक गंभीर और सजग हो जाएंगे।
आपमें आध्यात्मिकता, दर्शन, धार्मिक गतिविधियों और नई सीख के प्रति स्वाभाविक आकर्षण बढ़ेगा। यदि आप उच्च शिक्षा, किसी विशेष कौशल, प्रतियोगी परीक्षा या किसी आध्यात्मिक मार्गदर्शन की तलाश में हैं—तो यह समय आपके लिए अत्यंत शुभ सिद्ध हो सकता है। जो लोग विदेश यात्रा, शोध या लंबे सफर की योजना बना रहे हैं, उन्हें भी सकारात्मक संकेत मिलने लगेंगे।
भाग्य भी इस समय आपका धीरे-धीरे साथ देना शुरू करेगा, लेकिन आपको जल्दबाज़ी या आवेश में कोई निर्णय लेने से बचना होगा। गुरुजनों, माता-पिता या मेंटर्स का मार्गदर्शन आपके लिए अत्यंत लाभदायक रहेगा। मानसिक रूप से आप विस्तृत दृष्टिकोण अपनाएंगे और जीवन के अनुभवों से बहुत कुछ सीखेंगे।
संबंधों के मामले में यह समय अपेक्षाकृत स्थिर रहेगा, लेकिन वैचारिक मतभेदों में धैर्य बनाकर रखना ज़रूरी होगा। करियर में भी आपकी सीख, योग्यता और यात्रा से जुड़े अवसर काफी अच्छे रहेंगे।
उपाय: अपने घर के उत्तर-पश्चिम दिशा में एक ट्रैवल बैग रखें।
प्रिय वृषभ राशि के जातको, धनु राशि में मंगल का यह गोचर आपके अष्टम भाव में हो रहा है, जिसे परिवर्तन, गुप्त विषयों, अचानक लाभ, शोध, उत्तराधिकार, और जीवन की गहराइयों का भाव कहा जाता है। यह समय आपके भीतर एक गहरी आंतरिक प्रक्रिया शुरू करेगा—जहाँ आप स्वयं को समझने, सुधारने और जीवन में बड़े बदलाव लाने के लिए प्रेरित होंगे।
यदि आपके किसी कानूनी मामले, कोर्ट केस या विवाद में देरी हो रही थी, तो अब उसकी गति तेज़ होगी और मामलों के निष्कर्ष की ओर बढ़ने के संकेत मिलेंगे। हालांकि, इस दौरान मानसिक उतार-चढ़ाव हो सकते हैं, इसलिए धैर्य बनाए रखना आवश्यक होगा।
अष्टम भाव में मंगल का प्रभाव आपको अपनी पुरानी आदतों, कमजोरियों और भय से बाहर निकलने की शक्ति देता है। आप जीवन में किसी बड़े परिवर्तन—जैसे करियर परिवर्तन, पैटर्न बदलना, नई दिशा चुनना या खुद को पुनः निर्माण करने की ओर आकर्षित हो सकते हैं। शोध, गूढ़ विद्या, टैक्स, इंश्योरेंस, मेडिकल, या गहराई वाले विषयों में रुचि बढ़ेगी।
आर्थिक मामलों में अचानक लाभ या अनपेक्षित खर्च की संभावना समान रूप से बनी रहती है, इसलिए सतर्कता जरूरी है। संबंधों में भी पुराने मुद्दों को सुलझाने की आवश्यकता पड़ सकती है। यह समय आपको गहराई से परखता भी है और मजबूत भी बनाता है।
उपाय: अपने घर में एक मंगल यंत्र स्थापित करें
प्रिय मिथुन राशि के जातक, धनु राशि में मंगल का यह गोचर आपके सप्तम भाव में हो रहा है, जो जीवनसाथी, साझेदारी, व्यावसायिक संबंधों और सार्वजनिक छवि का भाव माना जाता है। इस अवधि में आपके हर प्रकार के पार्टनरशिप—चाहे घर-परिवार की हो या व्यवसाय की—केंद्र में रहेंगी।
जीवनसाथी के साथ संबंधों में ऊर्जा बढ़ेगी, लेकिन कभी-कभी छोटी बातों से तनाव भी पैदा हो सकता है, इसलिए संवाद को कोमल रखें। व्यापारियों के लिए यह समय अत्यंत सक्रिय रहेगा—नए सौदे, नए समझौते और नए कनेक्शन बनने की संभावना है। यदि आप किसी वेंडर, क्लाइंट या बिज़नेस पार्टनर के साथ काम कर रहे हैं, तो यह समय दीर्घकालिक लाभ दे सकता है, बशर्ते आप संयम और समझदारी बनाए रखें।
आपकी निर्णायक क्षमता बढ़ेगी और आप संबंधों में अधिक ईमानदारी और स्पष्टता लाने का प्रयास करेंगे। इस समय अपने रिश्तों में समय और ऊर्जा निवेश करेंगे, तो आने वाले महीनों में इसका बड़ा लाभ मिलेगा।
उपाय: प्रतिदिन 108 बार “ॐ क्राम क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” का जप करें। इसके साथ हनुमान अष्टक का पाठ जोड़ने से मंगल की कृपा और अधिक प्रबल होगी।
