Rahu Ketu: राहु और केतु, ज्योतिष शास्त्र में छाया ग्रह के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। 2025 में, ये ग्रह अपने राशियों में परिवर्तन करेंगे, जो विभिन्न राशियों के लिए महत्वपूर्ण परिवर्तन और अवसरों का संकेत देते हैं। इस परिवर्तन का प्रभाव हमारे करियर, संबंधों, स्वास्थ्य और जीवन के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर पड़ेगा। आइए जानें, इस राशि परिवर्तन के क्या प्रभाव हो सकते हैं और कैसे हम इसके अनुसार अपनी योजनाओं में बदलाव कर सकते हैं, ताकि हम इस अवसर का अधिकतम लाभ उठा सकें।
राहु केतु गोचर 2025 के प्रभाव (Effect of Rahu-Ketu in 2025)
राहु और केतु का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव होता है। ये मायावी ग्रह हर ढाई साल में एक बार राशि परिवर्तन करते हैं, जो हमारे जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाते हैं। वर्तमान में राहु मीन राशि में और केतु कन्या राशि में विराजमान हैं। लेकिन यह स्थिति 18 मई 2025 को बदल जाएगी। उस दिन राहु कुंभ राशि में और केतु सिंह राशि में गोचर करेंगे।
राहु ने 30 अक्टूबर 2023 को मीन राशि में प्रवेश किया था और 18 मई 2025 तक वहीं रहेंगे। केतु भी उसी अवधि के दौरान कन्या राशि में रहेगा। राहु और केतु 180 डिग्री की दूरी पर होते हैं, इसलिए ये हमेशा एक दूसरे के विपरीत राशियों में होते हैं। राहु और केतु (rahu ketu) के गोचर के कारण कालसर्प दोष जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।
राहु, 18 मई 2025 को मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेगा और 24 नवंबर 2026 तक वहीं रहेगा। शनिदेव कुंभ राशि के स्वामी हैं और राहु और शनि के बीच मित्रता का भाव रखता है, इस कारण राहु (rahu) का कुंभ राशि पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। इस राहु केतु गोचर के दौरान, कुंभ राशि वालों को अच्छे फल प्राप्त होंगे। आने वाले ढाई साल कुंभ राशि वालों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इस अवधि में आपके सपने साकार हो सकते हैं और कई महत्वपूर्ण सफलताएँ मिल सकती हैं।
केतु, 18 मई 2025 को कन्या राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करेगा। सिंह राशि के जातक केतु(ketu) के गोचर से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। केतु का यह गोचर सिंह राशि के जातकों के लिए अत्यंत शुभ रहेगा। इस अवधि में कार्यों में सफलता मिलेगी और आपको नौकरी में तरक्की मिल सकती है। इस केतु गोचर के दौरान, धन का आना भी बढ़ेगा और जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे।
मेष राशि में राहु का गोचर (Rahu Gochar) 11वें भाव से जुड़ा होगा। इस समय आपको आर्थिक लाभ होगा और आपके व्यवसाय में उन्नति की संभावना हो सकती है। इस गोचर के दौरान आपके सामाजिक संबंधों में सुधार होंगे।
केतु का गोचर मेष राशि वालों के 5वें भाव में हो रहा है। इस समय बच्चों के साथ आपके संबंधों में थोड़ी चुनौती आ सकती है। इस समय आपको उनकी पढ़ाई पर ध्यान देने की जरूरत है।
वृषभ राशि में राहु का गोचर 10वें भाव से जुड़ा होगा। इस अवधि में करियर में नए अवसर प्राप्त होंगे और आपके जीवन में प्रगति की संभावना बनेगी। आपके प्रोफेशनल जीवन में वृद्धि देखने को मिलेगी।
केतु राशि परिवर्तन वृषभ राशि वालों के लिए 4थे भाव में हो रहा है। आपके पारिवारिक जीवन में थोड़ी अस्थिरता हो सकती है। इस गोचर के दौरान घर और संपत्ति से संबंधित मामलों में सावधानी बरतें।
मिथुन राशि में राहु का गोचर 9वें भाव से सम्बंधित होगा। इस समय हायर स्टडी और विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं। आपकी धर्म और अध्यात्म में रुचि बढ़ सकती है।
केतु का गोचर (Ketu Gochar) मिथुन राशि वालों के तीसरे भाव में होगा। इस समय साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, लेकिन भाई-बहनों के साथ अपने रिश्तों में ध्यान देने की आवश्यकता है।
राहु का राशि परिवर्तन कर्क राशि में 8वें भाव में होगा। इस समय अचानक धन लाभ या हानि हो सकती है। इस गोचर के दौरान अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग अवश्य करें।
केतु का गोचर कर्क राशि वालों के दूसरे भाव में हो रहा है। इस समय अपनी वाणी में संयम रखें और किसी से भी अनावश्यक विवादों से बचें। इस गोचर के दौरान पारिवारिक मामलों में ध्यान देने की आवश्यकता है।
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सिंह राशि में राहु गोचर 7वें भाव में होगा। इस समय आपके वैवाहिक जीवन में थोड़ी चुनौती आ सकती है। आपको साझेदारी में लाभ होगा और नए अवसर मिलेंगे।
केतु का गोचर सिंह राशि के पहले भाव में हो रहा है। यह आत्मविश्लेषण और आत्मविकास का समय है। इस समय व्यक्तिगत जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं।
कन्या राशि में राहु का गोचर छठे भाव से जुड़ा होगा। इस समय आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। अपनी नौकरी और सेवाओं में सफलता मिलेगी।
केतु गोचर कन्या राशि के 12वें भाव से संबंधित है। अपने अनावश्यक खर्चों पर कंट्रोल रखें और आध्यात्मिकता की ओर रुझान बढ़ाएं। इस समय आपकी विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं।
