
Vastu Tips For Wedding: विवाह एक पवित्र बंधन होता है, और इसके सफल आयोजन के लिए सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह आवश्यक होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में मौजूद कुछ दोष शादी में रुकावटें उत्पन्न कर सकते हैं। अगर घर का वातावरण अनुकूल न हो, तो रिश्तों में खटास, विवाह में देरी या अनावश्यक बाधाएं आ सकती हैं। इसलिए, शादी के दौरान वास्तु दोषों को दूर करना बेहद जरूरी है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में टूटी हुई चीजें जैसे फर्नीचर, कांच, घड़ी, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, या कोई पुराना सामान नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता है। यह विवाह में रुकावट डाल सकता है।
घर की साफ-सफाई करें और बेकार चीजों को हटा दें।
टूटी हुई घड़ियों को तुरंत ठीक करवाएं या हटा दें।
फटे-पुराने कपड़े, खराब बर्तन या टूटा फर्नीचर घर में न रखें।
मुख्य द्वार घर की ऊर्जा का प्रवेश द्वार होता है। यदि यह संकीर्ण, गंदा या टूटा हुआ हो, तो यह नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
दरवाजे को रोजाना साफ करें और सुंदर तोरण लगाएं।
मुख्य द्वार के आसपास किसी प्रकार की गंदगी न होने दें।
द्वार पर शुभ चिन्ह जैसे 'स्वस्तिक' और 'ओम' लगाएं।
गलत दिशा में रखा गया दर्पण नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकता है, जिससे शादी में विलंब और समस्याएं आ सकती हैं।
बेडरूम में दर्पण न लगाएं, खासकर बेड के सामने।
मुख्य द्वार के सामने दर्पण न लगाएं।
पूर्व और उत्तर दिशा में दर्पण लगाना शुभ होता है।
घर में किसी भी स्थान पर ठहरा हुआ पानी नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
घर में पानी जमा न होने दें।
वाटर टैंक और नालियों की सफाई नियमित रूप से करें।
घर के पूर्व या उत्तर-पूर्व में पानी का स्रोत रखना शुभ होता है।
अगर घर में चीजें इधर-उधर बिखरी रहती हैं, तो यह नकारात्मक ऊर्जा को जन्म देती है। यह न केवल विवाह में बाधाएं उत्पन्न करता है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ाता है।
घर को साफ-सुथरा और सुव्यवस्थित रखें।
फालतू सामान न रखें और हर चीज को उसकी सही जगह पर रखें।
घर में ताजे फूल और सुगंधित धूपबत्तियां जलाएं।
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विवाह योग्य लड़के का कमरा उत्तर-पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए।
विवाह योग्य लड़की का कमरा उत्तर-पश्चिम दिशा में शुभ होता है।
बेड इस प्रकार होना चाहिए कि सोते समय सिर दक्षिण या पूर्व दिशा में रहे।
रंगों का प्रभाव हमारे जीवन पर बहुत अधिक पड़ता है। गलत रंगों के प्रयोग से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है।
शादी वाले घर में लाल, गुलाबी और हल्के पीले रंगों का प्रयोग करें।
बैंगनी, ग्रे और काले रंग से बचें।
वास्तु शास्त्र में कुछ विशेष वस्तुएं घर में रखने से विवाह में आने वाली रुकावटें दूर हो सकती हैं।
घर में तुलसी का पौधा लगाएं और नियमित रूप से इसकी पूजा करें।
घर के मंदिर में श्री गणेश और मां लक्ष्मी की मूर्ति रखें।
विवाह योग्य व्यक्ति के कमरे में राधा-कृष्ण की तस्वीर लगाएं।
रोज सुबह घर में गंगाजल का छिड़काव करें।
शुभ मुहूर्त में हवन या पूजा का आयोजन करें।
घर में रोज दीपक जलाएं, विशेष रूप से तुलसी के पास।
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यदि बार-बार विवाह में रुकावट आ रही है, तो कुछ खास उपाय किए जा सकते हैं:
गुरुवार को व्रत रखें: विवाह में आ रही देरी को दूर करने के लिए गुरुवार का व्रत करना लाभकारी होता है।
नवरात्रि या पूर्णिमा पर कन्यादान करें: किसी गरीब कन्या की शादी में सहायता करें।
पंडित से विशेष पूजन कराएं: कुंडली में किसी दोष की स्थिति में विशेष पूजन करवाना आवश्यक हो सकता है।
विवाह जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है, और इसके लिए घर का वास्तु सही होना आवश्यक है। उपरोक्त उपायों को अपनाकर न केवल शादी में आ रही बाधाओं को दूर किया जा सकता है, बल्कि घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा भी बढ़ाई जा सकती है। अगर घर का वातावरण वास्तु के अनुसार अनुकूल होगा, तो शादी से जुड़ी सभी परेशानियां दूर होंगी और परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी।
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