
Mangal Mantra: ज्योतिष शास्त्र में बताए गए नौ ग्रहों का जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इन नौ ग्रहों में से एक मंगल ग्रह भी है। जो जीवन में ऊर्जा, साहस, निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करता है। ज्योतिष में इस ग्रह को सेनापति का दर्जा प्राप्त है। अगर आपको लगता है कि आपके जीवन में लगातार रुकावटें बनी हुईं हैं, लगातार मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिल रही या वैवाहिक जीवन में समस्याएं आ रही हैं तो इसके मुख्य कारण आपकी कुंडली में मंगल की स्थिति है। मंगल अगर कुंडली में शुभ स्थिति में होता है तो व्यक्ति में चीजों को संभालने का साहस पैदा होता है, अच्छी ऊर्जा रहती है और हर मुश्किल से लड़ने की ताकत रहती है। वहीं दूसरी ओर अगर मंगल की स्थिति कुंडली में अशुभ होती है तो गुस्सा, वैवाहिक जीवन में समस्याएं और आर्थिक तनाव जैसे हालात हो सकते हैं। मंगल ग्रह की कृपा पाने के लिए आप मंगल मंत्रों का जाप कर सकते हैं। मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए मंत्र जाप की परंपरा सालों से चल रही है। ऐसी मान्यता है कि मंगल मंत्र जाप करने से जीवन में चमत्कारी बदलाव आ सकते हैं।
मंगल ग्रह के लिए कई मंत्र प्रचलित हैं, जो अलग-अलग जीवन समस्याओं के समाधान में कारगर माने जाते हैं। इनमें कुछ प्रमुख मंत्र इस प्रकार हैं:
अस्य श्री मंगलकवचस्तोत्रमंत्रस्य कश्यप ऋषिः ।
अनुष्टुप् छन्दः । अङ्गारको देवता ।
भौम पीडापरिहारार्थं जपे विनियोगः।
रक्तांबरो रक्तवपुः किरीटी चतुर्भुजो मेषगमो गदाभृत् ।
धरासुतः शक्तिधरश्च शूली सदा ममस्याद्वरदः प्रशांतः ॥
अंगारकः शिरो रक्षेन्मुखं वै धरणीसुतः ।
श्रवौ रक्तांबरः पातु नेत्रे मे रक्तलोचनः ॥
नासां शक्तिधरः पातु मुखं मे रक्तलोचनः ।
भुजौ मे रक्तमाली च हस्तौ शक्तिधरस्तथा ॥
वक्षः पातु वरांगश्च हृदयं पातु लोहितः।
कटिं मे ग्रहराजश्च मुखं चैव धरासुतः ॥
जानुजंघे कुजः पातु पादौ भक्तप्रियः सदा ।
सर्वण्यन्यानि चांगानि रक्षेन्मे मेषवाहनः ॥
या इदं कवचं दिव्यं सर्वशत्रु निवारणम् ।
भूतप्रेतपिशाचानां नाशनं सर्व सिद्धिदम् ॥
सर्वरोगहरं चैव सर्वसंपत्प्रदं शुभम् ।
भुक्तिमुक्तिप्रदं नृणां सर्वसौभाग्यवर्धनम् ॥
रोगबंधविमोक्षं च सत्यमेतन्न संशयः ॥
॥ इति श्रीमार्कण्डेयपुराणे मंगल ग्रह कवच संपूर्णं ॥
लाभ: माना जाता है कि यह मंत्र आपको नकारात्मक ऊर्जा और मांगलिक दोष से बचाता है। यह जीवन में साहस और समृद्धि लाता है।
मंगल स्तोत्र:
धरणीगर्भसंभूतं विद्युत्कान्तिसमप्रभम्।
कुमारं शक्तिहस्तं च मंगलं प्रणमाम्यहम्।।
ऋणहर्त्रे नमस्तुभ्यं दुःखदारिद्र्यनाशिने।
नमामि द्योतमानाय सर्वकल्याणकारिणे।।
देवदानवगन्धर्वयक्षराक्षसपन्नगाः।
सुखं यान्ति यतस्तस्मै नमो धरणिसूनवे।।
यो वक्रगतिमापन्नो नृणां विघ्नं प्रयच्छति।
पूजितः सुखसौभाग्यं तस्मै क्ष्मासूनवे नमः।।
प्रसादं कुरु मे नाथ मंगलप्रद मंगल।
मेषवाहन रुद्रात्मन् पुत्रान् देहि धनं यशः।।
लाभ: ऋण मुक्ति और सुख-शांति के लिए इसका पाठ उपयोगी माना जाता है।
वैदिक मंगल मंत्र:
ॐ अग्निमूर्धा दिवः ककुत्पति: पृथिव्या अयम् अपा रेता सिजिन्नवति।
लाभ: इससे ऊर्जा, स्थिरता और आत्मबल बढ़ता है।
तांत्रिक मंगल मंत्र:
ॐ हां हंस: खं ख:।
ॐ हूं श्रीं मंगलाय नम:।
ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:।
