भारतीय क्रिकेट टीम पर एशिया कप की जीत का नशा ट्वंटी-ट्वंटी विश्वकप की शुरुआत में न्यूजीलैंड से मिली करारी हार से उतर ही गया होगा। मैच से पूर्व पूर्वानुमान लगाते हुए एस्ट्रोयोगी ज्योतिषाचार्यों ने आशंका जताई थी राहू की महादशा के चलते महेन्द्र सिंह धोनी के लिये अति आत्मविश्वास यानि ओवर कोंफिडेंस हानिकारक हो सकता है। अब 19 मार्च को भारत का मुकाबला पाकिस्तान से होगा। इस दिन क्या होगी ग्रहों की दशा और किसके पक्ष में रहेंगें ये सितारे? आइये जानते हैं क्या कहना है एस्ट्रोयोगी ज्योतिषाचार्यों का।
इस समय चूंकि भारतीय टीम की बागडोर महेन्द्र सिंह धोनी के हाथ में है तो पाकिस्तानी टीम के सरगना हैं, शाहिद अफरीदी। एस्ट्रोयोगी के ज्योतिषाचार्यों ने इन दोनों कप्तानों की जन्म कुंडलियां देखकर ग्रहों की चाल से मैच का जो हाल बताया है वो कुछ इस तरह है।
नाम: महेन्द्र सिंह धोनी
जन्म तिथि: 7 जुलाई 1981
जन्म समय: 11:15:00
जन्म स्थान: रांची
इसके अनुसार महेन्द्र सिंह का जन्म कन्या लग्न में हुआ व उनकी चंद्र राशि कन्या है। इस समय इन पर राहू की महादशा चल रही है जिसमें अतंर्दशा में शुक्र विराजमान है। प्रत्यंतर दशा में बृहस्पति है।
इनकी कुंडली के अनुसार इस लग्न में राहू का परिणाम खेल के प्रति अच्छा रहता है। इनका राहू कन्या राशि में बैठा है जो कि बहुत शुभ माना जाता है। खेल से संबंधित ग्रह मंगल भी सूर्य के साथ लग्न में बैठा है इसका फायदा भी धोनी को मिलने के आसार हैं। हालांकि चंद्रमा पर राहू की दृष्टि पड़ रही है जिससे इनके मन में डर भी रहेगा और मैच के दौरान परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। लेकिन चंद्रमा के केंद्र में आने से इनके लिये शुभ योग भी बन रहा है। मंगल पर बृहस्पति की दृष्टि होने से इनमें जीतने की ललक बढ़ेगी। वहीं इनका समय देखा जाये तो शुक्र और बृहस्पति का साथ होना कुछ अच्छे संकेत नहीं देता बल्कि ऐसी स्थिति में कई बार बनती हुई बात भी बिगड़ जाती है क्योंकि इस लग्न में बृहस्पति का परिणाम सकारात्मक नहीं माना जाता। कई बार इससे विरोधी टीम को भी लाभ मिल जाता है। महेंद्र सिंह धोनी के लिये बृहस्पति और शुक्र का यह योग जून तक रहेगा ऐसे में यह समय उनके लिये संघर्षों का समय है। हालांकि कड़े संघर्ष के बाद परिणाम भी सकारात्मक मिलने के आसार हैं। वैसे कुल मिलाकर जुलाई तक का समय परिणाम के लिहाज धोनी के लिये सकारात्मक है लेकिन चूंकि भारतीय टीम में सिर्फ और सिर्फ धोनी नहीं है उन्हें टीम के बाकि सदस्यों का साथ मिलना भी आवश्यक है इसलिये ऐसे समय में साथियों का सहयोग धोनी के लिये बहुत मायने रखेगा।
ये तो था भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के ग्रहों का हाल आइये अब एक नजर डालते हैं अफरीदी के सितारों पर।
नाम: शाहिद अफरीदी
जन्म तिथि: 1 मार्च 1980
जन्म समय: 12:00:00
जन्म स्थान: खाइबर पास
उपरोक्त वर्णन के अनुसार अफरीदी का लग्न वृषभ है एवं राशि सिंह है। मघा नक्षत्र के चौथे चरण में जन्म हुआ है। इस समय इन पर चंद्रमा की महादशा चल रही है एवं अंतर्दशा में शुक्र है तो प्रत्यंतर दशा में बृहस्पति विद्यमान हैं।
शाहिदी अफरीदी की जन्मकुंडली के अनुसार इस लग्न में चंद्रमा अच्छा परिणाम देने वाला साबित होता है लेकिन इस समय चंद्रमा शनि के साथ बैठा है जो कि विष योग बना रहा है। इससे बनते-बनते काम अचानक बिगड़ जाते हैं। ऐसे जातकों को समय-समय पर लांछनों का सामना भी करना पड़ता है। मंगल जिसे खेल के लिये प्रभावी ग्रह माना जाता है उसकी स्थिति भी शाहिद अफरीदी के लिये सही नहीं है क्योंकि वह भी शनि के साथ बैठा हुआ है इसे किसी भी सूरत में अच्छा नहीं ठहरा सकते। इसके कारण अंतिम क्षणों में निराशा हाथ लगती है। चूंकि मंगल का साथ इन्हें नहीं मिल पा रहा इसी कारण अफरीदी के लिये स्थिति थोड़ी नकारात्मक ही है। चंद्रमा के साथ शुक्र व बृहस्पति का योग भी नकारात्मक ही है। 29 अप्रैल तक का समय अफरीदी के लिये इसी तरह की अनिश्चितताओं का समय है। इनके लिये इस साल चंद्रमा, मंगल, सूर्य, बृहस्पति ये सभी ग्रह पीड़ित हो रहे हैं। कुल मिलाकर असंभव तो कुछ भी नहीं होता लेकिन शाहिद अफरीदी के लिये भारत के खिलाफ जीत का स्वाद चखना मुश्किल जरुर है।
हालांकि टी-20 एवं एकदिवसीय विश्वकप मुकाबलों में भारत का पलड़ा पाकिस्तान के मुकाबले हमेशा भारी रहा है। पिछले कई सालों से पाकिस्तान जीत के लिये तरस रहा है। लेकिन न्यूजीलैंड के हाथों भारत को मिली शिकस्त और बांग्लादेश के खिलाफ अपने मैच में पाकिस्तान की बेहतरीन जीत का मनोवैज्ञानिक लाभ पाकिस्तान जरुर उठाना चाहेगा। लेकिन धोनी के धुरंधर भी जानते हैं कि पाकिस्तान से जीतने के मायने क्या होते हैं। ऐस्ट्रोयोगी पर अन्य लेख पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।