दुर्गा पूजा 2022 - शारदीय नवरात्रि में इस तिथि से होगा दुर्गा पूजा का आरम्भ।

Sat, Jan 01, 2022
टीम एस्ट्रोयोगी
 टीम एस्ट्रोयोगी के द्वारा
Sat, Jan 01, 2022
Team Astroyogi
 टीम एस्ट्रोयोगी के द्वारा
article view
480
दुर्गा पूजा 2022 - शारदीय नवरात्रि में इस तिथि से होगा दुर्गा पूजा का आरम्भ।

शारदीय नवरात्रि हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है जो हर साल उत्साह के साथ मनाया जाता है। नौ दिनों तक निरंतर चलने वाले इस पर्व में अनेक प्रकार के रीति-रिवाज़ एवं धार्मिक अनुष्ठान किये जाते हैं, इन्हीं में से एक है दुर्गा पूजा। हिंदू धर्म का एक प्रसिद्ध पर्व है दुर्गा पूजा जो आदिशक्ति माता दुर्गा को समर्पित होता है। माँ दुर्गा की उपासना का यह पर्व दुर्गा उत्सव के नाम से भी विख्यात है। 

क्यों विशेष है 2022 की दुर्गा पूजा

शरद नवरात्रि की तरह ही दुर्गा पूजा भी 10 दिनों तक चलने वाला त्यौहार है। अगर सही मायनों में देखा जाए तो दुर्गा पूजा का आरम्भ षष्ठी तिथि से होता है। नवरात्रि के दौरान चलने वाले दुर्गा पूजा उत्सव में षष्ठी, महा सप्तमी, महा अष्टमी, महा नवमी एवं विजयदशमी तिथि का अत्यंत महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि बुराई के प्रतीक दुष्ट महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय के रूप में दुर्गा पूजा का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाता है। यही कारण है कि विजयदशमी की तरह ही दुर्गा पूजा को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में देखा जाता है। 

कहाँ -कहाँ मनाई जाती है दुर्गा पूजा?

देशभर में माँ दुर्गा के उपासक दुर्गा पूजा का पर्व पूरे भक्तिभाव एवं श्रद्धा के साथ मनाते हैं। इस त्यौहार को विशेष रूप से पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, त्रिपुरा, मणिपुर, बिहार तथा झारखंड में बड़े ही हर्षोल्लास व उत्साह के साथ मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, शारदीय नवरात्रि में दुर्गा पूजा के समय स्वयं माता भगवती कैलाश पर्वत को छोड़ कर दस दिनों के लिए धरती पर अपने भक्तों के बीच रहने आती हैं। इस समय माँ दुर्गा अपने भक्तों की सभी समस्याओं का समाधान करती हैं। नवरात्रि के समय मां दुर्गा सहित माँ लक्ष्मी, माँ सरस्वती, कार्तिकेय तथा गणेश भी धरती पर प्रकट होते हैं।

दुर्गा पूजा से संबंधित ज्योतिषीय उपाय जानने के लिये एस्ट्रोयोगी ज्योतिषाचार्यों से परामर्श करें।

दुर्गा पूजा 2022 की तिथियां

वर्ष 2021 में दुर्गा पूजा की तिथियां इस प्रकार है: - 

दिनांक तिथि
1 अक्टूबर 2022 (शनिवार ) षष्ठी,कल्परम्भ
2 अक्टूबर 2022, (रविवार ) सप्तमी, नवपत्रिका पूजा
3 अक्टूबर 2022 (सोमवार ) अष्टमी, दुर्गा महा अष्टमी पूजा
4 अक्टूबर 2022 (मंगलवार ) नवमी, दुर्गा महानवमी पूजा
5 अक्टूबर 2022 (बुधवार ) दशमी,दशहरा
5 अक्टूबर 2022 (बुधवार ) दशमी, दुर्गा विसर्जन

दुर्गा पूजा के प्रथम दिन का महत्व

शारदीय नवरात्रि में आरम्भ होने वाली दुर्गा पूजा को शुभ माना जाता है। दुर्गा पूजा उत्सव की षष्ठी तिथि से शुरुआत होती है और इस दिन को महालय के नाम से भी जाना जाता है। महालय के दिन पितृों का श्राद्ध व तर्पण करने की परंपरा रही है। ऐसा कहा जाता है कि महालय के दिन ही देवताओं और असुरों में युद्ध हुआ था और इस संग्राम में अनेक देव और ऋषि मृत्यु को प्राप्त हुए थे। इन्हीं देवताओं और ऋषियों का महालय के दिन तर्पण किया जाता है।