लाभ: तांत्रिक प्रभाव और शत्रु बाधाओं से रक्षा करता है।
बीज मंत्र:
ऊँ भौं भौमाय नम:।।
लाभ: ऊर्जा जागरण और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला।
गायत्री मंत्र
ॐ अंगारकाय विद्महे शक्तिहस्ताय धीमहि तन्नो भौम: प्रचोदयात्।
लाभ: साहस और मानसिक संतुलन प्रदान करने वाला।
इन मंत्रों का नियमित और श्रद्धा पूर्वक जाप करना जीवन की कई समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है।
मंगल दोष निवारण
जिन लोगों की कुंडली में मांगलिक दोष होता है, उनके विवाह में देरी या वैवाहिक जीवन में असंतोष देखा जाता है। मंगल मंत्रों के प्रभाव से इस दोष की शांति होती है और वैवाहिक जीवन सुखमय बनता है।
शारीरिक ऊर्जा
मंगल ग्रह शरीर की ऊर्जा और मानसिक दृढ़ता का कारक है। इसके मंत्रों का जाप करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और किसी भी परिस्थिति में डट कर खड़े रहने की शक्ति मिलती है। खासतौर पर स्पोर्ट्स, आर्मी या लीडरशिप में रहने वाले लोगों के लिए ये मंत्र बहुत लाभकारी होते हैं।
शत्रुओं से मुक्ति
मंगल को युद्ध का ग्रह कहा जाता है। इसका मंत्र जाप करने से जीवन में आ रही बाधाओं को दूर करने और शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में सहायता मिलती है।
अच्छा स्वास्थ्य
मंगल का संबंध रक्त, मांसपेशियों और हड्डियों से होता है। इसके मंत्रों का प्रभाव इन अंगों के स्वास्थ्य को बेहतर करने और दुर्घटनाओं से बचाने वाला माना जाता है।
संपत्ति विवादों का हल
मंगल मंत्रों का जाप करने से ऋण मुक्ति, धन वृद्धि और संपत्ति संबंधी विवादों के हल मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
गुस्से से छुटकारा
यदि गुस्सा, चिड़चिड़ापन और जल्दबाजी की आदतें परेशान कर रही हैं, तो मंगल मंत्र आपके अंदर संतुलन और शांति लाने में मदद कर सकते हैं।
आधुनिक विज्ञान के कई शोध इस बात को स्वीकार करते हैं कि मंत्रों के उच्चारण से हमारे दिमाग और शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जब आप किसी मंत्र का दोहराव करते हैं तो दिमाग शांत होता है, तनाव कम होता है और एकाग्रता बढ़ती है। इससे शरीर में खुशहाली देने वाले हार्मोन जैसे डोपामाइन और सेरोटोनिन का स्तर भी बढ़ता है।
इसके अलावा, मंत्रों की ध्वनि तरंगें हमारे शरीर की कोशिकाओं और मस्तिष्क के तरंग पैटर्न को भी संतुलित करती हैं। यह प्रभाव विशेष रूप से उस ग्रह की ऊर्जा से जुड़ा होता है जिसका मंत्र जाप किया जा रहा है। मंगल के मंत्रों से साहस, आत्मनियंत्रण और आंतरिक शांति का अनुभव होता है।
मंगल मंत्र जाप के लिए मंगलवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है। सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें और पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर मुख करके बैठें। 108 बार (माला के रूप में) मंत्र का जाप करें। यदि संभव हो तो लाल रंग का दीपक जलाएं और लाल फूल अर्पित करें। यह उपाय मंगल की ऊर्जा को और भी ज्यादा प्रभावी बना देता है।
मंगल ग्रह के मंत्र न केवल ज्योतिषीय दृष्टि से बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी माने जाते हैं। यदि आप अपने जीवन में ऊर्जा, साहस, आत्मविश्वास और स्थिरता चाहते हैं, तो मंगल के इन मंत्रों का नियमित जाप आपके लिए सहायक हो सकता है।
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