
Prem Vivah Ke Upay: क्या आपने कभी सोचा है कि शादी जैसे पवित्र बंधन में कदम रखने की राह में अचानक से रुकावटें क्यों आने लगती हैं? कभी परिवार की सहमति की कमी, तो कभी कुंडली में ग्रहों का अशुभ प्रभाव—ये सब कारण बन जाते हैं विवाह में देरी या बाधा के। भारत में शादी सिर्फ दो लोगों का साथ नहीं, बल्कि दो परिवारों और उनकी परंपराओं का मिलन होती है। ऐसे में जब विवाह रुकने लगता है, तो चिंता होना स्वाभाविक है। ज्योतिष शास्त्र में इन समस्याओं का हल मौजूद है। माना जाता है कि सही उपाय करने से न केवल विवाह का योग प्रबल होता है, बल्कि मनचाहा जीवनसाथी भी प्राप्त होता है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि प्रेम विवाह और अरेंज मैरिज में आने वाली बाधाओं को कैसे दूर किया जा सकता है और कौन-कौन से ज्योतिषीय व पारंपरिक उपाय आपकी शादी को सफल बना सकते हैं।
शादी में देरी या रुकावट कई कारणों से हो सकती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसके पीछे मुख्य वजह ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति होती है।
मंगल दोष (कुंडली में मंगल ग्रह का अशुभ प्रभाव)- यह विवाह में सबसे बड़ी रुकावट मानी जाती है। इसे 'मंगलीक दोष' भी कहते हैं।
शनि और राहु-केतु की स्थिति- इन ग्रहों के अशुभ प्रभाव से विवाह में देर या बाधाएं आती हैं।
कुंडली में सप्तम भाव की कमजोरी- सप्तम भाव विवाह और जीवनसाथी का कारक होता है। इसकी अशुभ स्थिति विवाह योग को कमजोर करती है।
परिवार या सामाजिक कारण- कई बार ग्रहों के अलावा पारिवारिक मतभेद, आर्थिक स्थिति या सामाजिक दबाव भी विवाह में बाधा डालते हैं।
1. भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करें
अगर आपके विवाह में रुकावटें आ रही हैं, तो सोमवार के दिन 108 बेलपत्र लें और उन पर चंदन से 'श्रीराम' लिखें। इन्हें भगवान शिव को सच्चे मन से अर्पित करें।
माना जाता है कि शिव-पार्वती की पूजा करने से विवाह में आ रही बाधाएं समाप्त होती हैं।
यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए फलदायी है जिनकी कुंडली में मंगल दोष है।
2. दान का महत्व
सनातन धर्म में दान को सबसे बड़ा पुण्य माना गया है।
विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए मंदिर में अन्न, वस्त्र, सोलह श्रृंगार की वस्तुएं या धन का दान करें।
गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और शुभ ग्रह सक्रिय होते हैं।
शास्त्रों में कहा गया है – “दानं तपः पुण्यम् सर्वमशुभं नाशयति।” यानी दान करने से अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
3. एकादशी का विशेष उपाय
एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इसे विवाह के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।
इस दिन पूजा के समय दूध में गन्ने का रस मिलाकर तुलसी के पौधे में अर्पित करें।
साथ ही तुलसी माता से विवाह की कामना करें।
मान्यता है कि ऐसा करने से विवाह का योग मजबूत होता है और शीघ्र ही शुभ समाचार मिलता है।
4. पीपल के पेड़ की पूजा
अगर आप चाहते हैं कि आपकी शादी जल्दी हो, तो एकादशी या शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं।
पीपल में भगवान विष्णु का वास माना जाता है।
इस उपाय से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
5. सुहाग सामग्री का दान
जिन कन्याओं का विवाह बार-बार अटक रहा हो, उन्हें शुक्रवार के दिन किसी विवाहित स्त्री को सोलह श्रृंगार की वस्तुएं दान करनी चाहिए।
यह उपाय देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाला है।
इससे आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और विवाह में आने वाली रुकावटें कम होती हैं।
6. माता पार्वती की आराधना
माना जाता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था।
कुंवारी कन्याएं सोमवार को व्रत रखकर माता पार्वती की पूजा करें।
इस दिन “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करने से विवाह का योग जल्दी बनता है।
7. केले के पौधे की पूजा
गुरुवार के दिन केले के पौधे की पूजा करने से बृहस्पति देव प्रसन्न होते हैं।
बृहस्पति ग्रह विवाह और संतान का कारक है।
इस दिन केले के पौधे में जल चढ़ाएं और विवाह की कामना करें।
यह उपाय जल्दी विवाह कराने में सहायक होता है।
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प्रेम विवाह अक्सर सामाजिक और पारिवारिक बाधाओं के कारण अटक जाता है। ज्योतिष में इसके लिए भी विशेष उपाय बताए गए हैं:
गणेश जी की पूजा करें- गणेश जी विघ्नहर्ता हैं। हर दिन “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें। इससे प्रेम विवाह में आ रही रुकावटें दूर होंगी।
गौरी-शंकर रुद्राक्ष धारण करें- यह रुद्राक्ष दाम्पत्य जीवन के लिए शुभ माना जाता है। इसे पहनने से प्रेम विवाह सफल होता है और दांपत्य जीवन सुखमय बनता है।
काली गाय की सेवा करें- शुक्रवार के दिन काली गाय को रोटी और गुड़ खिलाने से प्रेम विवाह की राह आसान होती है।
स्फटिक माला का जाप करें:
“ॐ कात्यायनी महा-माये महायोगिन्यधीश्वरि। नन्दगोपसुतं देवि पतिं मे कुरु ते नमः॥”
यह कात्यायनी मंत्र है, जिसे प्रतिदिन स्फटिक माला से जपने पर प्रेम विवाह में आ रही रुकावटें समाप्त होती हैं।
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कई बार सामान्य उपाय कारगर साबित नहीं होते। ऐसे में किसी अनुभवी ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेना जरूरी है।
वे आपकी जन्म कुंडली देखकर सटीक कारण बता सकते हैं।
मंत्र-जाप, ग्रह शांति, या विशेष यज्ञ जैसे उपाय बताए जाते हैं।
व्यक्तिगत परामर्श से विवाह की राह आसान होती है।
विवाह जीवन का सबसे अहम पड़ाव है। जब इसमें रुकावटें आती हैं, तो चिंता होना स्वाभाविक है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में बताए गए ये छोटे-छोटे उपाय न सिर्फ विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करते हैं, बल्कि जातक को मनचाहा जीवनसाथी भी दिला सकते हैं। चाहे अरेंज मैरिज हो या प्रेम विवाह, भगवान शिव, विष्णु और माता पार्वती की कृपा से हर मुश्किल आसान हो सकती है।