अमेरिकी राष्ट्रपति को दुनिया का सबसे शक्तिशाली व्यक्ति माना जाता है क्योंकि पूरी दुनिया में अमेरिका का वर्चस्व कायम है। इसलिये अमेरिका के राष्ट्रपति पद का चुनाव भी पूरी दुनिया के लिये मायने रखता है। भारत के लिये तो विशेष रूप से क्योंकि इस समय भारत और अमेरिका एक दूसरे के काफी करीब आते दिख रहे हैं। ऐसे में अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में कौन चुना जाता है यह महत्वपूर्ण हैं। किसी भी चीज के होने या घटने से पहले हम अनुमान तो जरूर लगाते हैं कि यह ऐसा होगा या वैसा होगा। इसकी संभावनाएं इतनी हैं तो उसकी जीत इतनी पक्की है। लेकिन भारत में तो ज्योतिषशास्त्र के द्वारा उम्मीद्वारों की जन्मकुंडली के आधार पर ग्रहों की स्थिति व वर्तमान में ग्रहों के गोचर अनुसार लगभग सटीक पूर्वानुमान लगाये जाते रहे हैं। इसी कड़ी में हमारे ज्योतिष विशेषज्ञों ने डोनाल्ड ट्रंप एवं हिलेरी क्लिंटन की जन्मकुंडलियों का अध्ययन किया है। आइये जानते हैं कौन हो सकता है इनमें से अमेरिका का राष्ट्रपति।
नाम – डोनाल्ड जॉन ट्रंप
जन्मतिथि – 14 जून 1946
जन्म समय – प्रात: 10:54
जन्मस्थान - जमैका, न्यूयॉर्क
उपरोक्त विवरण के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप सिंह लग्न के जातक हैं। इनकी चंद्र राशि वृश्चिक है एवं इनका जन्म ज्येष्ठ नक्षत्र में हुआ है। वर्तमान में इन पर राहू की महादशा चल रही है। अंतर्दशा में मंगल है तो प्रत्यंतर में चंद्रमा। इन कुंडली के अनुसार योगिनी महादशा में भद्रिका भी चल रही है।
डोनाल्ड ट्रंप का लग्न सिंह है और इस लग्न के जातक शेर के समान माने जाते हैं। ऐसे जातक अचानक लंबी छलांग लगाने की क्षमता रखते हैं। इन्हें शातिर दिमाग वाला भी माना जाता है। इनके लग्न में योगजनक ग्रह मंगल विराजमान हैं जोकि इनके लिये बहुत ही मंगलकारी हैं। इस तरह के जातक विभिन्न क्षेत्रों में कामयाबी हासिल करते हैं। इनके धन स्थान में देव गुरु ग्रह बृहस्पति जिन्हें पंचमेश कारक भी माना जाता है इन्हें धन संपदा से समृद्ध कर रहे हैं। युवावस्था में ही सूर्य, शुक्र, चंद्रमा एवं मंगल की दशाओं का भोग इन्होंने किया है जिसके कारण इन्हें विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त हुई और अपने धन व एश्वर्य में वृद्धि करने में कामयाब रहे। धनेश बुध का लाभ स्थान में होना इनके धनबल और बुद्धि बल में वृद्धि कर रहा है।
वहीं शुक्र व शनि के कारण भी इन्हें ऐशो-आराम तो खूब मिला है लेकिन शनि की दृष्टि वाणी स्थान में पड़ना इनके लिये एक बड़ी परेशानी है। इससे वाणी दोष भी इनकी कुंडली में बन रहा है जिस कारण इनके मुखारविंद से अपशब्द निकल सकते हैं जो कि इनकी प्रतिष्ठा के चांद में दाग लगाने का काम कर सकते हैं।
