Grah Dosh Nivaran Upay In Hindi: वैदिक ज्योतिष के अनुसार, आपकी कुंडली में मौजूद ग्रह आपके जीवन में शुभ और अशुभ घटनाओं का संकेत देते हैं। यही कारण है कि ग्रह दोष से अक्सर लोग भयभीत हो जाते हैं क्योकि ग्रह दोष या ग्रहों की अशुभ स्थिति आपके जीवन में उथल-पुथल मचा सकती है। जब कोई ग्रह अशुभ स्थिति में होता है तो इसका प्रभाव हर क्षेत्र में दिखाई देता है चाहे वह स्वास्थ्य हो, करियर हो या रिश्ते। अगर आप भी ग्रह दोष से पीड़ित हैं या ग्रहों के बुरे प्रभावों का सामना कर रहे हैं तो इस नए साल 2025 में कदम रखने के साथ ही आपके लिए यह जरूरी है कि आप इन ग्रह दोषों से मुक्ति पा लें और नए साल की शुरुआत सकारात्मकता के साथ करें। यहां आपके लिए ग्रह दोष निवारण के लिए कुछ ऐसे ही ग्रह दोष के उपाय (grah dosh upay) दिए गए हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रह दोष तब उत्पन्न होता है जब किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रह अशुभ स्थिति में होते हैं या उनके बीच नकारात्मक संयोजन बनता है। यह दोष किसी ग्रह की कमजोर स्थिति, नीच राशि में होने, अशुभ भाव में स्थित होने, या किसी पाप ग्रह की दृष्टि के कारण हो सकता है। ग्रह दोष व्यक्ति के जीवन के हर पहलू को प्रभावित कर सकता है, जैसे स्वास्थ्य, करियर, वैवाहिक जीवन, और आर्थिक स्थिति। उदाहरण के लिए, मंगल दोष रिश्तों में तनाव ला सकता है, जबकि राहु और केतु दोष मानसिक अशांति पैदा कर सकते हैं। इस तरह की सभी समस्याओं को ग्रह दोष के लक्षण माना जाता है।
प्रत्येक ग्रह के आधार पर जानते हैं उन ग्रह दोष उपायों (grah dosh upay) के बारे में, जिनसे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और खुशहाली लाई जा सकती है। तो चलिए जानते हैं ग्रह दोष कैसे दूर करें।
सूर्य को ज्योतिष में आत्मा का कारक ग्रह माना गया है। जब कुंडली में सूर्य अशुभ स्थिति में होता है या अशुभ स्थान का स्वामी होता है, तो यह व्यक्ति के आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता को कमजोर कर सकता है। ऐसे में, सूर्य दोष को शांत करना अनिवार्य हो जाता है। साल 2025 में, इस दोष को दूर करने के लिए सबसे प्रभावी उपायों में सूर्य मंत्र "ॐ घृणिः सूर्याय नमः" का जाप करना है।
इसके अलावा, "सूर्य आदित्य स्तोत्र" का नियमित पाठ करना भी बेहद लाभकारी माना जाता है। सूर्य से संबंधित वस्त्र और धातुओं का उपयोग करना, जैसे तांबे की अंगूठी धारण करना या माणिक्य रत्न को अनामिका अंगुली में पहनना, शुभ प्रभाव डाल सकता है। साथ ही, लाल वस्त्र, मसूर की दाल, अनार, लाल चंदन और गुड़ का दान करना सूर्य दोष को कम करने के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है।
चंद्र ग्रह को मन का कारक कहा गया है। अगर चंद्रमा अशुभ स्थिति में है, तो यह मानसिक तनाव, अस्थिरता और भावनात्मक परेशानियों का कारण बन सकता है। चंद्र दोष को शांत करने के लिए सोमवार और पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को अर्घ्य अर्पित करना अत्यंत प्रभावी होता है। अर्घ्य में जल के साथ दूध, अक्षत और सफेद चंदन का उपयोग करें।
चंद्र ग्रह की कृपा पाने के लिए सफेद चंदन, चांदी का चंद्रमा पहनना, और मोती को आभूषण के रूप में धारण करना भी लाभकारी है। इसके साथ ही, अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखना चंद्र ग्रह को संतुष्ट करने का एक महत्वपूर्ण उपाय माना जाता है।
मंगल ग्रह ऊर्जा और साहस का प्रतीक है। लेकिन जब यह अशुभ स्थिति में हो, तो यह गुस्से, दुर्घटनाओं और रिश्तों में तनाव का कारण बन सकता है। मंगल दोष को शांत करने के लिए ऊँ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम। कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम। मंत्र का पाठ भी अत्यंत प्रभावी होता है।
