
Maa Durga Bhajan: क्या आपने कभी सोचा है कि जब माँ दुर्गा के भजन गूंजते हैं तो पूरा माहौल अचानक से इतना दिव्य और शांति से भर क्यों जाता है? भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं में मां दुर्गा भजन (maa durga bhajan) का अपना ही खास स्थान है। ये सिर्फ गीत नहीं होते, बल्कि आस्था, श्रद्धा और भक्ति की ऐसी धारा होते हैं जो सीधे दिल और आत्मा को छू लेती है। चाहे घर के मंदिर में सुबह-सुबह बजता कोई भजन हो, संकीर्तन का सामूहिक स्वर हो या फिर नवरात्रि के दिनों में गूंजती मां की स्तुति—हर जगह दुर्गा मां का भजन (durga maa ka bhajan) वातावरण को पवित्र और सकारात्मक बना देता है।
आज हम आपको ऐसे 5 लोकप्रिय और मधुर मां दुर्गा के भजन (durga maa ke bhajan) के बारे में बताएंगे, जो न सिर्फ सुनने वालों के दिल को छूते हैं बल्कि उनके भीतर गहरी भक्ति और ऊर्जा भी भर देते हैं।
क्या आप जानते हैं कि मां दुर्गा के 5 भजन (Maa Durga Ke 5 Bhajan) ऐसे हैं जो हर भक्त के दिल को गहराई से छूते हैं और मन को दिव्य शांति से भर देते हैं?
अम्बे तू है जगदम्बे काली,जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गावें भारती,ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
तेरे भक्त जनो पर माताभीर पड़ी है भारी।
दानव दल पर टूट पड़ो माँकरके सिंह सवारी॥
सौ-सौ सिहों से बलशाली,है अष्ट भुजाओं वाली,
दुष्टों को तू ही ललकारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
माँ-बेटे का है इस जग मेंबड़ा ही निर्मल नाता।
पूत-कपूत सुने हैपर ना माता सुनी कुमाता॥
सब पे करूणा दर्शाने वाली,अमृत बरसाने वाली,
दुखियों के दुखड़े निवारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
नहीं मांगते धन और दौलत,न चांदी न सोना।
हम तो मांगें तेरे चरणों मेंछोटा सा कोना॥
सबकी बिगड़ी बनाने वाली,लाज बचाने वाली,
सतियों के सत को संवारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
चरण शरण में खड़े तुम्हारी,ले पूजा की थाली।
वरद हस्त सर पर रख दो माँसंकट हरने वाली॥
माँ भर दो भक्ति रस प्याली,अष्ट भुजाओं वाली,
भक्तों के कारज तू ही सारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
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भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ
हे दरबारा वाली आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
काहे दी मैया तेरी आरती बनावां
काहे दी मैया तेरी आरती बनावां
काहे दी पावां विच बाती
मंदिर विच आरती जय माँ
सुहे चोलेयाँ वाली आरती जय माँ
हे माँ पहाड़ा वाली आरती जय माँ
सर्व सोने दी तेरी आरती बनावां
सर्व सोने दी तेरी आरती बनावां
अगर कपूर पावां बाती
मंदिर विच आरती जय माँ
हे माँ पिंडी रानी आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया
कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया
कौन जागेगा सारी रात
मंदिर विच आरती जय माँ
सचियाँ जोतां वाली आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी मैया
सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी मैया
ज्योत जागेगी सारी रात
मंदिर विच आरती जय माँ
हे माँ त्रिकुटा रानी आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा
जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा
जिस तेरा भवन बनाया
मंदिर विच आरती जय माँ
हे मेरी अम्बे रानी आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
सिमर चरण तेरा ध्यानु यश गावे
जो ध्यावे सो यो फल पावे
रख बाणे दी लाज
मंदिर विच आरती जय माँ
सोहनेया मंदिरां वाली आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ
हे दरबारा वाली आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
हे दरबारा वाली आरती जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ
दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ
जय बोलो जय माता दी, जय हो...
जो भी दर पे आए, जय हो...
वो खाली न जाए, जय हो...
सबके काम है करती, जय हो...
सबके दुखरे हरती, जय हो...
मैया मेरी शेरोवाली, जय हो...
भरदे झोली खाली, जय हो...
मैया मेरी शेरोवाली, जय हो...
भरदे झोली खाली जय हो...
दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ...
दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ...
सारे जग को खेल खिलाये
बिच्डो को जो खूब मिलाये
दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ...
पूरे करे अरमान जो सारे,
देती है वरदान जो सारे
दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ..
