
Rahu Ketu Ke Upay: वैदिक ज्योतिष में राहु और केतु को छाया ग्रह कहा जाता है, जो व्यक्ति के जीवन में कई सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। यदि ये ग्रह किसी जातक की कुंडली में अशुभ स्थिति में हों, तो जीवन में कई परेशानियाँ आ सकती हैं। खासतौर पर राहु और केतु के दोष से व्यक्ति मानसिक, शारीरिक और आर्थिक समस्याओं से घिर सकता है। लेकिन लाल किताब में राहु के उपाय और केतु के उपाय बताए गए हैं, जो इन ग्रह दोषों को कम करने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं राहु-केतु के उपाय लाल किताब के अनुसार।
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु कमजोर स्थिति में हो, तो उसे असफलता, मानसिक तनाव, डर, भ्रम, और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। माना जाता है कि कमजोर राहु के कारण व्यक्ति को पानी और आग से डर लगता है। इसके अलावा, कई बार राहु दोष की वजह से व्यक्ति को लगातार बीमारियाँ, करियर में अस्थिरता और अचानक नुकसान झेलना पड़ सकता है।
राहु से जुड़े दोष आमतौर पर गंदगी और नकारात्मक ऊर्जा से जुड़ते हैं, इसलिए जीवन में स्वच्छता बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। अगर किसी व्यक्ति का राहु अशुभ हो, तो उसके स्वभाव में क्रोध, चिड़चिड़ापन, लापरवाही और गलत आदतें आ सकती हैं।
तिल की मिठाई बांटें- हर शनिवार को सरसों के तेल का दीपक जलाना और तिल की मिठाइयाँ गरीबों को बाँटना शुभ होता है।
हनुमान जी की पूजा करें- शनि और राहु के बुरे प्रभावों से बचने के लिए हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें और बजरंग बली को चोला चढ़ाएँ।
लोगों की मदद करें- राहु उन लोगों का कारक होता है जो मजदूरी करते हैं। यदि राहु अशुभ हो तो मजदूरों और अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भोजन कराना और उनकी सहायता करना लाभकारी होता है।
साफ-सफाई रखें- साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें। गंदगी और नकारात्मकता से राहु दोष बढ़ता है, इसलिए हमेशा स्वच्छता बनाए रखें।
गंगा स्नान करना- समय-समय पर गंगा स्नान करना राहु के दोषों को कम करने में मदद करता है।
काले कुत्ते को भोजन कराएँ- हर दिन या शनिवार को काले कुत्ते को रोटी या गुड़ खिलाने से राहु दोष कम होता है।
मांस-मदिरा से दूर रहें- राहु के दुष्प्रभाव से बचने के लिए शराब, मांसाहार और अन्य नशे से दूरी बनाए रखना जरूरी है।
चांदी का सिक्का रखें- माना जाता है कि जेब या पर्स में चाँदी का सिक्का रखने से राहु के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।
लोहे की चीजें पहनें- लोहे से जुड़े उपाय करने से राहु मजबूत होता है, जैसे कि लोहे की अंगूठी या कड़ा पहनना।
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राहु की तरह ही केतु भी एक छाया ग्रह है, जो कई बार जीवन में भ्रम, मानसिक अशांति और अचानक परेशानियों का कारण बन सकता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में केतु कमजोर हो, तो उसे करियर में अस्थिरता, स्वास्थ्य समस्याएँ और अपनों से दूरी का सामना करना पड़ सकता है।
अपने माथे पर तिलक जरूर लगाएं- हल्दी और केसर का तिलक लगाने से केतु ग्रह की नकारात्मकता कम होती है और आत्मबल बढ़ता है।
गरीब व वृद्धों की मदद करें- गरीबों और वृद्ध लोगों की सेवा करने से केतु दोष कम होता है।
सोने की बाली पहनें- यदि कुंडली में केतु की स्थिति अशुभ हो, तो सोने की बाली पहनने से राहत मिलती है।
केसर वाला दूध पिएं- यह उपाय केतु ग्रह के दोषों को कम करता है और मानसिक शांति देता है।
कुत्ते को खाना खिलाएं- केतु ग्रह से राहत पाने के लिए घर में कुत्ता पालना या कुत्तों को खाना खिलाना शुभ माना जाता है।
अपने से बड़ों का सम्मान करें- केतु को मजबूत करने के लिए पिता, गुरु और वृद्ध लोगों का आदर करना आवश्यक होता है।
राहु और केतु का प्रभाव किसी भी व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि यह ग्रह कुंडली में अशुभ स्थिति में हों, तो व्यक्ति को जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हालाँकि, लाल किताब में दिए गए राहु-केतु के उपाय, आपको नकारात्मक प्रभावों से बचा सकते हैं और जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।
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