प्रिय कर्क राशि के जातक, धनु राशि में मंगल का प्रवेश आपके षष्ठम भाव में हो रहा है। यह भाव प्रतिद्वंद्वियों, प्रतियोगिता, ऋण, संघर्ष और स्वास्थ्य से जुड़ा होता है। इस अवधि में आपके विरोधी या ईर्ष्यालु लोग सक्रिय हो सकते हैं, और किसी प्रकार की कार्यस्थल राजनीति भी सामने आ सकती है।
लेकिन चिंता की कोई बात नहीं—आपकी नीयत, मेहनत और सकारात्मकता इतनी प्रबल रहेगी कि सभी चुनौतियों को आप पीछे छोड़ देंगे। यह समय आपको और मजबूत बनाएगा। कार्यक्षेत्र में आपकी लगन से आप अपने प्रतिस्पर्धियों को पीछे कर देंगे।
स्वास्थ्य के मामले में आपको थोड़ा ध्यान देना होगा—तनाव और थकान से बचें। यदि किसी प्रोजेक्ट या काम में रुकावटें आ रही थीं, तो अब गति तेज होगी और समाधान भी मिलेगा।
उपाय: मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें। यदि संभव हो तो प्रतिदिन चालीसा पढ़ें और कभी-कभी बजरंग बाण का पाठ भी करें—इससे मंगल की ऊर्जा अत्यंत अनुकूल हो जाएगी।
प्रिय सिंह राशि के जातक, इस समय मंगल का गोचर आपके पंचम भाव में हो रहा है, जो बुद्धि, निवेश, प्रेम, संतान और रचनात्मकता का भाव है। यह समय आपको अत्यधिक ऊर्जा, जुनून और रोमांच से भर देगा।
निवेश से जुड़े मामलों में आप थोड़ा आक्रामक हो सकते हैं। इसलिए सलाह है कि जल्दबाज़ी न करें और दीर्घकालिक सोच अपनाएं। प्रेम संबंधों में उत्साह, आकर्षण और रोमांच बढ़ेगा। आप रिश्तों में अधिक भावुक और तेज़ी से प्रतिक्रिया देने वाले हो सकते हैं—इसलिए संतुलन बनाए रखें।
करियर में रचनात्मकता बढ़ेगी और मन नए कामों की ओर आकर्षित होगा। छात्रों के लिए यह समय अत्यंत शुभ है, खासकर प्रतियोगी परीक्षाओं में।
उपाय: प्रतिदिन शुद्ध केसर का तिलक लगाएं। यह आपकी बुद्धि, भाग्य और आत्मविश्वास को और मजबूत करेगा।
प्रिय कन्या राशि के जातक, मंगल का यह गोचर आपके चतुर्थ भाव में हो रहा है, जो घर, परिवार, माता, वाहन और संपत्ति का भाव है। इस समय कुछ जातकों में घर की सजावट, नवीनीकरण, या पुनर्सज्जा की इच्छा बढ़ेगी और आप इसमें आगे बढ़ेंगे भी।
माता के स्वास्थ्य या भावनात्मक स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी। परिवार में कभी-कभी मतभेद या तनाव के क्षण आ सकते हैं, लेकिन धैर्य और संवेदनशीलता से हल निकाल सकते हैं।
वाहन चालकों को थोड़ा सावधान रहना चाहिए। संपत्ति संबंधित निर्णयों में जल्दबाज़ी न करें।
उपाय: 108 बार “ॐ क्राम क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” का जप करें। इच्छा हो तो रोज़ 2-3 माला जप भी कर सकते हैं—मंगल ऊर्जा को पूर्णतः संतुलित करेगा।
प्रिय तुला राशि के जातक, मंगल का गोचर आपके तृतीय भाव में हो रहा है, जो साहस, प्रयास, छोटी यात्राएँ, संचार और भाई-बहनों का भाव है। यह समय आपको बहुत सक्रिय, ऊर्जावान और प्रयासशील बनाएगा, लेकिन साथ ही जल्दबाज़ी की प्रवृत्ति भी बढ़ सकती है।
यात्राओं को अभी थोड़ा टाल देना बेहतर होगा, क्योंकि अनावश्यक तनाव या रुकावटें आ सकती हैं। भाई-बहनों या कज़िन्स के साथ संबंधों में कोमलता बरतें—कटु शब्द या बहस को टालें।
करियर में संचार कौशल और मेहनत का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। आप कई योजनाओं पर तेजी से काम करेंगे, लेकिन क्रम और अनुशासन भी जरूरी है।
उपाय: मंगलवार को हनुमान मंदिर जाएँ और प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें। यह आपके साहस और मानसिक संतुलन दोनों को मजबूत करेगा।
प्रिय वृश्चिक राशि के जातक, मंगल (आपका स्वामी ग्रह) इस समय आपके द्वितीय भाव को सक्रिय कर रहा है। यह भाव वाणी, परिवार, मूल्य, भोजन और धन का प्रतिनिधि है।
