राहु केतु ब्रेसलेट कैसे पहनें? जानिए इसके आध्यात्मिक और ज्योतिषीय लाभ

Thu, Sep 11, 2025
टीम एस्ट्रोयोगी
 टीम एस्ट्रोयोगी के द्वारा
Thu, Sep 11, 2025
Team Astroyogi
 टीम एस्ट्रोयोगी के द्वारा
article view
480
राहु केतु ब्रेसलेट कैसे पहनें? जानिए इसके आध्यात्मिक और ज्योतिषीय लाभ

Rahu Ketu Bracelet: क्या आप भी अक्सर नेगेटिविटी, कन्फ्यूजन या मानसिक अस्थिरता से परेशान रहते हैं? अगर हां, तो राहु केतु ब्रेसलेट आपके लिए एक पर्फेक्ट सॉल्यूशन है। यह ब्रेसलेट ब्लैक टूरमालिन, एमेथिस्ट, लैब्राडोराइट, मूनस्टोन, क्लियर क्वार्ट्ज और स्मोकी क्वार्ट्ज जैसे शक्तिशाली क्रिस्टल्स से बना है। इन सबका कॉम्बिनेशन आपको प्रोटेक्शन, बैलेंस और आध्यात्मिक ग्रोथ देता है।

एस्ट्रोयोगी मॉल से अब एस्ट्रोलॉजी गिफ्ट भेजना है आसान— अपने लव्ड वन्स को दें पॉजिटिव एनर्जी से भरा खास तोहफा! अभी भेजें और उन्हें फील कराएं स्पेशल!

राहु केतु ब्रेसलेट का महत्व

राहु और केतु को ज्योतिष में छाया ग्रह कहा गया है। ये ग्रह कई बार जीवन में रुकावटें, भ्रम और मानसिक अस्थिरता लाते हैं। ऐसे में राहु केतु ब्रेसलेट उन प्रभावों को बैलेंस करने और पॉजिटिव एनर्जी को एक्टिव करने में मदद करता है। यह ब्रेसलेट आपके ऑरा को स्ट्रॉन्ग बनाता है और आध्यात्मिक विकास में तेजी लाता है।

राहु केतु ब्रेसलेट पहनने के फायदे (Rahu Ketu Bracelet Benifits)

  1. नेगेटिव एनर्जी से प्रोटेक्शन- इसमें मौजूद ब्लैक टूरमालिन और स्मोकी क्वार्ट्ज आपको बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से बचाते हैं।

  2. मानसिक शांति और क्लैरिटी- अमेथिस्ट आपके दिमाग को शांत करता है, स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करता है और आपको बेहतर डिसीजन लेने की क्षमता देता है।

  3. इंट्यूशन और आध्यात्मिक ग्रोथ- लैब्रडॉराइट और मूनस्टोन आपके इंट्यूशन को मजबूत करते हैं और आपको आत्मिक स्तर पर गाइडेंस देते हैं।

  4. एनर्जी को बैलेंस करना- क्लियर क्वार्ट्ज़ एक मास्टर हीलर है, जो बाकी सभी क्रिस्टल्स की एनर्जी को एम्प्लीफाई करता है और आपके जीवन में संतुलन लाता है।

राहु केतु ब्रेसलेट को शुद्ध और रिचार्ज करने के तरीके

आजकल ज्योतिष और हीलिंग दोनों ही क्षेत्रों में क्रिस्टल ब्रेसलेट्स की डिमांड काफी बढ़ चुकी है। इनमें से सबसे खास है राहु केतु ब्रेसलेट, जो कई नेचुरल स्टोन्स का कॉम्बिनेशन है। इसमें ब्लैक टूरमालिन, एमेथिस्ट, लैब्राडोराइट, मूनस्टोन, क्लियर क्वार्ट्ज और स्मोकी क्वार्ट्ज जैसे शक्तिशाली पत्थर शामिल होते हैं। यह ब्रेसलेट व्यक्ति को नेगेटिव एनर्जी से बचाने, मानसिक शांति देने और आध्यात्मिक बैलेंस बनाए रखने में मदद करता है। 

अगर आप चाहते हैं कि राहु केतु ब्रेसलेट अपनी पूरी शक्ति और पॉजिटिव एनर्जी आपके जीवन में बनाए रखे, तो इसे समय-समय पर शुद्ध और रिचार्ज करना ज़रूरी है। जैसे इंसान को रेस्ट और मेडिटेशन की ज़रूरत होती है, वैसे ही क्रिस्टल्स को भी एनर्जी क्लीनिंग और री-चार्जिंग की आवश्यकता होती है।

आइए विस्तार से जानते हैं राहु केतु ब्रेसलेट को शुद्ध और रिचार्ज करने के 4 प्रमुख तरीके और इनसे जुड़े गहरे रहस्य।

1. पूर्णिमा की रात चांदनी में रखना

क्यों ज़रूरी है?

