Shani Sade Sati: शनि की साढ़ेसाती ग्रहों की चाल से जुड़ा एक ज्योतिषीय प्रभाव है, जो हर सात साल और नौ महीने में एक बार आप के जीवन में आता है। यह समय अक्सर चुनौतियों से जुड़ा होता है, जिसके कारण कई लोगों में डर और चिंता पैदा हो जाती है। शनिदेव जब किसी राशि के दूसरे और 12वें भाव या राशि में रहते हैं तो उस राशि पर शनि का साढ़ेसाती शुरू हो जाती है। इतना ही साढ़ेसाती का प्रभाव तीन चरणों का होता है, जो ढाई-ढाई साल का तीन चरण होता है। इस तरह से साढ़ेसाती की पूर्ण अवधि साढ़े सात साल की होती है।
यह हमेशा बुरा होता है: यह सच नहीं है कि शनि की साढ़ेसाती हमेशा बुरा प्रभाव लाती है। यह व्यक्ति के कर्मों और जन्म कुंडली पर निर्भर करता है। कुछ लोगों के लिए, यह समय आध्यात्मिक विकास का हो सकता है।
यह जानलेवा हो सकता है: शनि की साढ़ेसाती किसी की मृत्यु का कारण नहीं बन सकती है। यह भी सिर्फ एक मिथक है।
यह केवल कुछ राशियों को प्रभावित करता है: यह सच नहीं है। शनि की साढ़ेसाती सभी राशियों को प्रभावित करती है, लेकिन प्रत्येक राशि पर इसका प्रभाव अलग-अलग होता है।
इससे बचने का कोई तरीका नहीं है: यह भी एक मिथक है। शनि की साढ़ेसाती एक प्राकृतिक ज्योतिषीय घटना है, और इससे बचने का कोई तरीका नहीं है।
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यह एक चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है: शनि की साढ़ेसाती के दौरान, लोगों को विभिन्न प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि वित्तीय समस्याएं, या रिश्तों में परेशानी।
यह आत्म-विकास का समय हो सकता है: शनि की साढ़ेसाती आपको अपने जीवन में उन क्षेत्रों की पहचान करने और उनमें सुधार करने का अवसर प्रदान करती है जहां आपको काम करने की आवश्यकता है। यह आत्म-अनुशासन, धैर्य और आत्म-जागरूकता विकसित करने का एक समय भी हो सकता है।
इससे निपटने के तरीके हैं: शनि की साढ़ेसाती के प्रभावों को कम करने के लिए कई चीजें की जा सकती हैं, जैसे कि ज्योतिषीय उपाय करना, स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, और सकारात्मक सोच रखना।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि शनि की साढ़ेसाती जीवन का एक सामान्य हिस्सा है। यह एक ऐसा समय है जब आपको अपने जीवन में उन क्षेत्रों का सामना करना पड़ता है जहाँ आपको सुधार करने की आवश्यकता है। यदि हम इस अवधि को सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ स्वीकार करते हैं, तो यह आध्यात्मिक विकास और आत्म-साक्षात्कार का समय हो सकता है।
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नियमित रूप से शनि देव की पूजा करें: शनि देव की पूजा करने से शनि की साढ़ेसाती के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती है।
दान करें: शनि की साढ़ेसाती में आपको जरूरतमंदों को दान करना चाहिए।
शांत और धैर्यवान रहें: शनि की साढ़ेसाती के दौरान शांत और धैर्यवान रहना महत्वपूर्ण है।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: इस समय स्वस्थ भोजन खाएं। नियमित रूप से व्यायाम करें और पर्याप्त नींद लें।
यदि आप शनि की साढ़ेसाती के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी महसूस करते हैं, तो आप अभी एस्ट्रोयोगी के बेस्ट एस्ट्रोलॉजर से सलाह ले सकते हैं।