क्या आपने कभी यह जाना है बुध वक्री आपके जीवन को कैसे प्रभावित करता है? अगर आप ज्योतिष में थोड़ी सी भी रुचि रखते हैं, तो शायद आपने इस शब्द को पहले भी सुना होगा। लेकिन अगर आप इस बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं, तो चिंता मत कीजिए, इस लेख में बुध वक्री से जुड़ी जानकारी दी गई है।
बुध ग्रह समूह का सबसे छोटा ग्रह है और आप इसे संचार, बुद्धि और व्यापार के कारक के रूप में जानते हैं। जब बुध अपनी गति को धीमा कर देता है और पीछे की ओर चलने लगता है, तो इसे ज्योतिष शास्त्र में बुध वक्री कहा जाता है। यह एक ग्रहों से जुड़ी घटना है। इसका आपके जीवन पर कुछ प्रभाव पड़ सकता है।
बुध वक्री के दौरान, आप अक्सर संचार में समस्याओं का सामना करते हैं। मिस कम्युनिकेशन, जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। इसके अलावा, आप खुद को उलझन में घिरा हुआ महसूस कर सकते हैं और आपको निर्णय लेने में मुश्किल हो सकती है।
धैर्य रखें: बुध वक्री एक अस्थायी ग्रह घटना है। इसलिए आप थोड़ा धैर्य रखें और चीजों को जल्दी करने की कोशिश न करें।
संचार स्पष्ट रखें: जब आप किसी के साथ बातचीत करें, तो सुनिश्चित करें कि आपकी बात स्पष्ट रूप से उसे समझ आ गई हो।
लिखकर रखें: अगर सम्भव हो सके तो महत्वपूर्ण बातों को लिखकर रखें ताकि भूलने की संभावना कम हो।
नए काम शुरू करने से बचें: बुध वक्री के दौरान कोई नया काम शुरू करना अच्छा नहीं होता है।
पुराने कामों को पूरा करें: इस समय आप पुराने अधूरे कामों को पूरा कर सकते हैं।
आत्मनिरीक्षण करें: बुध वक्री आपको आत्मनिरीक्षण करने का मौका देता है। आप अपने विचारों और भावनाओं को समझने की कोशिश कर सकते हैं।
बुध के प्रभाव से होने वाली समस्याओं को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं:
भगवान गणेश की पूजा: बुध ग्रह का संबंध भगवान गणेश से है। इसलिए नियमित रूप से गणेश जी की पूजा करें और उन्हें दूर्वा अर्पित करें।
बुध मंत्र का जाप: "ॐ बुं बुधाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें। यह बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को कम करने में मदद करता है।
हरे रंग के वस्त्र धारण करें: बुध का रंग हरा है, इसलिए हरे रंग के वस्त्र धारण करें या हरे रंग की वस्तुएं अपने पास रखें।
पन्ना रत्न धारण करें: बुध के प्रभाव को मजबूत करने के लिए पन्ना रत्न (एमराल्ड) धारण करें।
तुलसी की माला का प्रयोग: तुलसी की माला से भगवान विष्णु का ध्यान करें और उन्हें तुलसी के पत्ते अर्पित करें।
बुध वक्री एक ग्रह से जुड़ी घटना है और इसका प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग-अलग हो सकता है। अगर आप बुध वक्री के दौरान किसी भी तरह की परेशानी महसूस करते हैं, तो आप अभी एस्ट्रोयोगी के बेस्ट एस्ट्रोलॉजर से सलाह ले सकते हैं।