तुला राशि में राहु गोचर (Rahu Gochar) 5वें भाव से सम्बंधित है। इस समय आपके प्रेम संबंधों में सुधार होगा और आपको अपनी संतान से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आपको सृजनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी।
केतु का गोचर तुला राशि के 11वें भाव में हो रहा है। आपके सामाजिक नेटवर्किंग में वृद्धि होगी और अपने मित्रों से सहयोग मिलेगा। इस समय लाभ के अवसर भी बढ़ेंगे।
वृश्चिक राशि में राहु का राशि परिवर्तन 4थे भाव में होगा। आपके घर-परिवार में खुशहाली आएगी और नई संपत्ति खरीदने के योग बन सकते हैं। इस गौचर के दौरान, मानसिक शांति मिलेगी।
केतु का गोचर (Ketu Gochar) वृश्चिक राशि के 10वें भाव में हो रहा है। आपको करियर में थोड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन धैर्य और मेहनत से आपको सफलता मिलेगी। अपनी वर्क प्लेस पर अपना फोकस बनाये और वहां हो रही गतिविधयों पर पर ध्यान दें।
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धनु राशि में राहु का गोचर तीसरे भाव से सम्बंधित है। यह आपके संचार कौशल में सुधार करेगा। इस समय छोटी यात्राओं के योग बन सकते हैं। आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
केतु का राशि परिवर्तन धनु राशि के 9वें भाव में हो रहा है। उच्च शिक्षा और अध्यात्म में रुचि बढ़ेगी। धर्म और धार्मिक यात्राओं में शामिल हो सकते हैं।
मकर राशि में राहु का राशि परिवर्तन दूसरे भाव में होगा। वित्तीय स्थिति में सुधार होगा और परिवार में खुशहाली रहेगी। धन का संचय बढ़ेगा।
केतु का गोचर मकर राशि के 8वें भाव में हो रहा है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और अचानक खर्चों से सावधान रहें। रहस्यमयी और गूढ़ विषयों में रुचि बढ़ेगी।
कुंभ राशि में राहु का गोचर पहले भाव में होगा। व्यक्तिगत और प्रोफेशनल जीवन में बड़े बदलाव आ सकते हैं। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और नए अवसर मिलेंगे।
केतु का राशि परिवर्तन (Ketu rashi parivartan) कुंभ राशि के 7वें भाव में हो रहा है। वैवाहिक जीवन और साझेदारी में ध्यान देने की आवश्यकता है। संबंधों में संयम और धैर्य बनाए रखें।
मीन राशि में राहु का गोचर 12वें भाव में होगा। आध्यात्मिकता में रुचि बढ़ेगी और विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं। स्वास्थ्य में सुधार होगा।
केतु का गोचर (Ketu Gochar) मीन राशि के छठे भाव में हो रहा है। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी और नौकरी में सुधार होगा। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
इन सभी राशियों के लिए राहु केतु का गोचर उनके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में प्रभाव डाल सकता है। सही उपाय और पूजा-अर्चना करने से इन ग्रहों के प्रभाव को संतुलित किया जा सकता है। सभी राशियों को यह ध्यान रखना चाहिए कि हर चुनौती के साथ नए अवसर भी आते हैं, इसलिए सकारात्मक सोच बनाए रखें और धैर्यपूर्वक हर स्थिति का सामना करें।
इन सभी राशियों के लिए राहु केतु का गोचर अलग-अलग तरीके से प्रभाव डालेगा। सही उपाय और पूजा-अर्चना करने से इन ग्रहों के प्रभाव को संतुलित किया जा सकता है। सभी राशियों को यह ध्यान रखना चाहिए कि हर चुनौती के साथ नए अवसर भी आते हैं, इसलिए सकारात्मक सोच बनाए रखें और धैर्यपूर्वक हर स्थिति का सामना करें।
राहु का प्रभाव विभिन्न प्रसिद्ध व्यक्तियों की कुंडली में भी देखा जा सकता है। आइए कुछ उदाहरणों पर नजर डालें-
योगी आदित्यनाथ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुंडली में राहु ने छठे भाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके कारण उन्हें गोरखनाथ मठ के महंत का खिताब प्राप्त हुआ और उन्होंने हिंदू युवा वाहिनी की स्थापना की। राहु ने उनके जीवन में आध्यात्मिक भावनाओं को बढ़ाया है।
मुकेश अंबानी: देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी की कुंडली में भी राहु का अद्भुत प्रभाव देखा गया है। राहु उनके कुंडली के बारहवें भाव में स्थित है, जिससे उन्हें व्यवसाय में अत्यधिक सफलता मिली है।
यदि आप अपने जीवन में राहु के नेगटिव प्रभावों से परेशान हैं, तो आप कुछ जरुरी उपायों का पालन करके इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
इस गोचर के प्रभाव को कम करने के लिए आप नीले रंग के कपड़े पहनें।
इस समय अपने ससुर का सम्मान करें और बीमार लोगों की सेवा करें।
इस गोचर के दौरान, शराब के सेवन से बचें।
अपने घर में कुत्ता रखें और आवारा कुत्तों को खाना खिलाएं।
राहु को प्रसन्न करने के लिए मां दुर्गा या भगवान विष्णु के 12 अवतार की पूजा करें।
काल भैरव की पूजा भी राहु को प्रसन्न करती है।
साथ ही श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
मां दुर्गा या अष्टमी तिथि का व्रत रखें।
राहु केतु के गोचर का यह समय कुछ राशियों के लिए अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण होगा। यदि सही उपाय और पूजा-अर्चना की जाए तो इन ग्रहों के प्रभाव से लाभ उठाया जा सकता है।