इस दौरान घर-परिवार में किसी बात पर गलतफहमी या मनमुटाव हो सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखना अत्यंत आवश्यक है—आवेग में बोला गया एक शब्द भी तनाव का कारण बन सकता है।
वित्तीय मामलों में सतर्क रहें। खर्च बढ़ सकता है, इसलिए सोच-समझकर निर्णय लें। पारिवारिक सामंजस्य बनाए रखना इस समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
उपाय: मंगलवार को हनुमान जी को चोला चढ़ाएँ। चोले का सही आकार या नंबर पंडितजी से अवश्य पूछ लें—यह मंगल दोष व कष्टों को शांत करता है।
प्रिय धनु राशि के जातक, मंगल आपके लग्न भाव यानी प्रथम भाव में आ रहा है। यह आपको अत्यधिक साहसी, प्रेरित, ऊर्जावान और कभी-कभी आक्रामक भी बना सकता है।
आपकी नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी और आप अपने लक्ष्यों को लेकर अत्यंत गंभीर और संवेदनशील रहेंगे। निर्णय लेने की क्षमता भी तेज होगी। हालांकि क्रोध या हड़बड़ी से बचना चाहिए, क्योंकि इससे संबंधों में तनाव आ सकता है।
आप खुद को नई दिशा देने के लिए दृढ़ निश्चयी रहेंगे और बहुत मेहनत करेंगे। यह समय आत्मविश्वास बढ़ाने वाला और सफलता लाने वाला है।
उपाय: मंगलवार को गरीबों में पीले चावल और चीनी का दान करें। लंगर प्रसाद देना भी अत्यंत शुभ माना गया है।
प्रिय मकर राशि के जातक, मंगल का गोचर आपके द्वादश भाव में हो रहा है। यह भाव विदेशी संपर्क, खर्च, एकांत, अस्पताल, आध्यात्मिक चिंतन और उपचार का प्रतिनिधि है।
यह समय आपको अपने विदेशी संबंधों, विदेश यात्रा के अवसरों या ऑफशोर कामों को पुनः सक्रिय करने का अवसर देगा। व्यवसायियों के लिए भी यह समय अंतरराष्ट्रीय संपर्कों के लिए अच्छा है।
खर्चों पर नियंत्रण रखें—अनावश्यक खर्च से परेशानी बढ़ सकती है। मानसिक शांति के लिए ध्यान और विश्राम जरूरी होगा।
उपाय: 108 बार “ॐ क्राम क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” का जप करें। माला जप करने से मंगल की ऊर्जा संतुलित होती है।
प्रिय कुंभ राशि के जातक, मंगल आपके एकादश भाव में गोचर कर रहा है। यह भाव लाभ, आय, मित्रों, सामाजिक दायरे और इच्छाओं की पूर्ति से जुड़ा होता है।
यह समय आपके लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगा। आपके पास एक से अधिक स्रोतों से आय प्राप्त करने के अवसर बन सकते हैं। निवेश लाभ दे सकते हैं—लेकिन जोखिम में अति न करें।
मित्र मंडली और सामाजिक संपर्कों से भी आपको लाभ मिलेगा। इसके अलावा आपकी इच्छाओं और सपनों को पूरा करने की गति बढ़ेगी।
उपाय: अपने घर में ऊर्जित मंगल यंत्र स्थापित करें—जो आपकी कुंडली के अनुसार प्राण-प्रतिष्ठित और विशेष रूप से तैयार हो। (इसे जैविक पेपर, अनार की लकड़ी की पेंसिल और सनातनी इंक से बनाया जाता है।)
प्रिय मीन राशि के जातक, मंगल आपके दशम भाव में प्रवेश कर रहा है, जिसे “कर्म भाव” और “व्यवसाय भाव” कहा जाता है। यह समय आपके करियर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
आप अपने लक्ष्यों, जिम्मेदारियों और कार्यकुशलता पर पूरी निष्ठा से काम करेंगे। कई जातक अपने क्षेत्र में पहचान, प्रशंसा और नई जिम्मेदारियाँ प्राप्त कर सकते हैं। वरिष्ठ अधिकारी और प्रबंधन आपकी मेहनत और निष्ठा को सराहेंगे।
आपके भीतर नेतृत्व गुण, दृढ़ निश्चय और महत्वाकांक्षा बढ़ेगी—और यही आपको आगे बढ़ाएगी।
उपाय: मंगलवार को गरीबों, बच्चों और बुजुर्गों को लाल फल (सेब, अनार आदि) दान करें। दान से प्राप्त आशीर्वाद आपकी सफलता को और बढ़ाएगा।
ये सामान्य भविष्यवाणियाँ हैं। आपकी व्यक्तिगत जन्म कुंडली के अनुसार अधिक सटीक विश्लेषण और प्रभाव जानने के लिए, आप ज्योतिषी टैरो सोनिया से संपर्क कर सकते हैं।