ज्योतिष विद्या में हस्तशास्त्र का काफी महत्व है। जिस तरह ज्योतिषी आपकी कुंडली में ग्रहों की चाल देखकर भविष्यवाणियां करते हैं वहीं अकंज्योतिष में आपकी जन्मतिथि के अनुसार आपका भविष्यफल बताया जाता है ठीक उसी प्रकार समुद्रशास्त्र के अनुसार आपकी हथेली पर बनी हर सूक्ष्म रेखा, निशान या चिन्ह आपके भविष्य को जानने के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। हस्तरेखा विशेषज्ञ हमारे हाथ को देखकर भाग्य रेखा, जीवन रेखा, विवाह रेखा आदि रेखाओं के बारे में खास जानकारी दे सकते हैं। वहीं हस्तरेखा के मुताबिक, यदि हमारी हथेली में कहीं 3 रेखाएं आपस में मिलती हैं और वह एक त्रिभुज या त्रिकोण का आकार बनाती हैं तो इनकी अपनी ही अलग-अलग मान्यता है। वहीं हस्तरेखा में त्रिभुज की गणना हस्त चिन्ह के नाम से जानी जाती है। तो चलिए आपको समुद्रशास्त्र के अनुसार हाथ में मौजूद त्रिभुज यानि त्रिकोण चिन्ह के बारे में विस्तार से बताते हैं:
यदि आपके हथेली पर स्पष्ट, गहरी और निर्दोष रेखा से बना हुआ त्रिभुज दिखाई देता हैं तो यह शुभफलदायी होता है।
हथेली में जितना बड़ा त्रिभुज होता है, वह उतना ही अधिक लाभदायक और सौभाग्यशाली होता है। बड़ा त्रिभुज जातक के विशाल हृदय का परिचायक होता है।
हाथ के मध्य में जो त्रिभुज पाया जाता, उससे पता चलता है कि वह जातक भाग्यशाली, आस्तिक और उन्नतशील है। उस व्यक्ति का स्वभाव मधुर और शांत होता है और उसे समाज में यश, मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
जिस जातक की हथेली में संकीर्ण अस्पष्ट त्रिभुज होता है उसकी संकीर्ण मनोवृत्ति को स्पष्ट करता है।
यदि किसी व्यक्ति की हथेली में बड़े त्रिभुज के भीतर एक छोटा त्रिभुज हो तो वह व्यक्ति निश्चित रूप से उच्च पद प्राप्त करता है।
यदि हथेली के शुक्र पर्वत पर त्रिभुज विद्यमान हो तो वह जातक सरल, मधुर और शान-शौकर से रहने वाला होता है।
यदि हथेली में टूटा हुआ लहरदार या दूषित त्रिभुज विद्यमान हो तो उस जातक को कामी और परस्त्रीगामी माना जाता है। यदि स्त्री के हाथ में इस तरह का त्रिभुज हो तो उस स्त्री को कुलटा माना जाता है।
यदि किसी जातक के मंगल पर्वत पर त्रिभुज हो तो उसे वीरता में पुरस्कृत किया जा सकता है और वह जातक निडर,साहसी औऱ धैर्यवान होता है। लेकिन यदि इस पर्वत पर लहरदार त्रिकोण हो तो वह व्यक्ति निर्दयी औऱ कायर होता है।
यदि किसी जातक के राहु क्षेत्र पर त्रिभुज हो तो ऐसा व्यक्ति अपनी युवावस्था में उच्चपद प्राप्त करता है। साथ ही राजनीति क्षेत्र में भी जातक को विशेष सफलता प्राप्त होती है। परंतु राहु क्षेत्र पर 2 संयुक्त त्रिभुज हो तो वह व्यक्ति भाग्यहीन माना जाता है।
यदि किसी जातक के प्लूटो पर्वत पर त्रिकोण चिन्ह हो तो उसका बुढ़ापा आनन्द में गुजरता है परंतु इस पर्वत पर 2 संयुक्त त्रिभुज होने पर बुढ़ापे में बदनामी झेलनी पड़ती है।
यदि किसी जातक के गुरु पर्वत पर स्पष्ट त्रिभुज होता है तो ऐसे व्यक्ति धूर्त, कूटनीतिज्ञ और हमेशा उन्नतशील होते हैं। इसके विपरीत लहरदार त्रिभुज होने पर जातक घमंडी और स्वार्थी स्वभाव का होता है।
