हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को करने के लिए शुभ मुहूर्त की आवश्यकता होती है। कार्य के सफलतापूर्वक होने और शुभ परिणाम के लिए शुभ मुहूर्त पर ही कार्य की शुरूआत की जाती है। फिर चाहे वो शादी हो, व्यापार शुरू करना हो, गाड़ी खरीदनी हो इत्यादि के लिए हम ज्योतिषाचार्य से एक शुभ मुहूर्त निकलवाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार मुहूर्त तिथि, नक्षत्र, चंद्रमा की स्थिति और ग्रहों की स्थिति के आधार पर निकाला जाता है। तो चलिए हम आपको इस लेख में अक्टूबर माह में पड़ने वाले शुभ मुहूर्त के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हैं।
शुभ विवाह मुहूर्त
हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में पन्द्रहवां संस्कार है विवाह संस्कार। इसलिए विवाह के लिए भी शुभ मुहूर्त का महत्व होता है। वहीं वर्ष 2020 के अक्टूबर माह में कोई भी विवाह का शुभ मुहूर्त नहीं है, क्योंकि हिंदू पंचांग के मुताबिक चातुर्मास (चार महीने की अवधि), जिसे हिंदू शादियों के लिए अशुभ माना जाता है। वह इस बार 12 जुलाई 2020 से शुरू है और 9 नवंबर 2020 को समाप्त होगा। किसी व्यक्ति के विवाह के लिए सबसे अच्छी और शुभ तिथि और समय का निर्धारण किसी अनुभवी ज्योतिषी के परामर्श के बाद किया जा सकता है; ऐसा इसलिए है, क्योंकि विवाह के लिए सबसे उपयुक्त और शुभ तिथि और समय, दूल्हा और दुल्हन की जन्म कुंडली और विवाह के स्थान पर भी निर्भर करता है।
अक्टूबर 2020 में विवाह मुहूर्त के लिए शुभ मुहूर्त कोई नहीं है।
वाहन खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त
किसी भी वाहन चाहे वह बाइक, कार, बस, आदि हो, को शुभ मुहूर्त पर खरीदा जाना चाहिए, ताकि सर्वोत्तम संभव प्राकृतिक लाभों का दोहन किया जा सके। दूसरी ओर, एक प्रतिकूल या अशुभ समय में खरीदा गया वाहन, वाहन के मालिक को कई कठिनाइयों में ला सकता है, इसके अलावा मालिक की संभावित प्रगति और समृद्धि को बाधित करता है। । तो आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त के बारे में।
19 अक्टूबर 2020, सोमवार, सुबह 6 बजकर 24 मिनट से दोपहर के 2 बजकर 7 मिनट तक, नक्षत्र अनुराधा तिथि तृतीया
25 अक्टूबर 2020, रविवार, सुबह 07:41 बजे से सुबह 06:29 बजे तक ( 26 अक्टूबर 2020), नक्षत्र धनिष्ठा, शतभिषा, तिथि दशमी
26 अक्टूबर 220, सोमवार, सुबह 06:29 बजे से सुबह 06:30 बजे तक(27 अक्टूबर 2020), नक्षत्र शतिभिषा तिथि दशमी, एकादशी
भूमि खरीदना का शुभ मुहूर्त
यदि आप अशुभ मुहूर्त पर भूमि खरीदते हैं तो हो सकता है कि आपको हानि का सामना करना पड़ सके। इसलिए हम आपको अक्टूबर 2020 में भूमि खरीदने के शुभ मुहूर्त के बारे में बता रहे हैं।
22 अक्टूबर 2020, गुरुवार, सुबह 06:26 बजे से रात्रि 12:59 (23 अक्टूबर 2020), नक्षत्र पूर्वाषाढ़ा तिथि षष्ठी, सप्तमी
29 अक्टूबर 2020, गुरुवार, दोपहर 12:00 बजे से सुबह 06:32 बजे तक(30 अक्टूबर 2020), नक्षत्र रेवती तिथि त्रयोदशी, चतुर्दशी
30 अक्टूबर 2020, शुक्रवार, सुबह 06:32 बजे से दोपहर 02:57 बजे तक, नक्षत्र रेवती तिथि चतुर्दशी
व्यापार शुरू करने का शुभ मुहूर्त
अक्टूबर 2020 में अत्यधिक शुभ व्यवसाय तिथियों लाभकारी रूप से दुकान खोलने, कोई वाणिज्यिक लेनदेन करने या वित्तीय सौदों को निष्पादित करने के लिए भी उपयोग की जा सकती हैं। यदि शुभ मुहूर्त में व्यापार शुरू किया जाता है तो भविष्य में व्यापार में विस्तार और वृद्धि की संभावना बनी रहती है। तो आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त के बारे में।
