Astrological Tips For Pooja: हम सभी के घर में एक छोटा सा मंदिर जरूर होता है। सभी के घर में यह मंदिर छोटा या बड़ा हो सकता है। हर किसी के घर में खास भगवान होते है जिनकी पूजा वह अपने विधि विधान से करते हैं। घर कैसा भी हो और उसमें स्थापित भगवान कोई भी हो मगर मंदिर हमेशा ही आपके लिए शुभ होता है। साथ ही आप वहाँ भगवान के आगे दीप भी जलाते हैं, क्योंकि देवी-देवताओं की पूजा में दीपक जलाने का विशेष महत्व होता है। जो लोग विधि-विधान से पूजा करने में सक्षम नहीं हैं, वे केवल भगवान के सामने श्रद्धा से दीपक प्रज्वलित करते हैं तो शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं। आमतौर पर शास्त्रों में घी या तेल का दीपक जलाने की परंपरा रही है। पूजा के समय दीपक कैसा होना चाहिए, यह भी महत्वपूर्ण है और दीपक में इस्तेमाल होने वाले तेल भी भी विशेष महत्व महत्व रखता है। अगर आप तिल के तेल का दीपक (Diya) जलाते हैं तो आपके घर में सुख समृद्धि आती है। शास्त्रों में इसके कई और फायदे और महत्व बताये गए हैं।
वैदिक ज्योतिष में, घर के मंदिर में तिल के तेल का दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती हैं। इसके और भी फायदे जाननें के लिए नीचे दिए गए महत्व जान सकते हैं।
वैदिक ज्योतिष में, ग्रहों का संयोजन और प्रभाव किसी के भाग्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जिन व्यक्तियों की कुंडली में मंगल से संबंधित दोष हैं, या जो लोग इस ग्रह के प्रभाव से बचना चाहते हैं, उनके लिए घर के मंदिर में तिल के तेल से दीपक जलाना जरुरी है। यह अनुष्ठान काफी शुभ माना जाता है। माना जाता है कि यह किसी के कुंडली में मंगल की ताकत को बढ़ाने की शक्ति प्रदान करता है।
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चंद्रमा एक ऐसा ग्रह है जो भावनाओं, अंतर्ज्ञान और मानसिक शांति से जुड़ा होता है। जिन व्यक्तियों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है, उन्हें अक्सर ज्योतिषियों द्वारा तिल के तेल के साथ दीपक जलाने की सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि चंद्रमा को मजबूत करने के लिए यह ज्योतिषीय उपाय काफी कारगर साबित होता है।
घर के मंदिर में तिल के तेल का दीपक जलाना फायदेमंद होता है। ऐसा माना जाता है कि यह देवी लक्ष्मी की कृपा दिलाने में मदद करता है। देवी लक्ष्मी समृद्धि और प्रचुरता की देवी होती हैं। ऐसा माना जाता है कि देवी तिल के तेल से दीपक जलाने से प्रसन्न होती हैं, और इससे घर में समृद्धि और खुशहाली आती है।
शनि के अशुभ प्रभाव को अक्सर शनि साढ़े साती भी कहा जाता है। शनि की साढ़े साती में जातक के जीवन पर काली छाया पड़ती है। शनि की साढ़े साती के प्रभाव को कम करने के लिए, तिल के तेल के साथ दीपक जलाना काफी फायदेमंद हो सकता है।
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घर के भीतर रोशनी की कमी से नकारात्मकता बढ़ सकती है, जिससे आपके घर का माहौल असंतुलित बन सकता है। इसका उपाय करने के लिए, पूजा के समय तिल के तेल का दीपक जलाने का सुझाव दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह सदियों पुराना उपाय सकारात्मक ऊर्जा से घर को भर देता है, धीरे-धीरे नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर देता है और घर के माहौल को अधिक सामंजस्यपूर्ण बना देता है।
तिल के तेल का दीपक जलाने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है, जिससे जातक के कार्य क्षेत्र में तरक्की के योग बनते हैं।
घर में तिल के तेल का दीपक जलाते समय इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।