Vastu Tips for New Calendar: हम सभी नई उम्मीदों और ढेर सारी खुशियों के साथ नए साल के आगमन के लिए तैयार हैं। नए साल के आते ही हम सबसे पहले अपने घरों से पुराना कैलेंडर हटा कर नया कैलेंडर लगाते हैं। आमतौर पर कैलेंडर केवल व्रत, त्योहार और छुट्टियों के बारे में जानकारी लेने के लिए लगाया जाता है। हम इसके रंग, रूप और इसको लगाए जाने की दिशा पर कुछ खास ध्यान नहीं देते। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि ज्यादातर लोगों को वास्तु में बताए गए कैलेंडर से जुड़े उपायों और महत्व का ज्यादा ज्ञान नहीं है।
वास्तु के अनुसार, अगर आप सही दिशा में कैलेंडर लगाते हैं तो आने वाले साल में सकारात्मक समाचार मिलने की संभावना बढ़ जाती है। आपको भाग्य का पूरा साथ मिल सकता है और आपका प्रत्येक बिगड़ा काम बन सकता है। हालांकि अगर आप बिना किसी नियम को ध्यान में रखते हुए, घर में किसी भी दिशा में कैलेंडर लगा दें तो आपको जीवन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। यह आपकी सफलता में बहुत बड़ी बाधा बन सकता है।
अगर आप भी नए साल पर, नए कैलेंडर की खरीदारी करने जा रहे हैं तो वास्तु शास्त्र (vastu tips for calender) के इन नियमों का जरूर रखें ध्यान।
अगर आप नया कैलेंडर लगा रहे हैं तो घर की दक्षिण दिशा में कैलेंडर लगाने से बचने का प्रयास करें। यह दिशा कैलेंडर लगाने के लिए अशुभ मानी जाती है। यह घर और घर के लोगों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। इससे आपकी सफलता की राह भी बाधित हो सकती है।
कैलेंडर हमेशा उत्तर, पश्चिम और पूर्व दिशा में लगाएं ,कैलेंडर लगाने के लिए इन जगहों को सबसे अधिक शुभ माना गया है। उत्तर दिशा को कुबेर से जुड़ा माना जाता है, इस दिशा में कैलेंडर लगाने से घर में धन की कमी नहीं होती है। पश्चिम दिशा को शिव की दिशा मानी जाती है। अगर आप इस दिशा में लगाएंगे तो आपको अपने लक्ष्यों में प्रगति मिलेगी। पूर्व दिशा को सूर्य से जोड़ कर देखा जाता है इस दिशा में कैलेंडर लगाने से सुख समृद्धि आती है।
कुछ लोगों की आदत होती है कि जब वो नया कैलेंडर खरीद के लाते हैं तो अक्सर पुराने वाले को हटाने की जगह नया कैलेंडर उसी के ऊपर लगा देते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घरों में पुराना कैलेंडर कभी नहीं रखना चाहिए। यह आपके कार्यों में रुकावटें पैदा कर सकता है। इसलिए जब भी आप घर में नया कैलेंडर लगा रहें हों तो इस बात का पूरा ध्यान रखें कि आप पुराने कैलेंडर के ऊपर नया कैलेंडर न लगाएं। कैलेंडर के पुराने होते ही उसे रद्दी में या बाहर फेंक दें और कभी भी कोई फटा हुआ कैलेंडर घर में न लगाकर रखें।
आमतौर पर कैलेंडर की खूबसूरती को ध्यान में रखते हुए लोग चित्रों वाला कैलेंडर लेकर आते हैं। हालांकि चित्र कैसे हों इस बात का पूरा ध्यान रखें। जब भी आप अपने घर के लिए अच्छा कैलेंडर चुनें तो ध्यान दें कि उसमें कोई हिंसक या डरावनी तस्वीर न बनी हो। ऐसी तस्वीरों पर बार-बार नज़र पड़ना, मन -मस्तिष्क के लिए अच्छा नहीं होता। प्रयास करें कि कैलेंडर पर बनी तस्वीरें आंखों के साथ-साथ मन को भी आराम पहुंचाए।
यह भी पढ़ें : शनि को करना है प्रसन्न, तो करें ये पांच सरल उपाय
कैलेंडर जब भी लें तो उसे लगाने की दिशा को जरूर ध्यान में रखें। अगर आप उत्तर दिशा में कैलेंडर लगाने का सोच रहे हैं तो आपक हरा या सफ़ेद रंग का कैलेंडर चुन सकते हैं। वहीं अगर आप पूर्व दिशा में कैलेंडर लगा रहे हैं तो आप हल्का गुलाबी, लाल रंग या हरा रंग चुनने का प्रयास करना चाहिए। इसके अलावा नीले, सुनहरे या स्लेटी रंग के कैलेंडर भी आपके घर के लिए बहुत शुभ हो सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यह घर में समृद्धि के द्वार खोलता है।
कैलेंडर की सही दिशा का पता लगाकर यह बातें वास्तुशास्त्र के नियमों पर आधारित हैं। इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रख कर आप अपने निवास स्थान में खुशी और सकारात्मकता ला सकते हैं।
अगर आप अपने घर, ऑफिस या किसी अन्य स्थान के लिए वास्तु संबंधित मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं तो एस्ट्रोयोगी के वास्तु एक्सपर्ट इसमें आपकी मदद कर सकते हैं।