नववर्ष 2021 ना जाने कितने लोगों के लिए उम्मीद बनकर आ रहा है। 2021 की शुरुआत उसके आने का स्वागत पूरा विश्व जोर शोर से कर रहा है। वहीं हर किसी के मन में नया साल आशा की किरण की तरह है। जिनके पास नौकरी नहीं है वो नौकरी की आस में हैं, जिनको प्रमोशन नहीं मिला वो प्रमोशन के इंतजार में हैं। व्यापारी वर्ग के लोग व्यापार में बढ़ोत्तरी और नये उद्यम के बारे में सोच रहे हैं। इसी तरह ना जाने यह नव वर्ष कितनों के लिए उम्मीद की किरण बनकर आ रहा है। तो चलिए जानते हैं एस्ट्रोयोगी ज्योतिषी से कि साल 2021 की शुरुआत किस देवता का आशीर्वाद लेकर करनी चाहिए। इस लेख में हम आपको राशिनुसार किस देवता की पूजा करनी चाहिए इसके बारे में बताने जा रहे हैं। साल 2021 का वर्ष आरंभ बुध लग्न से और चंद्र नक्षत्र से हो रहा है और 2021 का विक्रम संवत 2078 है।
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए साल 2021 मिश्रित फल लेकर आने वाला है क्योंकि गोचर में मेष राशि का स्वामी मंगल कर्क राशि में विराजमान है। जिसमें वह नीच का कहलाता है। 2021 में मेष राशि के जातकों को हनुमान चालीसा या सुंदर कांड का पाठ करते हुए नववर्ष की शुरुआत करनी चाहिए। हो सके तो प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। वहीं भाग्य बढ़ाने के लिए मेष राशि के जातकों को गुलाब की माला हनुमान जी को चढ़ानी चाहिए।
वृषभ राशि
वृषभ राशि का स्वामी शुक्र वृश्चिक राशि में विराजमान रहेंगे जिसके चलते आपके पेट में गड़बड़ी की संभावना है। रोग प्रतिरोधक क्षमता पर अधिक ध्यान दें। वृषभ राशि के जातक शनि देवता की पूजा करें और गरीबों को शनिवार के दिन काले रंग के जूते-चप्पल दान करें। साथ ही पेठा का दान करें इससे वर्षभर आपको लाभ मिलेगा। भाग्य बढ़ाने के लिए वृषभ राशि के जातक श्रीकृष्ण के मंत्र का जाप करें।
मिथुन राशि
वर्ष 2021 की शुरुआत में शनि राशि में विराजमान रहेंगे। शुरुआत में मिथुन राशि वालों को आर्थिक नुकसान होने की संभावना है। वर्ष के मध्य के बाद स्थिति अनुकूल बनेगी। शनि और बृहस्पति देव की आराधना करें। काले उड़द की दाल शनिवार को और पीले चने की दाल बुजुर्गों को दान करें। इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। भाग्य को बलवान बनाने के लिए आप शनि मंत्र का जाप जरूर करें।
कर्क राशि
साल के शुरुआत में आर्थिक तौर पर आप परेशान हो सकते हैं लेकिन बाद में सब ठीक हो जाएगा। कर्क राशि वाले 2021 में बजरंग बाण का पाठ करें। साथ ही शिव आराधना करें, ये दोनों उपाय मनोवांछित फल प्रदान करेंगे। भाग्य बढ़ाने के लिए शिवलिंग पर अक्षत चढ़ाएं।
सिंह राशि
2021 में शनि के स्थान परिवर्तन से सबसे ज्यादा असर इस राशि के जातकों को होगा। वाद-विवाद की संभावना बढ़ेगी और प्रतियोगिता में आप सफलता हासिल करेंगे। इस राशि के लोगों को भगवान कृष्ण के लड्डू गोपाल वाले स्वरूप की पूजा करनी चाहिए और माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। इससे इनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। भाग्य बढ़ाने के लिए सूर्योदय से पहले उठे।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों का साल 2021 सफलता पूर्वक गुजरेगा। पंचम भाव में शनि कन्या राशि के जातकों को सुख प्रदान करेगा। कन्या राशि के जातकों को शनिदेव की आराधना करनी चाहिए। शनिवार के दिन शनि दर्शन और गरीबों को अपशब्द ना कहें और शनि मंत्र का जाप करें। साथ ही भाग्य को बलवान बनाने के लिए महामृत्युजंय का जाप अवश्य करें।