यदि हथेली के शनि पर्वत पर निर्दोष त्रिभुज होता है तो वह जातक तंत्रमंत्र में काफी निपुण होता है और जिसकी हथेली में सदोष त्रिभुज होने पर वह ऊंचे स्तर पर ठग और धोखा देने वाला होता है।
यदि किसी जातक के सूर्य पर्वत पर स्पष्ट, गहरा और निर्दोष त्रिभुज का चिन्ह हो तो इसे धार्मिक, परोपकारी और हितकारी माना जाता है। जबकि संकीर्ण अस्पष्ट त्रिभुज हो तो उस व्यक्ति को समाज में निंदा का पात्र बनना पड़ता है। साथ ही जीवन में सफलता मिलने में बाधाओं का सामना करना पड़ता है।
यदि जातक के बुध पर्वत पर गहरी त्रिभुज हो तो वह एक सफल वैज्ञानिक बन सकता है। साथ ही व्यवसाय की दृष्टि से भी जीवन में उन्नति मिलती है और विदेश यात्राओं का भी लाभ मिलता है। इसके विपरीत लहरदार त्रिभुज होने पर एकत्रित पूंजी समाप्त करता है और व्यापार में घाटा होता है।
यदि किसी जातक की आयु रेखा पर स्पष्ट, गहरा और निर्दोष त्रिभुज का चिन्ह हो तो उसको दीर्घायु प्राप्त होती है।
यदि हथेली की मस्तिष्क रेखा पर स्पष्ट, गहरा और निर्दोष त्रिभुज का चिन्ह हो तो वह जातक तीव्र बुद्धि और श्रेष्ठ शिक्षा प्राप्त करने वाला होता है।
यदि किसी जातक की हृदय रेखा पर त्रिभुज का चिन्ह हो तो उस व्यक्ति का बुढ़ापे में भाग्योदय होता है।
यदि त्रिभुज का चिन्ह स्वास्थ्य रेखा पर हो तो व्यक्ति की सेहत हमेशा अच्छी रहती है।
यदि त्रिभुज का चिन्ह सूर्य रेखा पर हो तो जातक अपने करियर में इंटरनेशनल सफलता प्राप्त करता है।
यदि भाग्य रेखा पर त्रिभुज हो तो जातक भाग्यहीन हो जाता है और जीवन में असफलता ही प्राप्त होती है।
वहीं अगर किसी जातक की विवाह रेखा पर त्रिभुज हो तो उसके विवाह होने में कई बाधाएं आती हैं और उसका गृहस्थ जीवन सुखमय नहीं गुजरता है।
वहीं किसी जातक की चंद्र रेखा पर स्पष्ट त्रिभुज हो तो उस व्यक्ति को जीवन में कई बार विदेश यात्राओं का मौका मिलता है और सफलता प्राप्त होती है।
यदि मस्तिष्क रेखा पर स्पष्ट, गहरा और निर्दोष त्रिभुज का चिन्ह हो तो ऐसा त्रिकोण शुभ होता है।
यदि किसी जातक के स्वास्थ्य और मस्तिष्क रेखा से मिलकर कोई स्पष्ट त्रिभुज का बनता है तो वह व्यक्ति प्रखर बुद्धि का होता है।
यदि किसी जातक के स्वास्थ्य और जीवन रेखा से मिलकर कोई गहरा त्रिभुज का चिन्ह बनता है तो वह व्यक्ति जीवन में बहुत उच्च पद प्राप्त करता है।
यदि किसी जातक की हथेली में उभरा हुआ त्रिभुज का चिन्ह हो तो वह व्यक्ति लड़ाकू स्वभाव का होता है।
अगर त्रिभुज की रेखाएं उभरी हुईं स्पष्ट और चौड़ी हों तो वह व्यक्ति दूसरों की भलाई करने वाला होता है।
यदि किसी जातक के दोनों हाथों में चपटी त्रिकोण का चिन्ह हो तो उस इंसान का जीवन महत्वहीन होता है।
अगर किसी के हाथ में त्रिकोण रेखाएं बहुंत चौड़ी होती हैं और मंगल पर्वत पुष्ट हो तो वह जातक बिना हिचकिचाहट और निडर होकर जीवन में आगे बढ़ता रहता है।
यदि किसी जातक के त्रिभुज चिन्ह के ऊपर क्रॉस हो तो उस व्यक्ति के जीवन में कई तरह की दुर्घनाएं घटित होती हैं। इसके विपरीत क्रॉस अगर नीचे हो तो व्यक्ति का जीवन काफी महत्वपूर्ण होता है।
यदि किसी जातक के त्रिभुज के अंदर तारे का चिन्ह हो तो वह व्यक्ति प्रेम के मामले में बदनाम होता है।