Chandra Grahan: आपने देखा होगा कि पूर्णिमा के आसपास कभी-कभी चांद का रंग बदल जाता है और इसका प्रकाश कम हो जाता है। यही चंद्र ग्रहण कहलाता है। ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण का खास महत्व माना जाता है।
चंद्रग्रहण के दौरान, पृथ्वी सूर्य की रोशनी को चंद्रमा तक पहुँचने से रोकती है। इसका मतलब है कि रात के समय, पूर्णिमा का चाँद फीका पड़ जाता है क्योंकि पृथ्वी की छाया उसे ढक लेती है।
आज हम ज्योतिषीय नजरिये से चंद्र ग्रहण के बारे में जानेंगे। आइए जानें कि चंद्र ग्रहण का आपके आध्यात्मिक जीवन और मन पर क्या प्रभाव पड़ सकता है?
ज्योतिष में चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा का प्रभाव कम हो जाता है, जिससे आपका मन अशांत या बेचैन हो सकता है। हालांकि, ज्योतिष का यह भी सुझाव है कि चंद्र ग्रहण काल आत्मिक जागरण के लिए उपयुक्त समय होता है। क्योंकि चंद्रमा हमारे अंतर्मन से जुड़ा हुआ है, इसलिए ग्रहण के दौरान ध्यान या मंत्र जाप करने से आत्मिक शुद्धि प्राप्त होती है।
वैदिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए भी विशेष पूजा-पाठ किए जाते हैं।
ज्योतिष शास्त्र यह भी बताता है कि चंद्र ग्रहण का प्रभाव विभिन्न राशियों पर अलग-अलग हो सकता है। उदाहरण के लिए:
मेष राशि (Mesh Rashi): इस समय के दौरान आपको मानसिक तनाव और भावनात्मक उतार-चढ़ाव का अनुभव हो सकता है। यह आत्म-चिंतन और ध्यान के लिए अच्छा समय हो सकता है।
वृषभ राशि (Vrishabh Rashi): चंद्रग्रहण में आपको वित्तीय मामलों में सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि इस समय धन की हानि या अनियोजित खर्च हो सकते हैं।
मिथुन राशि (Mithun Rashi): इस समय आपको अपने रिश्तों में संवाद की कमी महसूस हो सकती है। कुछ गलतफहमियाँ पैदा हो सकती हैं, इसलिए समझदारी से काम लें।
कर्क राशि (Kark Rashi): इस अवधि में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। परिवार के साथ समय बिताने से लाभ होगा।
सिंह राशि (Singh Rashi): आपके क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स में बाधाएं हो सकती हैं। चंद्रग्रहण में आपको बच्चों से जुड़े मामलों में धैर्य की आवश्यकता हो सकती है।
कन्या राशि (Kanya Rashi): चंद्रग्रहण में घरेलू जीवन में तनाव हो सकता है। अपने घर से जुड़े मामलों में निर्णय लेने से पहले अच्छी तरह सोचें।
तुला राशि (Tula Rashi): इस समय में आपकी यात्रा और शिक्षा में बाधाएं हो सकती हैं। इस अवधि में महत्वपूर्ण निर्णयों न लें।
वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi): इस अवधि में वित्तीय मामलों में सावधानी बरतें। इस समय उधार देने या लेने से बचें। यह आत्म-विश्लेषण के लिए अच्छा समय है।
धनु राशि (Dhanu Rashi): आपको व्यक्तिगत संबंधों में सुधार की आवश्यकता होगी। स्वयं पर ध्यान केंद्रित करें और सकारात्मक सोच बनाए रखें।
मकर राशि (Makar Rashi): इस असमय अपने कार्यस्थल पर ध्यान दें। अनावश्यक तनाव से बचें। कार्यस्थल पर सहकर्मियों के साथ सहयोग करें।
कुंभ राशि (Kumbh Rashi): इस अवधि में सामाजिक जीवन में चुनौतियाँ हो सकती हैं। मित्रों के साथ संबंध सुधारने का प्रयास करें। इस समय रचनात्मक गतिविधियों में संलग्न रहें।
मीन राशि (Meen Rashi): करियर और पेशेवर जीवन में बदलाव हो सकते हैं। चन्द्रगहण के समय जरुरी निर्णयों न लें और धैर्य से काम लें।
कुछ सरल उपायों को अपनाकर आप चंद्र ग्रहण के प्रभावों को कम कर सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र निम्नलिखित सुझाव देता है:
मंत्र जाप करें: अपने शांत मन के लिए "ॐ सोमय Namah" मंत्र का जप कर सकते हैं।
दान करें: इस समय दान करने से ग्रहों की दशा को शांत किया जा सकता है। आप जरूरतमंदों को भोजन या दक्षिणा दे सकते हैं।
पूजा-पाठ करें: चंद्र देव की उपासना करें। इससे मानसिक शांति प्राप्त होगी।
चंद्र ग्रहण हमें यह याद दिलाता है कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। ज्योतिष शास्त्र का मार्गदर्शन लेकर हम चंद्र ग्रहण के दौरान आध्यात्मिक रूप से जागृत हो सकते हैं और ज्योतिषीय उपायों को अपनाकर नकारात्मक प्रभावों को कम कर सकते हैं।
ये उपाय और प्रभाव सामान्य हैं और किसी व्यक्ति की कुंडली के आधार पर ये प्रभाव और उपाय अलग हो सकते हैं। इसलिए हमारे एक्सपर्ट एस्ट्रोलॉजर्स से अभी सम्पर्क करें।