दुर्गा पूजा का महत्व

  • शास्त्रों के अनुसार, मुख्य रूप से दुर्गा पूजा की विधिवत शुरुआत शारदीय नवरात्रि की षष्ठी तिथि से होती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन धरती पर माता दुर्गा अवतरित हुई थीं।
  • षष्ठी तिथि पर कल्पारंभ, बिल्व निमंत्रण पूजन, आमंत्रण, अकाल बोधन एवं अधिवास की परंपरा को पूरा किया जाता है। 
  • दुर्गा पूजा के दूसरे दिन अर्थात महासप्तमी पर नवपत्रिका या कलाबाऊ पूजा करने का रिवाज़ रहा है। 
  • दुर्गा पूजा का सबसे प्रमुख दिन महा अष्टमी को माना गया है। इस दिन दुर्गा पूजा करना फलदायी सिद्ध होता है। 
  • महाअष्टमी के अवसर पर संधि पूजा को संपन्न किया जाता है। 
  • संधि पूजा अष्टमी तथा नवमी दोनों दिन की जाती है। 
  • अष्टमी तिथि के अंतिम 24 मिनट एवं नवमी तिथि प्रारंभ होने के शुरुआती 24 मिनट के समय को संधि पूजा में संधिक्षण कहा जाता हैं। 
  • शारदीय नवरात्रि एवं दुर्गा पूजा के अंत में दशमी तिथि के मौके पर दुर्गा विसर्जन, विजयदशमी और सिंदूर उत्सव मनाया जाता है।

दुर्गा पूजा अष्टमी 2022

महाष्टमी पूजा को दुर्गा पूजा का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है जिसे महा दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता हैं। महाष्टमी तिथि पर देवी दुर्गा के पूजन का विधान महासप्तमी पूजन के समान ही होता है। इस दिन महास्नान करने के उपरांत देवी दुर्गा की षोडशोपचार पूजा की जाती हैं।

दुर्गा महाअष्टमी तिथि व पूजा मुहूर्त

दुर्गा महाअष्टमी पूजा वर्ष 2022 में 3 अक्टूबर,बुधवार के दिन की जाएगी। 

दुर्गा महाअष्टमी शुभ पूजा मुहूर्त

  • अष्टमी आरम्भ: 06:49:PM (2 अक्टूबर, 2022)
  • अष्टमी समाप्त: 04:39 PM (3 अक्टूबर, 2022)  

दुर्गा महानवमी पूजा 2022

दुर्गा पूजा का अंतिम दिन होता है महानवमी। महाष्टमी की तरह ही महानवमी की शुरुआत भी महास्नान और षोडशोपचार पूजा से ही की जाती है। ऐसा माना जाता है कि महानवमी के दिन माता दुर्गा ने महिषासुर का संहार किया था। महानवमी के दिन नवमी पूजा, नवमी हवन और दुर्गा बलिदान जैसी परम्पराएं की जाती हैं।

दुर्गा महानवमी तिथि व पूजा मुहूर्त

वर्ष 2022 में दुर्गा महा नवमी पूजा 4 अक्टूबर,गुरुवार के दिन की जाएगी। 

दुर्गा महानवमी शुभ पूजा मुहूर्त

  • नवमी आरम्भ: 04:09 ( 3 अक्टूबर, 2022)
  • नवमी समाप्त: 2:22 (4 अक्टूबर, 2022)

✍️ By- टीम एस्ट्रोयोगी

 

article tag
Hindu Astrology
Spirituality
Vedic astrology
Pooja Performance
Navratri
Festival
article tag
Hindu Astrology
Spirituality
Vedic astrology
Pooja Performance
Navratri
Festival
नये लेख

आपके पसंदीदा लेख

अपनी रुचि का अन्वेषण करें
आपका एक्सपीरियंस कैसा रहा?
facebook whatsapp twitter
ट्रेंडिंग लेख

ट्रेंडिंग लेख

और देखें

यह भी देखें!