यह लेख उन लोगों के लिए भी सहायक है जो प्यार की नैया में सवार होकर इसका आनंद उठा चुके हैं और उनके लिए भी जो इसका आनंद उठाना चाहते हैं। क्या आपके जीवन में है प्रेम का अभाव? आप भी लगाना चाहते हैं प्रेम के समंदर में गोते? तो आपको इस लेख को पढ़ना चाहिए। क्योंकि आज हम इस लेख में ऐसे कई विषयों पर चर्चा करने जा रहे हैं जो आपके प्यार को आप तक ले आने में आपकी मदद कर सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के जीवन में प्यार हो या तकरार इसके आने के पीछे कहीं न कहीं किसी न किसी तरह से ज्योतिष का कनेक्शन जरूर होता है। बस हम मानते नहीं। कहते हैं कि मानने न मानने से क्या फर्क पड़ता है। लेकिन हम बता दें कि इससे फर्क पड़ता है।
ज्योतिषियों के मानना है कि व्यक्ति के जीवन के हर एक पहलू पर हमारे ग्रह नक्षत्रों का प्रभाव पड़ता है। जिसे हमें अनदेखा नहीं करना चाहिए। ज्योतिष की माने तो व्यक्ति के जीवन पर प्रत्येक ग्रह अपने गुण व स्वभाव के हिसाब से असर डालते हैं। ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह को किसी न किसी चीज के लिए जिम्मेदार माना गया है। उसी तरह व्यक्ति के जीवन में प्रेम को भरने के लिए भी एक ग्रह को कारक माना गया है।
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ज्योतिषियों का कहना है कि यह कुंडली अनुसार बदल भी सकते हैं। यदि कुंडली में प्रेम के कारक ग्रह किसी से प्रभावित हैं तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति को उसका प्यार नहीं मिलता है। इसके साथ ही प्रेमी युगल के बीच अनबन होती है। क्या आपके व प्रेमी के बीच बढ़ रही हैं दूरियां? तो हो सकता है कुंडली में दोष। ज्योतिषियों का कहना है कि ज्योतिष में हर समस्या का समाधान है बस उसे अपनाने की आवश्यकता है। यदि दोष को समय रहते ठीक नहीं किया जाता तो यह आपके लिए बड़ी समस्या बनकर उभरेगा। इसलिए समय रहते इसका निदान करना जरूरी है।
जिस तरह ज्योतिष शास्त्र में हर मन, बुद्धि, शिक्षा, भाग्य का कारक ग्रह निर्धारित किया गया है वैसे ही प्रेम का कारक ग्रह भी निर्धारित किया गया है। उसी तरह से कुंडली में भी प्रेम भाव माना गया है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि प्रेम के कारक ग्रह का प्रबल होना आपके जीवन में प्रेम की वर्षा करता है। परंतु इसका कमजोर होना आपके लिए समस्या खड़ी कर सकता है। इसलिए इसका सही होना आपके लिए आवश्यक है। इसके अलावा ज्योतिषियों का कहना है कि यदि आपके प्रेम के कारक ग्रह ठीक भी हो तो भी आपके प्रेम संबंध में समस्या आ सकती है। ऐसा तब होता है जब किसी पाप ग्रह का आपके प्रेम के कारक ग्रह के ऊपर दृष्टि पड़ता है।
आज के दौर में इंटरनेट पर आपको दसों आर्टिकल मिल जाएंगे कि अपने प्यार को कैसे पाएं। परंतु हम आपको सलाह देना चाहते हैं कि किसी लेख में लिखे सामान्य उपाय को अपनाने के बजाय आपको अपने कुंडली का आकलन करवाना चाहिए तथा ज्योतिषातार्य द्वारा बताए गए उपाय को ही करना चाहिए ताकि आपको इसका सही परिणाम मिले। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि सामान्य ज्योतिषीय गणना के आधार पर बताए गए उपाय आपके कुंडली के अनुसार अलग हो सकते हैं ऐसे में आपको लाभ के जगह हानि का सामना करना पड़ सकता है। किसी भी रह का जोखिय उठाने से अच्छा है कि किसी अनुभवी ज्योतिष से परामर्श लेकर अपने प्रेम को पाएं। अपनी कुंडली का ज्योतिषीय आकलन करवाने के लिए यहां क्लिक करें।
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✍️ By- टीम एस्ट्रोयोगी