गुरु बृहस्पति का कुंभ राशि में गोचर, इन राशियों की बदल देगा किस्मत

Mon, Apr 05, 2021
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 गुरु बृहस्पति का कुंभ राशि में गोचर, इन राशियों की बदल देगा किस्मत

वैदिक ज्योतिष के नौ ग्रहों में बृहस्पति को गुरु की उपाधि मिली है। वहीं साल 2021 में देवगुरु बृहस्पति 5 अप्रैल मध्यरात्रि 12 बजकर 25 मिनट यानि 6 अप्रैल को राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। इस बीच गुरु वक्री और मार्गी भी होंगे। 20 जून 2021 रात्रि 8 बजकर 34 मिनट पर बृहस्पति कुंभ राशि में वक्री होंगे। फिर 13 सिंतबर 2021 को गुरु व्रकी गति शुरू करते हुए सुबह 4 बजकर 22 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इसके बाद 20 नवंबर 2021 को सुबह 11 बजकर 23 मिनट पर वह मार्गी होकर मकर से कुंभ में चले जाएंगे और 14 अप्रैल 2022 तक कुंभ राशि में ही रहेंगे। ऐसे में ज्योतिषाचार्या एस्ट्रो पुज्जल आपको बताएंगे कि बृहस्पति के गोचर से किन राशियों की किस्मत खुलेगी तो किनको परेशान होना पड़ेगा।

गुरु बृहस्पति गोचर 2021 का 12 राशियों पर प्रभाव 

मेष राशि (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)

मेष राशि में बृहस्पति का ये गोचर धन की दृष्टि से बहुत ही लाभदायक रहेगा। आमदनी के नए स्त्रोत खुलेंगे और आमदनी में बढ़ोत्तरी होगी। कार्यक्षेत्र में उच्च पद वाले अधिकारियों से नए संबंध स्थापित होंगे। जो जातक विदेश से जुड़कर व्यापार करते हैं उनके लिए यह समय बहुत लाभदायक रहेगा। भाग्य का पूरा सहयोग मिलेगा। आपकी हर मनोकामना पूर्ण होगी।

फिर बृहस्पति 20 जून से 18 अक्टूबर 2021 तक 120 दिन वक्री अवस्था में रहेंगे। वहीं 15 सिंतबर को गुरु वक्री होकर पुन: मकर राशि में चले जाएंगे। वे आपकी राशि के दशम भाव में पुन: प्रवेश करेंग। इस स्थिति में आपको कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि वहां पर शनि देव की स्थिति साथ बने होने के कारण आपको आपके कार्यों में उलझने पैदा होगी ऐसे में सावधानी बरतें। सोच-समझकर निर्णय लें। आपको अपने कार्यक्षेत्र पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने की जरूरत होगी। शनि, गुरु की दशम भाव में स्थिति पिता के स्वास्थ्य पर असर डाल सकती है। इसलिए उनकी सेहत का ख्याल रखें।

फिर 20 नवंबर को बृहस्पति पुन: मार्गी होकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। ये आपके एकादश भाव में विराजमान होकर आपको राहत प्रदान करेंगे। आपको आपके कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। परिवार में सुखद और सौहार्द का वातावरण बना रहेगा। प्रेमी जातकों के लिए यह समय शुभ रहेगा। इस अवस्था के दौरान किसी भी कार्य को टाले नहीं बल्कि उसे करें, आपको लाभ अवश्य होगा। कुल मिलाकर ये समय आपको हर तरफ से धन लाभ मिलने की संभावना है।

  • उपाय - पीले चंदन का तिलक करें।

 

वृषभ राशि (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

देवगुरु बृहस्पति का यह गोचर आपको कार्यक्षेत्र में काफी उतार-चढ़ाव दिखाएगा। परंतु पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी, जिसके कारण आपका मन प्रसन्न रहेगा। इस समय आपको कार्यक्षेत्र में अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है तभी लाभ मिलेगा। आर्थिक स्थिति इस समय अच्छी नहीं रहेगी। इसलिए अनावश्यक खर्चों पर अंकुश लगाएं।

इसके बाद 15 सितंबर को गुरु ग्रह वक्री होकर मकर राशि में पुन: प्रवेश करेंगे, जो आपके नवम भाव में असर डालेगा। हालांकि यह स्थिति आपके लिए लाभदायक रहेगी और यात्रा का योग बन रहा है। अध्यात्म की तरफ आपका रुझान बढ़ेगा, धन की दृष्टि से भी समय अनुकूल रहेगा। भाग्य आपका पूर्ण सहयोग करेगा।

20 नवंबर को बृहस्पति पुन: मार्गी होकर कुंभ राशि में आ जाएंगे। कार्यों में प्रगति देखने और बदलाव की स्थिति बनेगी। नौकरीपेशा लोगों के ट्रांसफर के योग बन रहे हैं। माता-पिता की सेहत का ख्याल रखें। कुल मिलाकर समय मिलाजुला रहेगा।

  • उपाय - पीले गेंदे के फूल के पौधे को जल दें।

 

मिथुन राशि (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)

बृहस्पति का यह गोचर आपको अच्छा फल देगा। आपको भाग्य का साथ मिलेगा। इस समय आपके द्वारा लिए गए निर्णय हर क्षेत्र में आपको सफलता दिलाएंगे। वैवाहिक जीवन में मधुरता बनी रहेगी। समाद में मान-सम्मान प्राप्त होगा और जिसके कारण आपको कार्यक्षेत्र में और वित्त के  मामले में लाभ मिलेगा। विद्यार्थियों के लिए यह समय बहुत ही उत्तम है।

इसके बाद 15 सिंतबर को गुरु वक्री होते हुए पुन: मकर राशि में आ जाएंगे। इस समय गुरु अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे। बृहस्पति की यह स्थिति स्वास्थ्य की दृष्टि से ठीक नहीं है। आपको अपनी सेहत का ख्याल रखना होगा। धन के मामले में भी यह समय ठीक नहीं है। इसलिए सोच समझकर निवेश करें। ससुराल पक्ष के लोगों का भी स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।

20 नवंबर को फिर से बृहस्पति मार्गी होकर कुंभ में प्रवेश करेंगे। यह आपके नवम भाव में विराजमान होंगे। इस अवस्था में आपको राहत मिलेगी और भाग्य में वृद्धि होगी। आपके सभी मनोरथ पूर्ण होंगे। यात्रा की संभावना है। प्रेमी जातकों का प्यार परवान चढ़ेगा। आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी और पारिवारिक सुख सुविधाओं में बढ़ोत्तरी होगी।

  • उपाय - पीले चने की दाल दान करें।

 

कर्क राशि (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

बृहस्पति का यह गोचर आपके लिए इतना लाभदायक नहीं रहेगा। संतान पक्ष से आपको दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान अनावश्यक यात्रा करनी पड़ सकती है। अध्यात्म की तरफ से आपका रुझान बढ़ेगा। धन हानि का योग भी बन रहा है इसलिए सोच-समझकर खर्चा करें। कर्ज लेने के भी योग बन रहे हैं।

इसके बाद 15 सिंतबर को गुरु वक्री होकर पुन: मकर में चले जाएंगे। ग्रह की यह स्थिति आपके सप्तम भाव को प्रभावित करेगी। यह गोचर स्थिति आपको उत्तम धन लाभ और मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी दिलाएगा। धन के नवीन स्त्रोत मिलेंगे।  वैवाहिक जीवन की स्थिति तनावपूर्ण रहेगी और मन-मुटाव बना रहेगा।

फिर 20 नवंबर को बृहस्पति मार्गी होकर पुन: कुंभ में आ जाएंगे। ग्रह की यह स्थिति आपकी सेहत के लिहाज से ठीक नहीं है। आपको सेहत के प्रति सजग रहने की जरूरत है। अध्यात्म की तरफ झुकाव बढ़ेगा, जिससे आपको मानसिक शांति मिलेगी। जो लोग रिसर्च सेंटर से जुड़े हुए हैं उन्हें शोध में सफलता मिलने के आसार हैं। 

  • उपाय - सफेद चंदन का तिलक करें।

 

सिंह राशि (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

बृहस्पति का यह गोचर आपके लिए शुभ रहेगा। यह समय प्रेमी जातकों के प्रेम जीवन में मधुरता लाएगा। जिन लोगों का अभी तक विवाह नहीं हुआ है उनके विवाह को योग बन रहे हैं। इस समय आपके मान-सम्मान में वृद्धि के साथ जीवनसाथी की भी प्रगति होगी। आपका मन प्रसन्न रहेगा।

इसके बाद 15 सिंतबर को गुरु पुन: वक्री होकर मकर राशि में चल जाएंगे। ग्रह की यह स्थिति आपके षष्ठम भाव को प्रभावित करेगी। जिन लोगों को बैंक से लोन लेना है, ले सकते हैं। आसानी से मिल जाएगा। जिनके ऊपर कर्ज है उन्हें कर्ज से मुक्ति मिल जाएगी। आपको सेहत का ध्यान रखना होगा। हालांकि धन खर्च के योग बन रहे हैं।

फिर 20 नवंबर को बृहस्पति पुन: मार्गी होकर कुंभ में प्रवेश करेंगे। इस समय गुरु आपके सप्तम भाव में विराजमान रहेंगे। इस समय आपका वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा और जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग रहेगा। जिसके चलते आपको कार्यों में सफलता मिलेगी और कुल मिलाकर यह समय शुभ रहेगा।

  • उपाय - पीला गुड़ लाल गाय को खिलाएं।

 

कन्या राशि (ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

बृहस्पति का यह गोचर विद्यार्थियों के लिए अति उत्तम रहने वाला है। जो लोग प्रतियोगी परीक्षा और हायर स्टडी की तैयार कर रहे हैं उनको सफलता मिलेगी। हालांकि अनावश्यक खर्चों की वजह से तनाव बना रहेगा। कार्यक्षेत्र में रुकावट उत्पन्न होगी जिसके चलते अधिक मेहनत के बाद सफलता मिलने के आसार हैं। जीवनसाथी से मनमुटाव बना रहेगा और बहस होती रहेगी। खानपान का ध्यान रखें और सेहत का ख्याल रखें।

इसके बाद 15 सिंतबर को गुरु पुन: मकर राशि में वक्री होकर विराजमान रहेगा। संतान की सेहत का ध्यान रखें। विद्यार्थियों के लिए शुभ समय रहेगा। व्यापारी वर्ग को भी धन लाभ होगा।

फिर 20 नवंबर को बृहस्पति पुन: कुंभ राशि में मार्गी होकर प्रवेश करेंगे। ग्रह की यह स्थिति आपके षष्टम भाव में होगी इसलिए स्वास्थ्य का ध्यान रखें। पति-पत्नी में मनमुटाव बना रहेगा जिसकी वजह से मन दुखी रहेगा। सुख-सुविधाओं में कमी महसूस होगी। अधिक खर्चों से बचें वरना धन अभाव हो सकता है। कुल मिलाकर सोच समझकर निर्णय लें।

  • उपाय - केले के पेड़ को जल दें।

 

आपकी कुंडली के अनुसार बृहस्पति ग्रह आपके लिये किस तरह लाभकारी हो सकते हैं जानने के लिये एस्ट्रोयोगी पर देश के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यों से परामर्श करें। अभी बात करने के लिये यहां क्लिक करें।

 

तुला राशि (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

बृहस्पति का यह गोचर आपके लिए काफी शुभ रहेगा। वैवाहिक जीवन में मधुरता रहेगी। निसंतान दंपत्ति को संतान सुख मिलने के आसार हैं। धन वृ्द्धि होगी और आपको आय के नए स्त्रोत प्राप्त होंगे। जातकों को मान-सम्मान मिलेगा और विद्यार्थियों के हायर स्टडी का ख्वाब पूरा होने की संभावना है।

इसके बाद 15 सिंतबर को गुरु वक्री होकर पुन: मकर राशि में प्रवेश करेंगे। ग्रह की यह स्थिति आपके चतुर्थ भाव को प्रभावित करेगी। माता की सेहत का ध्यान रखें। प्रॉपर्टी संबंधी कार्यों में सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। जमीन जायदाद संबंधी सरकारी कार्यों में सफलता मिलने के आसार हैं। 

फिर 20 नवंबर को बृहस्पति मार्गी होकर पुन: कुंभ में आ जाएंगे। ग्रह की यह स्थिति आपके पंचम भाव में होगी। आपको धन लाभ होगा। संतान पक्ष से खुशखबरी मिल सकती है। वित्त संबंधी परेशानियां दूर होंगी और विद्यार्थियों को सफलता मिलेगी। कुल मिलकर यह समय शुभ रहेगा।

  • उपाय - पीले बेसन के लड्डू का मां लक्ष्मी के मंदिर में भोग लगाएं।

 

वृश्चिक राशि( तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

बृहस्पति का यह गोचर आपके लिए धन संबंधी  समस्याएं लाएगा। धन का निवेश एवं खर्च सोच-समझकर करें। आपको माता और संतान की सेहत का ध्यान रखना होगा। यह समय स्वास्थ्य के हिसाब से सही नहीं है। जो विद्यार्थी हायर स्टडी के लिए विदेश जाना चाहते हैं उनके लिए यह समय उत्तम रहने वाला है। हालांकि पारिवारिक जीवन में तनाव रहेगा।

इसके बाद 15 सिंतबर को गुरु वक्री होकर पुन: मकर में चले जाएंगे। ग्रह की यह स्थिति आपको राहत पहुंचाने वाली होगी। धन में वृद्धि के योग बन रहे हैं। निर्णायक क्षमता बढ़ेगी जिसके चलते सफलता मिलने के आसार हैं। व्यापारी वर्ग विदेश यात्रा कर सकता है।

फिर 20 नवंबर को बृहस्पति मार्गी होकर पुन: कुंभ में प्रवेश करेंगे।  गुरु आपको चतुर्थ भाव में विराजमान रहेंगे, जिससे आपके लिए जमीन-जायदाद खरीदने के योग बन रहे हैं। पारिवारिक कलह से भी निजात मिलेगी। मानसिक शांति का अनुभव होगा। घर में सुख-सुविधाओ की बढ़ोत्तरी होगी। कुल मिलाकर यह समय आपके पक्ष में रहेगा।

  • उपाय - हल्दी का तिलक करें।

 

धनु राशि (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)

बृहस्पति का यह गोचर धन के मामले में अधिक प्रयास करने पर अनुकूल परिणाम प्राप्त होने का संकेत देता है। छोटी यात्राओं के योग बन रहे हैं। माता के सेहत का ध्यान रखें और माता से लाभ प्राप्त होगा। छोटे भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा। 

इसके बाद 15 सिंतबर को गुरु वक्री होकर पुन: मकर में चले जाएंगे। गुरु आपके द्वितीय भाव में विराजमान रहेंगे। ग्रह की यह स्थिति आपको राहत देने वाली होगी। पारिवारिक मामले सुलझ जाएंगे, जिससे मन प्रसन्न रहेगा। परिवार का साथ मिलेगा विशेषकर माता से लाभ प्राप्त होगा।

फिर 20 नवंबर को बृहस्पति मार्गी होकर पुन: कुंभ में प्रवेश करेंगे। ग्रह का यह गोचर आपको यात्राएं करा सकता है। छोटे भाई-बहन का सहयोग मिलेगा। आर्थिक लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। आलस्य को त्यागकर पराक्रम से कार्य करने पर सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। धार्मिक कार्यों में आप बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगा। कुल मिलाकर मिलाजुला समय रहेगा।

  • उपाय - केसर चंदन को मिक्स करके तिलक लगाएं।

 

मकर राशि (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)

बृहस्पति का यह गोचर आपके परिवार में खुशहाली लाएगा और मन प्रसन्न रहेगा। छोटे भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा। परिवार में जिन सदस्यों का विवाह नहीं हुआ है उनके विवाह के योग बन रहे हैं। व्यापारी वर्ग व्यापार संबंधी विदेश यात्रा कर सकता है। आपके व्यापार में बढ़ोत्तरी के आसार हैं।

