देश में महामारी की स्थिति पैदा होने पर पूरे भारतवर्ष में लॉकडाउन कर दिया गया था। इस दौरान धर्म स्थलों को भी बंद कर दिया गया था, वहीं अब लॉकडाउन 5.0 में मिली छूटों में मंदिर और धार्मिक स्थल खोलने के भी मंजूरी मिल गई है। 8 जून 2020 से कई राज्यों में मंदिर और धार्मिक स्थल खोले जाने की तैयारियां शुरू हो गई है। वहीं सरकार द्वारा जारी गाइलाइन के अनुसार मंदिरो में भक्तों की संख्या सीमित रखने, प्रसाद चढ़ाने और चरणामृत आदि ना देने को कहा गया है। दूसरी ओर असम, मणिपुर, तमिलनाडु जैसे कई राज्य 1 जुलाई 2020 से धार्मिक स्थल खोले जाएंगे। अगर आप लॉकडाउन खत्म होने के बाद मंदिर जाने वाले हैं तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा।
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मंदिर में जाते वक्त मास्क जरूर लगाकर जाएं। मास्क लगाने से आप संक्रमण से दूर रह सकते हैं।
वैसे तो प्रशासन की तरफ से सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। लेकिन आप भी सोशल डिस्टेसिंग का खास ख्याल रखें। मंदिर की कतार में खड़े होते वक्त उचित दूर बनाकर रखें।
प्रशासन की तरफ से जारी गाइडलाइन के मुताबिक मंदिर में साफ-सफाई का खास ख्याल रखा गया है इसलिए मूर्तियों को छूने की मनाही और भोग भी लगाना भी वर्जित है।
मंदिर में दर्शन के दौरान भक्तों को छोटे-छोटे समूहों में दर्शन करने को जाने दिया जा सकता है।
साथ ही मंदिर में घंटी बजाने और उसे छूने की मनाही भी होगी।
वहीं सोशल डिस्टेसिंग की वजह से मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश रोका जा सकता है।
साथ ही मंदिर में काम करने वाले कर्मचारियों और पुजारियों का रोज हेल्थ चेकअप कराया जाएगा।
वहीं मंदिर को कम से कम दिन में 3 से 4 बार सैनिटाइज किया जाएगा।
मंदिर में हाथ-पैर को धोने पर रोक लग सकती है और सलाह दी जाती है कि प्रवेश से पहले हाथों को सैनेटाइज कर लें और हाथों को साबुन से अच्छे से धो लें।
साथ ही जब मंदिर से घर जाएं तो अपने कपड़ों और हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धो लें।
नोट - जैसा ही हम सभी जानते हैं कि कण-कण में भगवान हैं। घर हो या मंदिर पूजा बस सच्चे मन से की जानी चाहिए। भगवान अपने भक्त से हमेशा प्रसन्न रहते हैं।
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