Sita Navami 2022: सीता नवमी को हिंदू धर्म में पर्व के रूप में जाना जाता है। क्योंकि इस दिन माता सीता प्रकट हुई थीं, तब से इस दिन को माता सीता के जन्म उत्सव के रूप में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। इस लेख में हम सीता नवमी 2022 के शुभ समय व मुहूर्त, सीता नवमी की पौराणिक कथा, क्यों रखते हैं इस दिन उपवास, राशि अनुसार सीता नवमी पर किन उपायों को करें। इसके बारे में जानेंगे। जो आपके भाग्य को बढ़ायेगा और जीवन में सुख, समृद्धि लाएगा।
इस सीता नवमी पर रवि व ध्रुव योग बन रहा है जो शुभ कार्यों को करने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। विशेषज्ञ ज्योतिषीयों कहना है कि इस योग में किए गए कार्यों से जातक को अपार सफलता मिलती है। जातक सूर्य की तरह अपने क्षेत्र में चमकेगा तथा ध्रुव की तरह जातक की ख्याती मिलती है।
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हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पुष्य नक्षत्र में माता सीता प्राकट्य हुई थीं। वाल्मीकि रामायण के अनुसार सीता जी का जन्म जनकपुर में हुआ और जनकपुर का प्राचीन नाम मिथिला तथा विदेहनगरी था। कथा अनुसार, जब मिथिला के राजा जनक यज्ञ करने के लिए भूमि की जुताई कर रहे थे। तो उन्हें उस जगह से स्वर्ण घड़े में एक सुंदर सी कन्या मिली। जिसे देख राजा जनक बहुत प्रसन्न और आश्चर्यचकित हुए। क्यूंकि उनकी कोई संतान नहीं थी, तो उन्होंने उस छोटी सी बच्ची को अपनी गोद में ले लिया और उस पुत्री का नाम सीता रखा। माता सीता को जानकी के नाम से भी जाना जाता है।
हिन्दू धर्म में जिस तरह चैत्र मास की शुक्ल पक्ष को रामनवमी को बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं, उसी तरह वैशाख शुक्ल नवमी को हम सीता नवमी (Sita Navami) मनाते हैं। मान्यता है कि सीता नवमी बहुत ही फलदायी है, कहते हैं कि इस नवमी के दिन सीता माता धरती पर अवतरित हुई इस कारण इस सौभाग्यशाली दिन जो भी माता सीता की पूजा विधि पूर्वक प्रभु श्री राम के साथ करता है उन पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। सीता माता को धैर्य और समर्पण की देवी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन सुहागिन स्त्रियां पति की लंबी आयु के लिए और कुंवारी कन्याएं मनोवांछित वर को प्राप्त करने के लिए यह व्रत रखती हैं।
यहां हम आपको आपकी राशि के अनुसार कुछ उपाय बता रहे हैं जो आपको आपके भाग्य बढ़ाने व सभी कार्यों को पूर्ण करने में मदद करेगा।
आशा है इन उपायों से आपको लाभ होगा। सीता नवमी पर राशि अनुसार पूजा विधि जानने के लिए देश के प्रसिद्ध ज्योतिषियों से परामर्श करें। अभी परामर्श करने के लिए यहां क्लिक करें।
✍️ By- एस्ट्रोयोगी टीम