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छू ले जो मा की चौखट को, तो ज़रा भी सितारा हो जाए,
जहा ज़िक्र हो मा का मंगल हो,जन्नत का नज़ारा हो जाए
मैया के दर पर हर एक शक्ति आकर के शीश झुकती है
सारी दुनिया मा के दर्र पे लाखा कष्तो से मुक्ति पति है
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
चलो दर्शन पाओ मा के, करती मेहेरबानिया
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
चलो दर्शन पाओ मा के, करती मेहेरबानिया
करती मेहेरबानिया, करती मेहेरबानिया
हो गुफा के अंदर मंदिर के अंदर
हो गुफा के अंदर मंदिर के अंदर
मा की ज्योता है नूरानिया
मा की ज्योता है नूरानिया
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
चलो दर्शन पाओ मा के, करती मेहेरबानिया
करती मेहेरबानिया, करती मेहेरबानिया
मैया की लीला कैसा पर्वत है नीला
मैया की लीला कैसा पर्वत है नीला
मेरी मैया की लीला कैसा पर्वत है नीला
कर्दे शेर च्चबीला ओह रंग जिसका है पीला
कर्दे शेर च्चबीला ओह रंग जिसका है पीला
कठिन चढ़ाइया मा सीढ़िया लाया
कठिन चढ़ाइया मा सीढ़िया लाया
ये है मैया की निशानिया
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
चलो दर्शन पाओ मा के, करती मेहेरबानिया
करती मेहेरबानिया, करती मेहेरबानिया
कोढ़ी को काया देवे निराधान को माया
कोढ़ी को काया देवे निराधान को माया
करती आँचल की च्चाया भिकारी बनके जो आया
करती आँचल की च्चाया भिकारी बनके जो आया
मा के द्वारे माइट संकट सारे
मिट जाए परेशानिया, मिट जाए परेशानिया
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
चलो दर्शन पाओ मा के, करती मेहेरबानिया
करती मेहेरबानिया, करती मेहेरबानिया
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
चलो दर्शन पाओ मा के, करती मेहेरबानिया
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
सिर को झुका लो, शेरवाली को माना लो
चलो दर्शन पाओ मा के, करती मेहेरबानिया
करती मेहेरबानिया, करती मेहेरबानिया ||
तेरे बिन झूठा है ए संसार माता
झूठे रिश्ते सारे झूठा परिवार माता
सब मतलब दे साथी इथे कोई ना मेरा है
जो साथ निभावे गा तेरे बिन केह्दा है
घरजा दे नाल करदे लोकी प्यार माता
तेरे बिन झूठा है ए संसार माता…….
इथे विषय विकारा दे बड़े चमेले ने
सब मोह माया दे पाए लगदे मेले ने
सुख मिलदा एक मिलदे दुःख हज़ार माता
तेरे बिन झूठा है ए संसार माता….
इथे हर कोई समजे खुद नु सयाना है
तेरी जाने ना भगती हरबंस निमना है
फड सोनू दी वी बाह ना विसार माता
तेरे बिन झूठा है ए संसार माता ||
तेरे बिन झूठा है ए संसार माता
झूठे रिश्ते सारे झूठा परिवार माता ||
दुर्गा के भजन (durga bhajans lyrics) केवल गाने या संगीत नहीं हैं, बल्कि यह साधना का माध्यम भी हैं। इनसे जुड़ने पर भक्त का मन शांत होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
आध्यात्मिक शांति: भजन सुनने से मन की अशांति दूर होती है।
सकारात्मक ऊर्जा: घर के माहौल में शुद्धता और पवित्रता आती है।
भक्ति का भाव: मां दुर्गा के करीब महसूस करने का अवसर मिलता है।
परंपरा का पालन: ये भजन हमारी संस्कृति और परंपरा से जुड़े रहने का जरिया हैं।
नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा के साथ-साथ हर घर और मंदिर में भजन गाए जाते हैं। इन दिनों देवी गीतों (devi geet lyrics) का विशेष महत्व होता है।
पहले दिन से लेकर नवमी तक, हर दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप की पूजा के साथ संबंधित भजन गाए जाते हैं।
सामूहिक संकीर्तन में इन भजनों की गूंज वातावरण को और भी पावन बना देती है।
भक्ति का सबसे सरल और प्रभावी माध्यम संगीत है। मां दुर्गा के भजनों में ऐसी शक्ति होती है जो थके हुए मन को राहत देती है और जीवन की कठिनाइयों को आसान बना देती है। चाहे आप "जय अम्बे गौरी" गाएं या "चलो बुलावा आया है", हर भजन का असर भक्त के दिल तक पहुंचता है।
अगर आप भी अपनी भक्ति को और गहरा करना चाहते हैं तो इन दुर्गा माँ भजन (durga maa bhajan) को अपने रोज़मर्रा के जीवन का हिस्सा बनाएं।
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