इसके बाद 15 सिंतबर को गुरु वक्री होकर पुन: मकर में चले जाएंगे। ग्रह की यह स्थिति आपके प्रथम भाव में होगी। आपके लिए अच्छा परिणाम लाएगी। आपके द्वारा किए गए प्रयासों में सफलता मिलेगी। व्यापारिक निर्णय आपको धन लाभ करवाएगा। विदेश में आपको धन लाभ मिल सकता है।

फिर 20 नवंबर को बृहस्पति मार्गी होकर पुन: कुंभ में प्रवेश करेगा। ग्रह की यह स्थिति आपके अंदर एक अलग आकर्षण पैदा करेगी। आपकी बोली से लोगों को प्रभावित करेगी और लोग आपकी तरफ आकर्षित होंगे। जिससे आपके अच्छे लोगों से व्यापारिक संबंध स्थापित होंगे जिसका लाभ आपको धन बढ़ोत्तरी एवं व्यापार में नजर आएगा। लेकिन सेहत का ध्यान रखें। कुल मिलाकर यह समय सफलता से भरा रहेगा।

  • उपाय - गरीब बच्चों को किताब बांटे।

 

कुंभ राशि (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

बृहस्पति का यह गोचर आपको अपने अंदर सकारात्मक ऊर्जा की अनुभूति कराएगा। जिससेस मानसिक रूप से आप खुद को ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे। यह स्थिति आपके निर्णय को सफल बनाएगी। प्रेम जीवन में सफलता मिलेगी और भाग्य आपका भरपूर साथ देगा।

इसके बाद 15 सिंतबर को गुरु वक्री होकर पुन: मकर मे प्रवेश करेंगे। यह समय आपके खर्चों में अनायास बढ़ोत्तरी लाएगा। आपके आय के स्त्रोत में रुकावट आएगी और जिससे आमदनी में कमी महसूस करेंगे। आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा वरना गंभीर रोग हो सकता है। बाहर के खानपान से बचें।

फिर 20 नवंबर को बृहस्पति मार्गी होकर पुन: कुंभ में चले आएंगे। गुरु प्रथम भाव में विराजमान होंगे जिससे आपको राहत का अनुभव प्राप्त होगा। आपके रुके हुए कार्यों को पुन: गति मिलेगी। नई योजनाएं सफल होंगी। प्रेम , परिवार और पति-पत्नी के बीच संबंध मधुर रहेंगे। इस समय आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। आपको समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा।

  • उपाय - पीली हल्दी का पानी अर्पित करें।

 

मीन राशि (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

बृहस्पति का यह गोचर आपके खर्चों में अधिकता लाएगा जो आपको मानसिक तनाव देगा। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। हालांकि आपके विदेश जाने की इच्छा पूरी होगी। धार्मिक कार्यों में धन खर्च हो सकता है। धन के लिए अधिक प्रयास करने पर आपको सफलता मिलेगी इसलिए प्रयासरत रहें। 

इसके बाद 15 सिंतबर को गुरु वक्री होकर पुन: मकर में प्रवेश करेंगे। ग्रह की यह स्थिति आपके एकादश भाव में बन रही है। आपको उच्च अधिकारियों का साथ मिलने से कार्यों में गति मिलेगी। धन संबंधी लाभ होगा और आपको आय के नए स्त्रोत भी मिलेंगे। प्रेम विवाह में सफलता मिलेगी और आपके सकरात्मक व्यवहार से आपको लाभ मिलेगा।

फिर 20 नवंबर को बृहस्पति मार्गी होकर पुन: कुंभ में चले आएंगे। ग्रह की यह स्थिति अनायास खर्चों में बढ़ोत्तरी के कारण धन हानि करवाएगा। शारीरिक रूप से आप बीमार होंगे इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें। आप किसी विशेष से जुड़कर व्यापार में लाभ प्राप्त करेंगे। कुल मिलाकर यह समय उतार-चढ़ाव भरा रहेगा।

  • उपाय - वृद्धाश्रम में केले और पीले चने की दाल दान करें।

 

और भी पढ़ें

बृहस्पति ग्रह – कैसे हुआ जन्म और कैसे बने देवगुरु पढ़ें पौराणिक कथाग्रह गोचर 2021 बृहस्पति की महादशा 

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