ज्योतिशास्त्र के नौ ग्रह हमारे जीवन के प्रत्येक पहलू पर प्रभाव डालते हैं। ऐसे में हर ग्रह कि अपनी मान्यता और महत्व होता है। नवग्रहों में शनि ग्रह को सबसे महत्वपूर्ण दर्ज़ा प्राप्त है। यह शुभ स्थिति में हो तो आपके जीवन को सुख समृद्धि से भर सकता है और अगर यह नकारात्मक हो तो आपके जीवन को कष्टों से भी भरने की क्षमता रखता है।
क्या आप अपने जीवन में शनि के नकारात्मक प्रभाव से जूझ रहे हैं? क्या आप चुनौतियों और बाधाओं से परेशान महसूस कर रहे हैं जो आपकी सफलता के मार्ग में बाधा उत्पन्न करते हैं? अगर हां, तो आप अकेले नहीं हैं। बहुत से लोग मानते हैं कि उनकी कुंडली (kundali) में शनि की स्थिति उनके जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है, करियर, रिश्ते और स्वास्थ्य जैसे विभिन्न पहलुओं को प्रभावित कर सकती है। हालांकि वास्तु शास्त्र में इससे जुड़े कई समाधान बताए गए हैं। ऐसे विभिन्न वास्तु उपाय (vastu tips) हैं, जो शनि को प्रसन्न कर सकते हैं और इसके नकारात्मक प्रभाव को कम कर सकते हैं।
चाहे आप आर्थिक तंगी, या रिलेशनशिप संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हों, शनि को प्रसन्न करने के यह वास्तु उपाय आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं। तो आइए ऐसे 5 उपायों के बारे में जानते हैं, जो शनि ग्रह को मजबूत करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
शनि के शुभ परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको अपने घर में शमी का पौधा लगाना चाहिए। शमी का पौधा शनिदेव को बहुत प्रिय होता है। अगर आप घर में शमी का पौधा लगाते हैं और रोज़ाना उसकी पूजा करते हैं तो आपके जीवन से कई तरह की परेशानियां दूर हो जाएंगी। इससे घर में सुख समृद्धि आती है और शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढैय्या के प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह बुरी नज़र और तंत्र-मन्त्र के दुष्प्रभावों को भी समाप्त करता है।
यह भी पढ़ें : शनि की साढ़ेसाती के उपाय
शनिवार को हनुमान जी की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। शनिदेव अक्सर हनुमान जी के भक्तों को कष्ट नहीं पहुंचाते हैं। ऐसे में अगर आप शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो हर शनिवार को सुबह-सुबह स्नान करने के बाद, तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें सिंदूर मिला लें। उसके बाद जल अर्पित करते हुए ‘ओम हं हनुमतये नमः’ का जाप करें। पूजा में हनुमान जी को गुड़ का भोग भी लगाएं।
काले घोड़े की नाल शनि देव के नकारात्मक प्रभावों को कम करने और बहुत से शुभ फल प्राप्त करने के लिए उपयोगी मानी जाती है। घोड़े की नाल लोहे की बनी होती है और लोहा शनि देव की धातु होती है। इसलिए अपने घर के मुख्य द्वार पर काले घोड़े की नाल जरूर लटकाएं। इससे घर में मौजूद आर्थिक तंगी दूर होती है और पारिवारिक माहौल भी शांत बना रहता है। अगर आप पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है तो आप इसकी अंगूठी भी धारण कर सकते हैं।
दान करना सदैव ही पुण्य का कार्य होता है। अगर आप दान के माध्यम से शनिदेव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो शनिवार को काली चीज़ों का दान जरूर करें। इसमें आप काली उड़द, काले तिल, काले कपड़े और काले चने का दान कर सकते हैं। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और साथ ही राहु व केतु के दोष को कम करने में मदद मिलती है।
शनि के सकारात्मक लाभ पाने के लिए पीपल के पेड़ से जुड़े उपाय बहुत प्रभावी माने जाते हैं। ब्रह्म पुराण की मानें तो शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा करने से ही जातक के सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं। इसलिए अक्सर शनि की पीड़ा को कम करने के लिए शनिवार के दिन सुबह पीपल के पेड़ की पूजा करते हुए उसपर जल चढ़ाने की सलाह दी जाती है। पूजा करने के बाद दोनों हाथों से पेड़ को छूकर आशीर्वाद प्राप्त करें। इसके बाद शाम के समय पेड़ के नीचे चौमुख दीपक जलाएं। इससे घर में सुख-समृद्धि का वास होगा और आपका वैभव बढ़ता रहेगा।
इन सभी उपायों को पूरे धर्म-कर्म और श्रद्धा से करें। ऐसा करने से आप अपने जीवन में आने वाले प्रत्येक कष्ट को दूर करने और मुश्किलों का समाधान ढूंढने में सक्षम होंगे।
कुंडली में शनि गृह को मजबूत करने के यह सामान्य उपाय हैं। अगर आप अपनी कुंडली के आधार पर व्यक्तिगत उपाय जानना चाहते हैं तो आप एस्ट्रोयोगी के एस्ट्रोलॉजर्स से संपर्क कर सकते हैं।