इसके अलावा दान की दृष्टि से, तांबे की वस्तुएं, लाल कपड़े और मसूर की दाल जैसी चीजें दान करना मंगल ग्रह के दोषों को शांत करता है।
बुध ग्रह हमारी बुद्धिमता, संचार कौशल और व्यापार को नियंत्रित करता है। जब बुध कमजोर होता है, तो व्यक्ति को निर्णय लेने में कठिनाई और संचार में बाधाओं का सामना करना पड़ता है। बुध ग्रह के दोष को शांत करने के लिए बुधवार के दिन "ॐ बुधाय नमः" मंत्र का 21 बार जाप करना लाभकारी होता है।
इसके अलावा, बेर और केले के पत्तों का दान करना बुध दोष को दूर करने में मदद करता है। मां दुर्गा की पूजा और "दुर्गा सप्तशती" का पाठ बुध ग्रह को प्रसन्न करने का एक और शक्तिशाली तरीका है।
गुरु ग्रह ज्ञान, धर्म और समृद्धि का प्रतीक है। यदि यह ग्रह कमजोर स्थिति में हो, तो जीवन में समृद्धि और आध्यात्मिकता की कमी महसूस हो सकती है। गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए गुरुवार के दिन स्नान के पानी में हल्दी मिलाकर स्नान करें और पीले कपड़े पहनें।
गुरु ग्रह की कृपा पाने के लिए हल्दी, केसर और केले का दान करना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही, भगवान विष्णु की पूजा भी गुरु ग्रह को प्रसन्न करने का एक प्रभावी उपाय है।
शुक्र ग्रह जीवन में विलासिता और सुंदरता का प्रतीक है। यदि यह कमजोर हो, तो व्यक्ति के जीवन में सुख-सुविधाओं की कमी हो सकती है। शुक्र दोष को दूर करने के लिए "ॐ शुं शुक्राय नम:। ॐ हिमकुन्दमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम् सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम्।।" मंत्र का जाप करें।
इसके साथ ही, सफेद वस्त्र, चावल और दूध जैसी वस्तुओं का दान करना शुक्र ग्रह की कृपा पाने में मदद करता है।
शनि ग्रह को न्याय और कर्मफल का प्रतीक माना जाता है। जब यह ग्रह अशुभ स्थिति में हो, तो जीवन में कठिनाइयों और बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। शनि दोष को शांत करने के लिए शनिवार के दिन "ॐ शनेश्वराय नमः" मंत्र का जाप करें।
शनि दोष निवारण के लिए लोहे की वस्तुओं, काले तिल और काले कपड़ों का दान करें। इसके साथ ही, सरसों के तेल के दीये जलाना और काले घोड़े की नाल की अंगूठी पहनना भी प्रभावी उपाय माने गए हैं।
राहु ग्रह को लेकर हमेशा एक रहस्यमय भय बना रहता है। राहु दोष को शांत करने के लिए भगवान भैरव की पूजा करें और एक नारियल को काले कपड़े में बांधकर बहते पानी में प्रवाहित करें।
इसके अलावा, शिवलिंग पर जलाभिषेक करना और "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडाय विच्चे" मंत्र का जाप करना राहु दोष को शांत करने में मदद करता है।
केतु को ज्योतिष में कर्म और आध्यात्मिकता का कारक माना गया है। केतु दोष को शांत करने के लिए भगवान गणेश की पूजा करें। गणेश मंदिर में झंडा चढ़ाना और गरीब बच्चों को वस्त्र दान करना शुभ माना जाता है।
नए साल 2025 का स्वागत करते हुए, इन ग्रह दोष निवारण उपायों (grah dosh nivaran upay in hindi) को अपनाना न केवल अशुभ ग्रहों के प्रभाव को कम करेगा, बल्कि जीवन में शुभता और सकारात्मकता भी लाएगा। यह उपाय केवल तभी प्रभावी होते हैं जब आप उन्हें पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ अपनाते हैं।
इस नववर्ष पर अपनी कुंडली के दोषों को शांत कर, अपने जीवन को खुशहाल और समृद्ध बनाएं। अगर आप ज्योतिष से जुड़ी कोई अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप एस्ट्रोयोगी के ज्योतिषियों से कॉल या चैट के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं.