Dhan Lakshmi Yog: आज के समय में पैसा यानि धन हर किसी की जिंदगी का एक जरुरी हिस्सा बन गया है। इस ब्लॉग के माध्यम से हम जानेंगे एक ऐसे योग के बारें में जो आपको धन और समृद्धि प्रदान करता है। आपको जीएवं में धन एयर समृद्धि देने वाला ऐसा ही योग है, "लक्ष्मी योग"।
लक्ष्मी योग के बारे में जानने से पहले जानते हैं ज्योतिष में योग का मतलब क्या है? जन्मकुंडली में ग्रहों की एक खास स्थिति से बनने वाले शुभ फलदायक संयोग को "योग" कहा जाता है।
लक्ष्मी योग तब बनता है जब इस घर का शासक केंद्र या त्रिकोण में एक शक्तिशाली स्थिति में होता है। एक मजबूत लक्ष्मी योग के लिए 9वें घर के स्वामी का लग्न स्वामी के साथ युति होना ज़रूरी है। इसके अलावा, लग्न भाव का स्वामी छठे , आठवें या बारहवें भाव में नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे आपके जीवन में धन का प्रवाह बाधित हो सकता है।
लक्ष्मी योग मुख्य रूप से शुक्र ग्रह से जुड़ा होता है। शुक्र को धन, वैभव और भौतिक सुखों का कारक माना जाता है। कुंडली में शुक्र की मजबूत स्थिति और अन्य शुभ ग्रहों के साथ शुभ युतियां लक्ष्मी योग का निर्माण करती हैं।
कुछ उदाहरण हैं:
शुक्र और बृहस्पति की युति: यह योग व्यक्ति को धन कमाने के कई अवसर प्रदान करता है।
शुक्र उच्च राशि में हो: शुक्र वृषभ या तुला राशि में उच्च का होता है तो ऐसी स्थिति में शुभ फल मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
ज्योतिष शास्त्र लक्ष्मी योग को मजबूत बनाने के कुछ उपाय भी सुझाता है:
शुक्रवार को शुक्र पूजा: शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करें। उनको सफेद वस्त्र और सफेद फूल चढ़ाएं।
शुक्र यंत्र की स्थापना: अपने घर में शुक्र यंत्र की विधि-विधान से स्थापना कर उसकी नियमित रूप से पूजा करें।
कुछ लोगों को लगता है कि लक्ष्मी योग होने पर व्यक्ति को मेहनत करने की जरूरत नहीं होती है। मगर यह सच नहीं है। धन प्राप्ति के लिए कर्म करते रहने चाहिए । ज्योतिष सिर्फ आपको मार्गदर्शन दे सकता है।
लक्ष्मी योग धन और समृद्धि का एक शुभ संकेत है। ज्योतिषीय विश्लेषण आपको यह जानने में मदद कर सकता है कि आपकी कुंडली में लक्ष्मी योग मौजूद है या नहीं और इसे जगाने के उपाय भी बता सकता है।
ये लक्ष्मी योग से जुड़े उपाय सामान्य हैं और किसी व्यक्ति की कुंडली के आधार पर इसके प्रभाव और उपाय अलग हो सकते हैं। इसलिए एस्ट्रोयोगी के एक्सपर्ट एस्ट्रोलॉजर्स से अभी सम्पर्क करें।