ज्योतिष से पाएं इन 5 वैवाहिक समस्याओं का समाधान

Mon, Feb 14, 2022
टीम एस्ट्रोयोगी
 टीम एस्ट्रोयोगी के द्वारा
Mon, Feb 14, 2022
Team Astroyogi
 टीम एस्ट्रोयोगी के द्वारा
article view
480
ज्योतिष से पाएं इन 5 वैवाहिक समस्याओं का समाधान

वैवाहिक जीवन में अशांति और तनाव हो गयी है आम बात? प्रेम की जगह ले ली है बहस ओर विवाद ने? ज्योतिष बनाएगा आपके वैवाहिक जीवन को दोबारा खुशहाल। जानने के लिए पढ़ें। 

जीवन का सबसे खूबसूरत बंधन होता है विवाह जो दो लोगों को जीवनभर के पवित्र बंधन में बाँध देता है। इस रिश्ते का आधार प्यार, सम्मान और सद्भाव की भावना होती है। वास्तव में, विवाह एक ऐसा बंधन है जिसे हर कोई संजोकर रखना चाहता है क्योंकि इसमें हमारे जीवन को बदलने, साथ ही इसे आनंद और संतोष से भरने की क्षमता होती है।

कभी-कभी, कोई विवाद या बहस वैवाहिक जीवन में खटास का कारण बन सकता है। रिश्ते में पैदा हुई ख़टास किसी के भी सुखी और शांतिपूर्ण जीवन को तबाह करने की क्षमता रखती हैं। शादीशुदा जीवन में आने वाली परेशानियां रिश्ते को तनावपूर्ण और बोझिल बना सकती हैं। अधिकतर ऐसा देखा जाता है कि विवाह के शुरूआती महीने नवविवाहित दंपति के एक-दूसरे को जानने और जीवन का आनंद लेने में ही चले जाते हैं। जैसे-जैसे समय बीतता है, रिश्ते में तकरार बढ़ने लगती हैं, संघर्ष-विवाद होने लगते हैं जो खुशहाल शादीशुदा जीवन में कभी न खत्म होने वाले झगड़ों को जन्म देते हैं।

वैवाहिक जीवन में उत्पन्न समस्याओं को दूर करने में ज्योतिष आपकी सहायता कर सकता है। यह विवाहित जोड़े की जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति का विश्लेषण करता है और उसके आधार पर आपके रिश्ते से खोई हुई मिठास को वापिस लाने के लिए उपाय प्रदान करता हैं।  यह उपाय वैवाहिक जीवन में प्रेम में वृद्धि करने में सहायक होते है। ज्योतिष पति-पत्नी के प्रयासों के साथ, रिश्ते में शांति और सद्भाव ला सकता है। वैवाहिक जीवन में नहीं रही अब पहले वाली बात? दोबारा चाहते है वही पुराने वाला प्यार,परामर्श करें एस्ट्रोयोगी पर विशेषज्ञ ज्योतिषियों से। 

आइए जानते है, वैवाहिक जीवन की 5 समस्याओं के बारे में जिनका हो सकता है ज्योतिष से समाधान:

1. अनुकूलता:

गलतफहमी किसी भी रिश्ते का हिस्सा है जो परिस्थितियों के कारण पैदा होती है। किसी भी विवाह में विसंगतियां आ सकती हैं, लेकिन हमें गलतफहमी के मूल कारण का पता लगाने के साथ-साथ समस्या को हल करने के लिए भी प्रयास करना चाहिए। अधिकतर, इन गलतफहमियों का कारण मुख्य रूप से संचार या बातचीत की कमी होती हैं क्योंकि शादी के बाद पति-पत्नी दोनों के जीवन की प्राथमिकताएं बदल जाती हैं।

एक सुखी वैवाहिक जीवन जीने के लिए व्यक्तिगत प्राथमिकताओं के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता है। इस स्थिति में ज्योतिष कैसे आपकी मदद कर सकता है? आइए जानते है कि ज्योतिष के प्रभावी उपायों के बारे में:

  • विशेषज्ञ ज्योतिषी नवग्रहों के प्रभाव का विश्लेषण और गणना करते हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कुंडली में शुक्र की स्थिति व्यक्ति के रिश्तें को प्रभावित करती है। दोनों व्यक्तियों की जन्म कुंडली पर शुक्र एवं अन्य ग्रहों के प्रभाव के अध्ययन द्वारा पति या पत्नी पर नवग्रहों के दुष्प्रभावों को दूर करने के तरीकों को जानने में मदद करता है। 

2. विवाह में अंतरंगता:

पति और पत्नी के रिश्ते को स्वस्थ बनाए रखने के लिए शादी में अंतरंगता या आत्मीयता का होना अत्यंत आवश्यक है, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है, जीवन से प्रेम धीरे-धीरे कम होने लगता है। विवाह के बाद घर-परिवार की जिम्मेदारियों का भार दंपति के कंधों पर आ जाता है, तो रिश्ते में पहले की तरह अंतरंगता बनी रहना मुश्किल हो जाता है। शादीशुदा जीवन में अंतरंगता की कमी जोड़ों के बीच बड़ी दरार पैदा कर सकती है, जिससे वैवाहिक जीवन में तनाव उत्पन्न हो सकता है।

ज्योतिष अंतरंगता से संबंधित समस्याओं को निम्नलिखित प्रकार से हल करने का प्रयास करता है-

  • रिश्तों से सभी तरह की नकारात्मकता को दूर करने के लिए रुद्राभिषेक को प्रभावी माना गया है। ऐसी मान्यता है कि अभिषेक में "रुद्र" का आह्वान करने की शक्ति है, जो ब्रह्माण्ड की सबसे शक्तिशाली ऊर्जा है। यह ऊर्जा विवाहिक जीवन से सभी प्रकार की नकारात्मकता को दूर कर सकती है, रिश्तों में सामंजस्य सुनिश्चित कर सकती है।
  • इसके अलावा तुलसी के पवित्र पौधे का पूजन प्रेम के बंधन को मजबूत कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि तुलसी के पौधे की नियमित रूप से पूजा द्वारा आपको देवी से सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

 

3. वित्तीय परेशानियां:

वैवाहिक जीवन को प्रेमपूर्ण और आनंदमय बनाए रखना पति-पत्नी के लिए आसान कार्य नहीं होता हैं क्योंकि शादी के उपरांत सांसारिक कर्तव्यों को प्राथमिकता दी जाने लगती है। धन सम्बंधित मामलें विवाह को सर्वाधिक प्रभावित करते हैं जो घर में बहस और विवाद को आम समस्या बना देते हैं, साथ ही दंपति की मानसिक शांति भंग हो जाती है। आर्थिक समस्याएं आसानी से चीजों को नियंत्रण से बाहर कर सकती है, किसी भी खुशहाल रिश्ते को बर्बाद कर सकती है।

ज्योतिष वित्तीय समस्याओं को दूर करने के लिए विशेष उपाय प्रदान करते है जो वैवाहिक जीवन से सभी प्रकार की वित्तीय समस्याओं का समाधान करने में प्रभावी होते है। यहां विवाहित लोगों के लिए कुछ वित्तीय उपाय दिए गए हैं-

  • शनि ग्रह वित्तीय समस्याओं का कारण बन सकता है, और इसलिए शादीशुदा जीवन में वित्तीय स्थिरता प्राप्त करने के लिए भगवान शनि को प्रसन्न करने का प्रयास करना चाहिए।
  • घर में तिजोरी उत्तर दिशा में बनाएं जो समृद्धि के देवता भगवान कुबेर की दिशा है।
  • परिवार की महिलाओं के साथ हमेशा आदरपूर्वक पेश आएं। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन पर ग्रहों का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

4. विवाहेतर संबंध:

पति-पत्नी के रिश्ते की नींव भरोसा और विश्वास होता है। रिश्ते में विश्वास का होना बेहद जरुरी है, बिना विश्वास का रिश्ता कभी भी सार्थक नहीं हो सकता है। अगर एक बार रिश्ते से विश्वास की नाज़ुक डोर टूट जाए, तो रिश्ते को टूटने से कोई नहीं बचा सकता है। इस प्रकार वफादारी और रिश्ते दोनों साथ-साथ चलते हैं। अपने जीवनसाथी के प्रति वफ़ादार न होना, साथ ही शादी के बाद अफेयर्स में लिप्त होना किसी के भी वैवाहिक जीवन को पूरी तरह से नष्ट कर देता है।

ज्योतिष के द्वारा हमें पता चलता है कि जिन व्यक्तियों की जन्म कुंडली में बृहस्पति कमजोर होता है, उनके विवाहेतर संबंधों में लिप्त होने की संभावनाएं प्रबल होती है। यहां आपको विशेष उपाय प्रदान किए गए हैं जो विशेषज्ञ ज्योतिषियों द्वारा रिश्तों को मज़बूत करने के लिए सुझाये जाते हैं। 

  • बृहस्पति को मंगल या राहु के अशुभ प्रभाव से मुक्त करने वाले उपाय करके वैवाहिक जीवन को बचाया जा सकता है।
  • किसी ज्योतिषी के परामर्श के बाद धारण किये जाने वाला पुखराज जीवनसाथी की जन्म कुंडली में बृहस्पति को मजबूत करता है जिससे जोड़ों के बीच प्रेम में वृद्धि होती है।

5. ससुराल पक्ष के साथ अनबन:

विवाह सिर्फ दो लोगों को बंधन नहीं होता है बल्कि दो परिवारों को भी एक साथ एक सूत्र में बांधता है। कभी-कभी परिवार के अन्य सदस्यों के कारण दंपति के रिश्ते में दरार आ जाती है। प्रत्येक विवाहित युगल को एक साथ नई चीज़ें सीखने और जीवन में आगे बढ़ने की अनुमति होनी चाहिए, साथ ही परिवार के अन्य सदस्यों को पति-पत्नी के रिश्ते में बाधा उत्पन्न करने के बजाय उनकी यात्रा में उनका समर्थन करना चाहिए।

ज्योतिषीय उपाय जीवनसाथी और उनके ससुराल वालों के बीच मतभेद को दूर करने में सहायता कर सकते हैं। यहां कुछ उपाय प्रदान किये गए हैं जिनसे परिवार के सदस्यों और दम्पति के बीच सामंजस्य स्थापित किया जा सकता है-

  • यदि जन्म कुंडली में चौथा, नौवां और दसवां भाव कमजोर हो तो ससुराल पक्ष से विवाद हो सकता है। ससुराल पक्ष के साथ संबंध सुधारने के लिए विशेषज्ञ ज्योतिषी इन भावों को मजबूत करने वाले सटीक उपाय प्रदान करने के लिए आपकी जन्म कुंडली का सावधानीपूर्वक विश्लेषण कर सकता हैं।

एक सफल वैवाहिक जीवन के लिए पति-पत्नी के रिश्ते को प्यार, सम्मान और विश्वास की आवश्यकता होती है। रिश्ते में खुशी और प्रेम हमेशा बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास और देखभाल की जरुरत होती है। हालाँकि, वैवाहिक जीवन में आने वाली चुनौतियों को अपने साथी के साथ मिलकर दूर किया जा सकता है। इसके अलावा, कभी-कभी, प्रेम संबंधों में मज़बूती लाने के लिए ज्योतिष की सहायता भी ली जा सकती हैं।

वैवाहिक संबंधों में आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए, एस्ट्रोयोगी के विशेषज्ञ ज्योतिषियों से तुरंत जुड़ें!

 

✍️ By- Team Astroyogi

 

होली 2022 | होलिका दहन 202 | होलाष्टक 2022

article tag
Hindu Astrology
Vedic astrology
article tag
Hindu Astrology
Vedic astrology
नये लेख

आपके पसंदीदा लेख

अपनी रुचि का अन्वेषण करें
आपका एक्सपीरियंस कैसा रहा?
facebook whatsapp twitter
ट्रेंडिंग लेख

ट्रेंडिंग लेख

और देखें

यह भी देखें!