पूर्णिमा की रात चंद्रमा की रोशनी सबसे अधिक शक्तिशाली और दिव्य मानी जाती है। हिंदू शास्त्रों और ज्योतिष के अनुसार, चंद्रमा मन और भावनाओं का कारक है। उसकी ऊर्जा शांति, संतुलन और सकारात्मकता का प्रतीक है। जब राहु केतु ब्रेसलेट को पूर्णिमा की चांदनी में रखा जाता है, तो यह ब्रह्मांडीय चंद्र ऊर्जा को सोख लेता है और उसमें जमा हुई सारी नकारात्मकता स्वतः ही दूर हो जाती है।

कैसे करें?

  • पूर्णिमा की रात को ब्रेसलेट को साफ कपड़े या ग्लास बाउल में रखें।

  • ध्यान रखें कि वह जगह खुली हो और सीधे चांदनी पड़ सके।

  • कम से कम 3–4 घंटे तक ब्रेसलेट को चांदनी में रखें।

  • सुबह होते ही इसे उठाकर फिर से अपने पास रख लें।

लाभ

  • ब्रेसलेट की पॉजिटिव एनर्जी रिचार्ज हो जाती है।

  • मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन बढ़ता है।

  • राहु और केतु से जुड़ी मानसिक अस्थिरता धीरे-धीरे कम होने लगती है।

यह भी पढ़ें: पायरेट स्टोन ब्रेसलेट कैसे पहनें? जानिए फायदे और सही तरीका

2. साल्विया या पेलो सैंटो से स्मजिंग करना

क्यों ज़रूरी है?

स्मजिंग एक प्राचीन हीलिंग तकनीक है, जिसका उपयोग क्रिस्टल्स और स्थानों को शुद्ध करने के लिए किया जाता है। साल्विया (sage) और पेलो सैंटो (Palo Santo) ऐसे हर्ब्स हैं जिन्हें जलाने पर निकलने वाला धुआं नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है।

जब राहु केतु ब्रेसलेट पर यह धुआं पास किया जाता है, तो उसमें जमा हुई सारी नकारात्मकता नष्ट हो जाती है और क्रिस्टल्स की नेचुरल एनर्जी फिर से सक्रिय हो जाती है।

कैसे करें?

  • साल्विया या पेलो सैंटो की स्टिक जलाएं और उसका धुआं धीरे-धीरे ब्रेसलेट के चारों ओर घुमाएं।

  • इस दौरान मन में पॉजिटिव इरादा रखें – “यह ब्रेसलेट अब पूरी तरह शुद्ध और एनर्जेटिक है।”

  • लगभग 1–2 मिनट तक यह प्रक्रिया करें।

लाभ

  • बुरी नजर और नकारात्मक विचारों से सुरक्षा मिलती है।

  • ब्रेसलेट की वाइब्रेशन तुरंत बढ़ जाती है।

  • ध्यान, मेडिटेशन और ज्योतिषीय प्रभाव के लिए ब्रेसलेट ज्यादा असरकारी हो जाता है।

3. तेज़ धूप से बचाना

क्यों ज़रूरी है?

क्रिस्टल्स नेचुरल स्टोन्स होते हैं और इनमें रंग व ऊर्जा दोनों ही बहुत संवेदनशील होते हैं। अगर इन्हें लंबे समय तक तेज धूप में रखा जाए, तो इनका रंग फीका पड़ सकता है और ऊर्जा भी कमजोर हो सकती है। खासकर अमेथिस्ट और मूनस्टोन जैसे स्टोन्स सूरज की तेज रोशनी से प्रभावित हो जाते हैं।

क्या करें और क्या न करें?

  • ब्रेसलेट को कभी भी सीधी धूप में लंबे समय तक न रखें।

  • अगर आप इसे एनर्जी देने के लिए बाहर रखना चाहते हैं, तो सुबह की हल्की धूप या शाम की माइल्ड लाइट का इस्तेमाल करें।

  • हमेशा इसे किसी क्लॉथ बैग या बॉक्स में स्टोर करें, ताकि सूरज की किरणों से सुरक्षित रहे।

लाभ

  • क्रिस्टल्स का नेचुरल कलर और चमक बनी रहती है।

  • ब्रेसलेट लंबे समय तक असरकारी रहता है।

  • स्टोन्स की ऊर्जा कमजोर नहीं होती।

4. मंत्र या सिंगिंग बाउल से चार्ज करना

क्यों ज़रूरी है?