वर्तमान में राहू की महादशा और मंगल की अंतर्दशा का होना इनके लिये राजनीतिक रूप से लाभकारी हो सकता है। दरअसल गोचर अवस्था में मंगल लग्न कुंडली से वर्तमान में छठे स्थान पर है। मंगल का यही प्रभाव इन्हें अपने प्रतिद्वंदी पर हावी कर सकता है। राहू भी इनके लिये अपेक्षाकृत अधिक सफलता दिलाने वाला हो सकता है। लेकिन एक कमजोरी इनकी कुंडली में यह है कि जनता के घर में केतु और चंद्रमा का पूर्ण चंद्रग्रहण दोष बन रहा है साथ ही चंद्रमा का केमद्रुम दोष भी बन रहा है। यही दोष इनके लिये मात का कारण भी बन सकते हैं। इस पर शनि की साढ़ेसाती भी इस समय इन पर चल रही है जो कि इनके दोष को और भी शक्तिशाली बना रही है।
लेकिन कुल मिलाकर देखा जाये तो वर्ष कुंडली में मिथुन की मुंथा और मुंथाधिपति के साथ सूर्य बैठकर बुद्धादित्य योग बना रहे हैं। पूर्णमासी के दिन जन्म होने से चंद्रमा दोनों तरह के प्रभाव डाल सकता है लेकिन चंद्रमा का नीच होना इनके लिये राजनीति के क्षेत्र में अचानक से प्रभावशाली परिवर्तन ला सकता है।
ये तो हुई ट्रंप की बात आइये अब जानते हैं हिलेरी क्लिंटन के बारे में
नाम – हिलेरी क्लिंटन
जन्मतिथि – 26 अक्तूबर 1947
जन्म समय – प्रात: 08:02
जन्मस्थान - शिकागो, इलिनोइस (Illinois)
उपरोक्त विवरण के अनुसार हिलेरी क्लिंटन, तुला लग्न में पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में पैदा हुईं। इनकी चंद्र राशि कुंभ है। वर्तमान में इन पर सूर्य की महादशा चल रही है तो अंतर्दशा में राहू हैं।
तुला लग्न का स्वामी शुक्र होता है। इस लग्न के जातक लगभग पूर्णत: राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय होते हैं और ख्याति प्राप्त करते हैं। इनकी कुंडली में शुक्र, बुध और सूर्य का योग एक अच्छा राजयोग इनकी कुंडली में बनाते हैं। साथ ही नीच का सूर्य और स्वराशि का शुक्र इनके लिये नीचभंग राजयोग भी बना रहे हैं। यह व्यक्ति को धीरे-धीरे सफलता के शीर्ष पायदान पर लेकर जाने में अहम भूमिका निभा सकता है। शुक्र ने इनकी कुंडली में मालव्य राजयोग भी बनाया हुआ है ऐसे जातक के चेहरे पर एक अलग सा तेज देखने को मिलता है व व्यापार में भी उसे सफलता हासिल होती है।
वर्तमान कुंडली में गजकेसरी योग भी विद्यमान है। भाग्य का मालिक बुध लग्न में होने से बुधादित्य योग तो बना ही रहा है साथ ही मित्र राशि और मित्र ग्रह शुक्र के साथ भी विराजमान है जो कि इनके भाग्य की स्थिति को और भी अच्छी बनाता है। सूर्य की महादशा तो इन्हें अमेरिका की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनने की संभावनाएं प्रबल कर रही है लेकिन अंतर्दशा का मंगल कुछ गड़े मुर्दे उखाड़ कर इनकी गति में अवरोधक का काम कर रहे हैं। नीच भंग राजयोग हालांकि इस तरह के अवरोधों को दूर कर सफलता दिला सकता है लेकिन आंशिक रूप से काल सर्प दोष का होना भी इनके लिये परेशानी खड़ी कर सकता है।
कुल मिलाकर हिलेरी क्लिंटन की कुंडली कहती है अच्छे राजयोग, नीचभंग राजयोग, सूर्य की महादशा इन्हें अमेरिकी आवाम का समर्थन जुटा सकती हैं।
तुलनात्मक रूप से देखें तो दोनों की ही कुंडली में शुभ और अशुभ ग्रहों का तालमेल बेहद रोमांचक है इसलिये अंतिम परिणाम किसके पक्ष में आयेगा यह तो हम समय आने पर जान ही जायेंगें लेकिन ट्रंप और हिलेरी में कांटे की टक्कर होगी।
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