01 अक्टूबर 2020, गुरुवार, नक्षत्र उत्तराभाद्रपद तिथि पूर्णिमा
02 अक्टूबर 2020, शुक्रवार, नक्षत्र रेवती तिथि प्रतिपदा
03 अक्टूबर 2020, शनिवार, नक्षत्र अश्विनी तिथि द्वितीया
04 अक्टूबर 2020, रविवार, नक्षत्र अश्विनी तिथि द्वितीया
08 अक्टूबर 2020, गुरुवार, नक्षत्र मृगशिरा तिथि षष्ठी
15 अक्टूबर 2020, गुरुवार, नक्षत्र उत्तराफाल्गुनी तिथि त्रयोदशी
19 अक्टूबर 2020, सोमवार, नक्षत्र अनुराधा, तिथि तृतीया
28 अक्टूबर 2020, बुधवार, नक्षत्र उत्तराभाद्रपद तिथि द्वादशी
31 अक्टूबर 2020, शनिवार, नक्षत्र अश्विनी तिथि पूर्णिमा
नामकरण शुभ मुहूर्त
हिंदू संस्कृति में वर्णित 16 संस्कारों में सबसे महत्वपूर्ण संस्कार है नामकरण संस्कार। इस संस्कार के लिए किसी पंडित या ज्योतिषी को बुलाकर नवजात की कुंडली को देखकर उसका उचित नाम रखा जाता है। खासतौर पर शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखकर नामकरण संस्कार किया जाता है ताकि नवजात को जीवन में सफलता, समृद्धि, सुख-शांति, व्यवसाय में बढ़ोत्तरी और पद-प्रतिष्ठा प्राप्त हो। तो चलिए अक्टूबर 2020 में पड़े रहे शुभ मुहूर्त के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।
02 अक्टूबर 2020, शुक्रवार, नक्षत्र रेवती, तिथि प्रतिपदा
08 अक्टूबर 2020, गुरुवार, नक्षत्र मृगशिरा, तिथि षष्ठी
15 अक्टूबर 2020, गुरुवार, नक्षत्र उत्तराफाल्गुनी, तिथि त्रयोदशी
19 अक्टूबर 2020, सोमवार, नक्षत्र अनुराधा, तिथि तृतीया
23 अक्टूबर 2020, शुक्रवार, नक्षत्र उत्तराषाढ़ा, तिथि सप्तमी
26 अक्टूबर 2020, सोमवार, नक्षत्र शतभिषा, तिथि दशमी
28 अक्टूबर 2020, बुधवार, नक्षत्र उत्तराभाद्रपद, तिथि द्वादशी
29 अक्टूबर 2020, गुरुवार, नक्षत्र उत्तराभाद्रपद, तिथि त्रयोदशी
शारदीय नवरात्रि
साल 2020 में शारदीय नवरात्रि का पर्व 17 अक्टूबर, शनिवार से प्रारंभ हो रहा है। वहीं दुर्गा महानवमी 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ - 17 अक्टूबर 2020 को रात्रि 01 बजे से प्रतिपदा तिथि समाप्त - 17 अक्टूबर 2020 को रात्रि 09 बजकर 8 मिनट तक
नवमी तिथि प्रारम्भ - 24 अक्टूबर 2020 को सुबह 06:58 बजे से नवमी तिथि समाप्त - 25 अक्टूबर 2020 को सुबह 07:41 बजे तक
दशहरा या विजयादशमी
इस साल दशहरा का पर्व 25 अक्टूबर रविवार को मनाया जाएगा। इस दिन श्रीराम ने रावण का वध किया था और बुराई पर अच्छाई की विजय हुई थी।
इस दिन शस्त्र पूजा का भी महत्व है। अपराह्न पूजा का समय - दोपहर 01 बजकर 12 मिनट से दोपहर 03 बजकर 27 मिनट तक का है।
दशमी तिथि प्रारम्भ - 25 अक्टूबर 2020 को सुबह 07:41 बजे से दशमी तिथि समाप्त - 26 अक्टूबर 2020 को सुबह 09:00 बजे तक
शरद पूर्णिमा
अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन खीर बनाकर चंद्रमा की किरणों के सामने रखी जाती है और कहा जाता है कि इस दिन चंद्रमा 16 कलाओं का होता है और इससे निकलने वाली किरणें अमृत समान होती हैं। इस बार शरद पूर्णिमा 30 अक्टूबर शुक्रवार को है।
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ - 30 अक्टूबर 2020 को शाम 05 बजकर 45 मिनट से पूर्णिमा तिथि समाप्त - 31 अक्टूबर 2020 को शाम 08 बजकर 18 मिनट तक
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