साल के 12 महीनों के लिए अलग-अलग शुभ रत्न होते हैं। हर रत्न किसी खास महीने में जन्में लोगों के लिए विशेष फलदायी होता है। इसे धारण करने वाले जातक को अलग-अलग रूप में इसका शुभ असर देखने को मिलता है। वैसे तो कुछ लोगों का मानना है कि रत्न केवल प्रतीक होते हैं। वहीं, कुछ लोगों रत्नों को काफी महत्वपूर्ण मानते हैं और पूरे विधि-विधान के साथ इसको धारण करते हैं। कहा जाता है कि अपनी राशि के हिसाब से जो रत्न शुभ हो उसको धारण करने से अच्छा भाग्य और बरकत होती है। हालांकि कोशिश यह कीजिए की ओपल और हीरा को किसी ज्योतिषी की सलाह पर ही धारण किया जाए।
जानिए अक्टूबर बर्थस्टोन के बारे में
अभी अक्टूबर का महीना चल रहा है तो ऐसे में हम आपको अक्टूबर में पैदा हुए लोगों के लिए शुभ रत्न कौन सा है और ये तुला राशि के जीवन में क्या सौभाग्य अपने साथ लाता है, इसके बारे में बताते हैं।
अक्टूबर में जन्में लोगों का शुभ रत्न
तुला राशि का अधिपति ग्रह है। ये राशि चक्र का सातवां ज्योतिषीय चिन्ह है। 22 सितंबर से 22 अक्टूबर के बीच पैदा हुए लोगों की राशि तुला होती है। इनके लिए दो रत्न सबसे अहम बताए जाते हैं, एक 'ओपल' और दूसरा 'हीरा'। कहा जाता है कि ओपल शुक्र का रत्न है। शुक्र धन-धान्य और भोग विलास को बढ़ानेवाला होता है। ऐसे में शुक्र ग्रह के शुभ प्रभाव हासिल करने के लिए ओपल रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही शुक्र खराब रहने पर हीरा पहनने की भी सलाह दी जाती है।
कैसे दिखते हैं ये रत्न
ओपल- हिंदी में ओपल को दूधिया पत्थर भी कहा जाता है। ओपल ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय रत्न है। यह अलग-अलग रंगों का होता है, लेकिन इसका काले रंग के खिलाफ लाल सबसे अधिक दुर्लभ है जबकि सफेद और हरा सबसे आम है।
हीरा- हीरा एक पारदर्शी रत्न होता है। प्रकाश पड़ने पर ये अलग-अलग रंग की रेखाओं में चमकता है।
कैसे धारण करें ये रत्न?
ओपल- ओपल रत्न शुक्रवार के दिन धारण किया जाता है। इसे सीधे हाथ की तर्जनी अंगुली में पहनते हैं। धारण करते समय शुक्र देव को याद करते हुए 108 बार मंत्र – ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः का जाप करना भी अच्छा फल देता है।
हीरा- ऐसा माना जाता है कि चांदी या प्लेटीनम की अंगूठी में एक रत्ती का हीरा जड़वाकर शुक्रवार के दिन शुक्रदेव का ध्यान कर मध्यमा अंगुली में पहनने से काफी फायदा होता है।
इन रत्नों के पहनने से फायदे
ओपल- शुक्र के रत्न ओपल को धारण करने से सेहत समेत कई फायदे होते हैं। ओपल रत्न से सौंदर्य प्रसाधन से संबंधित व्याापार एवं कामकाज करने वालों को काफी लाभ मिलता है। इसको धारण करने से कला एवं फिल्म जगत में प्रसिद्धि मिलती है। प्रेम संबंधों में मधुरता लाने के लिए भी यह रत्न लाभकारी है। इससे पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है। वैचारिक मतभेद ख़त्म हो जाते है। इस रत्न से आकर्षण शक्ति का विकास होता है। साथ ही सौन्दर्य शक्ति भी बढ़ती है। आयात-निर्यात के व्यापारियों के लिए ओपल धारण करना लाभकारी होता है।
हीरा- तुला राशि वालों के हीरा भाग्यशाली होता है। शुक्र खराब रहने पर हीरा पहनना शुभ और फलप्रद होता है। शादीशुदा जिंदगी पर हीरा धारण करना सीधा असर करता है। जातकों के शान बढ़ाने के लिए यह रत्न सबसे अच्छा है। स्त्री वर्ग से जुड़े व्यापारी जैसे आभूषण, कपड़े, कॉस्मेटिक्स आदि में कार्यरत लोगों के लिए खासकर हीरा रत्न लाभकारी होता है। कलात्मक क्षेत्र से जुड़े लोग जैसे फिल्म व टेलीविजन कलाकार, गायक, लेखक आदि के लिए भी हीरा शुभ रत्न माना जाता है। विवाह में देरी या रुकावटें भी हीरा धारण करने से ठीक हो जाती हैं। हालांकि, बिना सही सलाह और उचित सलाह के हीरा रत्न धारण करना जातक के जीवन में तबाही मचा सकता है।
इन रत्नों के चिकित्सीय गुण
ओपल- स्वास्थ्य की बात करें तो इस रत्न के धारण करने से आंखों से संबंधित दिक्कतें और मधुमेह जैसे रोगों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा ये किडनी स्टोन में भी लाभकारी होता है। रत्न के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में समृद्धि होती है। हालांकि, रत्नों को लेकर सबसे महत्वपूर्ण बात है कि जैसे ही इनके फल निष्क्रिय होने लगें इन्हें बदल दिया जाना चाहिए।
हीरा- ऐसा माना जाता है कि हीरा धारण करने से आयु में वृद्धि होती है। इसके साथ ही हीरा मधुमेह, मूत्र रोग, किडनी रोग और नेत्र रोगों से पीड़ित लोगों के लिए काफी लाभप्रद होता है।