फाल्गुन पूर्णिमा 2025: ऐसे करें ये खास उपाय, मिलेगा धन, सुख और समृद्धि!

Wed, Mar 05, 2025
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फाल्गुन पूर्णिमा 2025: ऐसे करें ये खास उपाय, मिलेगा धन, सुख और समृद्धि!

Falgun Purnima 2025: हर महीने की शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि पूर्णिमा तिथि कहलाती है। सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस तिथि को लोग पूजा पाठ और दान पुण्य करने के लिए बहुत शुभ मानते हैं। पूर्णिमा का दिन विशेष रूप से श्री हरि को समर्पित होता है। यही कारण है कि इस शुभ अवसर पर आप भगवान विष्णु को प्रसन्न कर सकते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। फाल्गुन मास में आने वाली पूर्णिमा तिथि की शुभता भी अधिक होती है, क्योंकि इस दिन होली का पर्व भी मनाया जाता है। पूर्णिमा तिथि पर भगवान विष्णु की उपासना करके आप पुण्य की प्राप्ति कर सकते हैं और जीवन में सुख शांति प्राप्त कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि कब है और इस तिथि पर आपको किस पूजा विधि का पालन करना चाहिए। 

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जानें कब है फाल्गुन पूर्णिमा 2025? तिथि और शुभ मुहूर्त 

हिंदू पंचांग के अनुसार, वर्ष 2025 में फाल्गुन पूर्णिमा 14 मार्च को मनाई जाएगी। पूर्णिमा तिथि का आरंभ 13 मार्च को प्रातः 10:35 बजे होगा और इसका समापन 14 मार्च को दोपहर 12:23 बजे होगा। व्रत और पूजन के लिए 13 मार्च को दिनभर व्रत रखकर 14 मार्च को पूजा संपन्न करने का विधान है।

फाल्गुन पूर्णिमा 2025 पूजन विधि 

फाल्गुन पूर्णिमा के दिन भी भगवान श्री विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। इस दिन आप यहां बताई गयी पूजन विधि का पालन करके अपनी पूजा को अधिक प्रभावी बना सकते हैं -

  1. सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

  2. भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत रखने का संकल्प लें।

  3. घर के पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें और भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें।

  4. पीले फूल, पीले वस्त्र और तुलसी पत्र अर्पित करें।

  5. श्री सत्यानारायण कथा का पाठ करें और आरती करें।

  6. संध्या के समय चंद्रमा के दर्शन करने के बाद व्रत का पारण करें।

  7. जरूरतमंद लोगों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करें।

फाल्गुन पूर्णिमा 2025 का महत्व 

फाल्गुन पूर्णिमा को विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में धन, ऐश्वर्य, सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान नरसिंह, जो कि श्री हरि विष्णु के चौथे अवतार माने जाते हैं, की भी पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक व्रत और पूजन करने से कष्टों का नाश होता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही इस दिन श्री सत्यानारायण कथा का आयोजन करने से परिवार में सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य का संचार होता है।

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फाल्गुन पूर्णिमा 2025 के विशेष उपाय

फाल्गुन पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में शुभता और समृद्धि आती है। यदि कोई व्यक्ति इन उपायों को श्रद्धा और विश्वास के साथ करता है, तो उसे निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं-

  • गंगा स्नान करें या किसी पवित्र नदी में स्नान कर दान-पुण्य करें। इस दिन जो भी व्यक्ति गंगा स्नान करता है, उसे समस्त पापों से मुक्ति मिलती है।

  • भगवान विष्णु को पीले फल, फूल और वस्त्र अर्पित करें।

  • माता लक्ष्मी को 16 श्रृंगार सामग्री के साथ लाल गुलाब चढ़ाएं।

  • गरीबों को भोजन, वस्त्र और धन का दान करें। इस दिन दान-पुण्य करने से कई जन्मों के पाप कट जाते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है।

  • श्री सत्यानारायण पूजा करें और प्रसाद स्वरूप फल, मिठाई और पंचामृत वितरित करें।

  • भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय मोरपंख और बांसुरी का दान करें, जिससे पारिवारिक जीवन में प्रेम और मधुरता बनी रहे। श्रीकृष्ण को मोरपंख अर्पित करने से दांपत्य जीवन में मधुरता आती है।

  • दूध में केसर मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य दें। ऐसा माना जाता है कि इस दिन चंद्रमा की विशेष कृपा रहती है, इसलिए चंद्रमा को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।

  • भगवान विष्णु की पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और समृद्धि बढ़ती है।

फाल्गुन पूर्णिमा और होली का संबंध

फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होली का पर्व भी मनाया जाता है, जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। होली का प्रारंभ होलिका दहन से होता है, जिसे ‘छोटी होली’ भी कहा जाता है। इस दिन भक्त प्रहलाद की भक्ति और होलिका के अहंकार के नाश की कथा सुनाई जाती है। यह पर्व हमें सिखाता है कि सत्य और धर्म की हमेशा विजय होती है और अधर्म का नाश निश्चित है।

फाल्गुन पूर्णिमा के दिन विधिपूर्वक भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य आता है। इसलिए, इस पावन तिथि पर विधिपूर्वक पूजन और व्रत करें, ताकि आपके जीवन में खुशहाली और समृद्धि का वास हो। अगर आप इस पूर्णिमा तिथि पर कोई विशेष उपाय जानना चाहते हैं या कोई अन्य ज्योतिषीय जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप एस्ट्रोयोगी के विशेषज्ञ ज्योतिषियों से संपर्क कर सकते हैं।

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