ध्वनि (Sound) की शक्ति सबसे अद्भुत होती है। हिंदू शास्त्रों में मंत्रों को दिव्य ऊर्जा का वाहक माना गया है। इसी तरह, सिंगिंग बाउल से निकलने वाली वाइब्रेशन भी बहुत हीलिंग और एनर्जेटिक होती है। जब राहु केतु ब्रेसलेट को मंत्रों या सिंगिंग बाउल की ध्वनि में रखा जाता है, तो उसकी ऊर्जा तुरंत संतुलित हो जाती है।

कैसे करें?

  • ब्रेसलेट को अपने सामने रखें।

  • राहु या केतु से जुड़े मंत्र (जैसे “ॐ रां राहवे नमः” या “ॐ कें केतवे नमः”) का 108 बार जाप करें।

  • या फिर तिब्बती सिंगिंग बाउल को धीरे-धीरे बजाकर ब्रेसलेट को उसके पास रखें।

  • ध्वनि की तरंगें क्रिस्टल्स में पॉजिटिव वाइब्रेशन भर देंगी।

लाभ

  • ब्रेसलेट की एनर्जी आध्यात्मिक स्तर पर एक्टिव हो जाती है।

  • राहु-केतु के नकारात्मक प्रभाव काफी हद तक कम हो जाते हैं।

  • पहनने वाले की ओरा और इंट्यूशन स्ट्रॉन्ग हो जाते हैं।

राशियों पर राहु केतु ब्रेसलेट का असर

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के लोग गहरे और रहस्यमय स्वभाव वाले होते हैं। इनकी इंटेंस इमोशन्स और सीक्रेटिव नेचर कई बार इन्हें मानसिक अस्थिरता या नेगेटिव थॉट्स की ओर खींच लेते हैं।

राहु केतु ब्रेसलेट इनके भीतर छुपी हुई उलझनों को संतुलित करता है और इन्हें पॉजिटिव दिशा में आगे बढ़ने की शक्ति देता है। यह ब्रेसलेट इनके छिपे हुए टैलेंट्स को बाहर लाता है और इन्हें आध्यात्मिक रूप से स्ट्रॉन्ग बनाता है।

मकर राशि

मकर राशि वाले मेहनती, प्रैक्टिकल और डिसिप्लिन्ड होते हैं, लेकिन कई बार ओवरथिंकिंग और डर के कारण सही निर्णय लेने में पीछे रह जाते हैं।

राहु केतु ब्रेसलेट इन्हें ग्राउंडिंग देता है यानी स्थिर बनाता है, साथ ही आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता को मजबूत करता है। यह ब्रेसलेट मकर राशि वालों के भीतर नई ऊर्जा भरता है और उनके करियर व पर्सनल लाइफ में संतुलन लाता है।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के लोग इनोवेशन और यूनिक आइडियाज के लिए जाने जाते हैं। इनकी सोच आगे की होती है, लेकिन कई बार यह ओवर-इमैजिनेशन में खो जाते हैं और ग्राउंडिंग मिस कर देते हैं।

राहु केतु ब्रेसलेट इनके इंट्यूशन (intuition) को और स्ट्रॉन्ग करता है, साथ ही इनकी इनोवेटिव सोच को प्रैक्टिकल दिशा देता है। यह ब्रेसलेट इन्हें मानसिक संतुलन, नई क्रिएटिविटी और आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है। 

मीन राशि

मीन राशि वाले बेहद संवेदनशील और इमोशनल होते हैं। इनका दिल बहुत जल्दी दूसरों की भावनाओं से जुड़ जाता है, जिसकी वजह से ये मानसिक रूप से अस्थिर हो सकते हैं।

राहु केतु ब्रेसलेट मीन राशि वालों के लिए इमोशनल बैलेंस लाता है और इन्हें आध्यात्मिक ग्रोथ की ओर प्रेरित करता है। यह ब्रेसलेट उनकी आंतरिक शांति को मजबूत करता है और उन्हें आत्मज्ञान की राह पर आगे बढ़ाता है।

किसी भी तरह की ज्योतिषीय हेल्प चाहिए? तो अभी बात करें एस्ट्रोयोगी के टॉप एस्ट्रोलॉजर्स से – समाधान सिर्फ एक कॉल दूर!

article tag
Spirituality
Others
article tag
Spirituality
Others
नये लेख

आपके पसंदीदा लेख

अपनी रुचि का अन्वेषण करें
आपका एक्सपीरियंस कैसा रहा?
facebook whatsapp twitter
ट्रेंडिंग लेख

ट्रेंडिंग लेख

और देखें

यह भी देखें!