तुला राशि
तुला राशि के स्वामी शुक्र वृश्चिक राशि में विराजमान रहेगा। शनि तुला राशि में ढैय्या में रहेगा। वहीं तुला राशि वालों को वाद-विवाद से बचना होगा और प्रत्येक शनिवार को शनि देवता को तेल अर्पित करना होगा। भाग्य बढ़ाने के लिए आपको श्रीकृष्ण के मंत्र का जाप करना चाहिए।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल कर्क राशि में विराजमान होगा, जो कि कर्क राशि में मंगल नीच का कहलाता है। इस साल वृश्चिक राशि वालों पर शनि का प्रभाव अधिक रहेगा, जिसके कारण कार्यक्षेत्र में अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। यात्रा की अधिकता रहेगी। शनि देवता की अराधना करने से वृश्चिक राशि वालो को अधिक लाभ होगा। गरीबों की सेवा करने से लाभ मिलेगा। भाग्य बढ़ाने के लिए हनुमान जी के मंत्र का जाप करें और चमेली के तेल से दीपक जलाएं।
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धनु राशि
धनु राशि के स्वामी ग्रह गुरु इस साल आपकी राशि के तीसरे भाव में स्थित रहेंगे, जिससे छोटी-मोटी यात्राएं आप करते रहेंगे। साल 2021 नौकरीपेशा वालों के लिए शुभ रहेगा लेकिन व्यापारी वर्ग को संघर्ष करना पड़ सकता है। धनु राशि के जातकों को भी शनिदेव की पूजा करनी चाहिए और काली उड़द दाल गरीबों में बांटनी चाहिए। भाग्य को बलवान बनाने के लिए केले के पौधे की पूजा करें और गुरु बृहस्पति के मंत्र का जाप करें।
मकर राशि
साल 2021 में शनि देव खुद की राशि में विराजमान रहेंगे। मकर राशि के जातकों को पैतृक संपत्ति मिलने के आसार हैं और इससे अचानक धनलाभ होगा। ससुराल पक्ष से भी सहयोग मिल सकता है। शनि देव की आराधना और 108 बार शनि मंत्र का जाप करने से लाभ मिलेगा। भाग्य बढ़ाने के लिए हनुमान मंत्र और सुंदर कांड का पाठ करें।
कुंभ राशि
वर्ष 2021 में शनि खुद की राशि में विराजमान रहेंगे। कुंभ राशि में कुटुंब में विराजमान रहेंगे, जिसकी वजह से स्वास्थ्य पर ध्यान दें। सोच समझकर खर्च करें। कुंभ राशि के जातकों को शनि देव के दर्शन के साथ शनि बीजमंत्र का जाप करना चाहिए। भाग्य बढ़ाने के लिए शनि बीज मंत्र का ही जाप करें और कोढ़ी एवं गरीब की सेवा करें इससे लाभ मिलेगा।
मीन राशि
मीन राशि का स्वामी बृहस्पति है, जो मकर राशि में विराजमान रहेगा। अप्रैल में कुंभ राशि में चला जाएगा इससे सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। आपको धन लाभ, विदेश यात्रा, शत्रुओं पर विजय और व्यापार में वृद्धि मिल सकती है। शनिवार के दिन शनि दर्शन के साथ पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से मनोकामना पूरी होगी। भाग्य बलवान करने के लिए बृहस्पति के मंत्र का जाप और वृद्धाश्रम में वृद्धों को केला बांटे।
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